रतलाम। बीते 2 महीने के लंबे लॉकडाउन के बाद कई युवा अवसाद की समस्या से ग्रस्त होते जा रहे हैं । नई उम्र के युवकों में सहनशीलता की भी कमी देखी जा रही है। यही कारण है कि थोड़े से दबाव में ही वे घातक कदम उठा लेते हैं। जिसका दर्द उनके परिजनों को जीवन भर सहना पड़ेगा । ऐसा ही एक मामला टीआईटी रोड क्षेत्र में सामने आया है जहां एक 23 साल के सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह उसके कमरे में 23 वर्षीय बेटे की लाश पंखे पर लटकी मिली तो बदहवास परिजन शव को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
23 वर्षीय युवा की आत्म हत्या का यह मामला रतलाम के टीआईटी रोड क्षेत्र का है। जहां सॉफ्टवेयर इंजीनियर हितेश जेठानी ने अपने कमरे में फोन के तार के फंदे से पंखे पर लटककर आत्महत्या कर ली। हितेश टीसीएस अहमदाबाद में पिछले 6 माह से कार्यरत था । लॉकडाउन के कारण वह अपने घर से वर्क फ्रॉम होम कर रहा था। बुधवार रात थी वह देर रात 1:00 बजे तक कार्य कर रहा था जिसके बाद सुबह जब परिजन उठे तो उसके कमरे का दरवाजा खुला हुआ था , जैसे ही उनकी माँ ने कमरे में दाखिल हुए तो उनके होश उड़ गए । बेटे का शव पंखे पर लटका देख उन्होंने उन्होने शोर मचाते हुवे परिजनों को जगाया व हितेश को तत्काल फंदे से उतारकर जिला अस्पताल लेकर गए लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर की आत्महत्या के कारणों का खुलासा अभी नहीं हो सका है। परिजन भी कुछ बताने की स्थिति में नहीं है। घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट भी बरामद नहीं हुआ है ।हितेश के पिता सुरेश जेठानी शासकीय बैंक में वरिष्ठ अधिकारी हैं।
बहरहाल स्टेशन रोड थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच प्रारंभ कर दी है जिसमें सॉफ्टवेयर इंजीनियर के कॉल डिटेल रिकॉर्ड और सोशल मीडिया रिकॉर्ड के आधार पर आत्महत्या के कारण की जांच की जा रही है।