भोपाल। मध्य प्रदेश में बड़े सियासी उलटफेर के बीच राज्यसभा चुनाव की प्रक्रिया भी तेज हो गई है। जयपुर के रिजॉर्ट में शिफ्ट किए गए कांग्रेसी विधायकों से राज्यसभा के नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर कराए गए हैं। हालांकि अब तक राज्यसभा उम्मीदवारों के नाम तय नहीं है और इसी वजह से जयपुर के ब्यूना विस्टा रिजॉर्ट पहुंचे कांग्रेस विधायकों से खाली पत्र पर हस्ताक्षर कराए गए हैं।
माना जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की राज्यसभा उम्मीदवारी को लेकर ही मध्य प्रदेश में पूरा सियासी घटनाक्रम बना-बिगड़ा है। अब बीजेपी में शामिल हुए सिंधिया को मध्य प्रदेश से राज्यसभा उम्मीदवार घोषित किया गया है, ऐसे में कांग्रेस फूंक-फूंक कर अपने उम्मीदवार उतारने का मन बना रही है।
जयपुर में बुधवार रात विधायकों से नामांकन पत्र पर साइन लिए गए हैं और अब इन पत्रों को लेकर 2-3 विधायक भोपाल रवाना होंगे, जहां इन्हें भरा जाएगा और तब कांग्रेस की ओर से राज्यसभा उम्मीदवारों के नाम तय किए जाएंगे।
कांग्रेस-बीजेपी में कड़ी टक्कर
मध्य प्रदेश में राज्यसभा की 3 सीटों पर 26 मार्च को चुनाव होने हैं। राज्यसभा की इन तीन सीटों के लिए होने वाले चुनाव में एक-एक सीट कांग्रेस और बीजेपी को मिलना तय है, लेकिन तीसरी सीट को लेकर घमासान मच गया है।कांग्रेस विधायकों की बगावत के बाद दूसरी सीट पर कांग्रेस की पकड़ कमजोर और बीजेपी की स्थिति मजबूत हुई है। नामांकन के लिए आखिरी तारीख 13 मार्च है, ऐसे में जल्द ही दोनों पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित करने वाली हैं।
मौजूदा विधायकों के आंकड़ों के लेकर राज्यसभा की तीसरी सीट के लिए कांग्रेस और बीजेपी के बीच शह-मात का खेल शुरू हो गया है. मध्य प्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं और इसमें से दो सीट खाली हैं, जिसके बाद कुल संख्या 228 होती है. सिंधिया की बगावत के साथ अब तक 22 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा सौंपा है. ऐसे में अगर इन कांग्रेसी विधायकों का इस्तीफा स्वीकार हो जाता है तो कुल संख्या 206 हो जाएगी।