मैं मंत्री हूं तब डॉक्टर 10 मिनट तक नहीं आया, सोचो आम आदमी का क्या हाल होता होगा; OPD में डॉक्टर तो कैजुअल्टी में नहीं मिला स्ट्रेचर

Posted By: Himmat Jaithwar
6/18/2021

ग्वालियर। ग्वालियर में सबसे बड़े अस्पताल जयारोग्य की अव्यवस्था ऊर्जा मंत्री के सामने खुल गई। कोल्ड OPD में मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को डॉक्टर के लिए 10 मिनट इंतजार करना पड़ा। इस पर वह गुस्सा हो गए। बोले- जब मैं मंत्री हूं तो यह हाल है। सोचो आम लोग कितना परेशान होते होंगे। इसके बाद कैजुअल्टी पहुंचे मंत्री ने पूछा, मानो मैं पेशेंट हूं, हालत गंभीर है और सुपर स्पेशियलिटी में भर्ती कराना है तो कैसे ले जाओगे। कर्मचारी स्ट्रेचर ढूंढने लगे, लेकिन वह नहीं मिला। मंत्री को कोविड वार्ड में डॉक्टर नहीं मिले। इस पर वह नाराज हुए हैं। तत्काल उन्होंने संभागीय आयुक्त को कार्रवाई के लिए कहा।

प्रदेश के ऊर्जामंत्री भोपाल एक्सप्रेस से शुक्रवार तड़के 4 बजे भोपाल से ग्वालियर पहुंचे हैं। ग्वालियर स्टेशन पर उतरने के साथ ही वह सीधे घर न जाते हुए JAH (जयारोग्य अस्पताल) जा पहुंचे। यहां उन्होंने JAH, कोल्ड OPD, सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का निरीक्षण किया है। बारी-बारी से तीनों जगह कई कमियां मिली हैं। सबसे पहले वह कोल्ड OPD पहुंचे तो यहां डॉक्टर का 10 मिनट तक इंतजार करना पड़ा। इस पर वह नाराज हुए। उनका कहना था कि जब मंत्री को इंतजार करना पड़ता है तो आम लोग किस पीड़ा से गुजरते होंगे, मैं आज समझ गया हूं।

मंत्री ने कोविड वार्ड में भी किया निरीक्षण, डॉक्टर से लेकर वार्ड ब्वॉय तक गायब थे।
मंत्री ने कोविड वार्ड में भी किया निरीक्षण, डॉक्टर से लेकर वार्ड ब्वॉय तक गायब थे।

कोविड वार्ड में नहीं था डॉक्टर, पूछा तो स्टाफ ने बताया- फ्रेश होने गए हैं

इसके बाद ऊर्जामंत्री ने PPE किट पहनकर कोविड वार्ड का निरीक्षण किया। यहां देखा तो पता लगा जिस डॉक्टर की ड्यूटी थी वह गायब था। तत्काल फटकार लगाई। वहां के स्टाफ ने बताया कि डॉक्टर साहब ड्यूटी पर हैं, लेकिन फ्रेश होने कैंपस तक गए हैं। इसके बाद अंदर इतनी गर्मी थी एक भी AC नहीं चल रहा था। एक वार्ड ब्वॉय गायब था। यहां पूछने पर पता लगा कि एक सफाई कर्मचारी, दो वार्ड ब्वॉय की ड्यूटी थी। पर उनमें से एक वार्ड ब्वॉय नदारद था।

कैजुअल्टी में स्ट्रेचर नहीं मिला तो मंत्री भड़क गए।
कैजुअल्टी में स्ट्रेचर नहीं मिला तो मंत्री भड़क गए।

कैजुअल्टी में नहीं मिली स्ट्रेचर

आखिर में ऊर्जामंत्री तोमर कैजुअल्टी और ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। कैजुल्टी में स्टाफ अलर्ट मिला। मंत्री तोमर ने पूछा कि मान लो मेरी हालत सीरियस है यहां से मुझे सुपर स्पेशियलिटी में भर्ती कराना है। तो कैसे भेजोगे, स्ट्रेचर कहां है? कैजुअल्टी में स्ट्रेचर नहीं थी। बाहर एंबुलेंस खड़ी होने की बात कही, लेकिन वह भी नहीं थी। इस भी वह गुस्सा हो गए।



Log In Your Account