उज्जैन। उज्जैन में खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का सलाहकार बताने वाला पकड़ा गया है। उसने कुछ दिन पहले IG और कमिश्नर को मेल करके मंत्रियों की गोपनीय जानकारी मांगी। इसके बाद ADG कार्यालय से केन्द्रीय सतर्कता आयोग का सदस्य बनकर रौब झाड़ने लगा। पुलिस को शक हुआ तो उसे गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला कि वह दुग्ध संघ का रिटायर्ड कर्मचारी है। उसने पुलिस को बताया कि वह अपना काम कराने के लिए अफसरों से मेलजोल बढ़ाना चाहता था।
एडिशनल एसपी अमरेंद्र सिंह ने बताया कि गुरुवार को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक उज्जैन के कार्यालय में सूचना आई कि वहां एक व्यक्ति आया है। वह अपने आप को केन्द्रीय सर्तकता आयोग का सदस्य बता रहा है। वह एडीजी से मिलना चाहता है। वह अभी उज्जैन दौरे पर आया है। उस पर शक होने पर पड़ताल के लिए माधवनगर थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ कार्यालय पहुंचे।
बुजुर्ग के हावभाव से हुआ शक
जांच में पाया कि 65 वर्षीय प्रमोद कुमार मेहता पुत्र स्व. विद्यानंद मेहता नाम का व्यक्ति ऋषिनगर मेन रोड उज्जैन का रहने वाला है। पुलिस ने प्रमोद से केन्द्रीय सर्तकता आयोग के सदस्य होने का परिचय पत्र मांगा तो कोई परिचय पत्र नहीं दे सका। सख्ती से पूछताछ करने पर बताया कि मैं केन्द्रीय सर्तकता आयोग का सदस्य नहीं हूं। मैंने अपने पदनाम की गलत जानकारी दी है। अधिकारियों से मेल-जोल बढ़ाने एवं अपने निजी काम आसानी से करवाने के लिए मैंने यह झूठी जानकारी दी है।
प्रमोद के मोबाइल को चेक करने पर पता चला कि उसने अपनी ईमेल आईडी. prmd.mht@gmail.com से 15 जून को कमिश्नर उज्जैन और 16 जून का आईजी उज्जैन को ईमेल कर अपना पदनाम सीवीसी का सदस्य बताया था। उसने मंत्रियों की गोपनीय जानकारी मांगी थी। उसने मेल में PMO, NSA, Cabinet Secretary Govt of India को भी सीसी में रखा है ताकि किसी प्रकार का संदेह न हो। पुलिस ने प्रमोद कुमार मेहता पर एफआईआर दर्ज कर ली है।