जनप्रतिनिधियों से चर्चा किए बगैर BRTS एलिवेटेड ब्रिज डिजाइन बदला, लालवानी ने कहा- अब ऐसा किया तो कार्रवाई होगी

Posted By: Himmat Jaithwar
6/17/2021

इंदौर। बीआरटीएस पर प्रस्तावित एलिवेटेड ब्रिज की डिजाइन का मामला विवादों में आ गया है। बुधवार को प्रभारी मंत्री की मौजूदगी में हुई पीडब्ल्यूडी अधिकारियों की बैठक में सांसद शंकर लालवानी भड़क गए। एलिवेटेड ब्रिज की डिजाइन बदले जाने पर लालवानी ने अधिकारियों को खरी खोटी सुनाई।

बंगाली चौराहा फ्लाई ओवर ब्रिज की डिजाइन को लेकर प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ रेसीडेंसी कोठी पर बैठक बुलाई थी। इसमें सांसद शंकर लालवानी ने बीआरटीएस पर प्रस्तावित एलिवेटेड ब्रिज की डिजाइन बदल दिए जाने पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने बैठक में ही अधिकारियों को खरी-खोटी सुना दी। बाद में लालवानी ने चर्चा में बताया कि पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने बिना जनप्रतिनिधि और किसी तकनीकी व्यक्ति से बात किए बगैर नक्शे में परिवर्तन कर दिया। इसके कारण वर्तमान में दिक्कत आ रही है। सांसद का कहना था, यदि पुल निर्माण में मध्य भाग में पिलर आता है, तो हादसे और यातायात की समस्या जस की तस रहेगी।

यह है मामला

बंगाली चौराहा फ्लाई ओवर की डिजाइन को लेकर उठे सवालों से फिर यह प्रोजेक्ट अटक गया है। 120 कॉलोनियों की ढाई लाख आबादी और यहां से रोजाना गुजरने वाले दो लाख से ज्यादा वाहनों के चालक तीन साल से ये ब्रिज पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं। अब फ्लाई ओवर की डिजाइन बदली जाती है, तो इसकी लागत करीब आठ करोड़ रुपए बढ़ जाएगी व निर्माण में भी छह महीने अधिक लगेंगे। यदि डिजाइन नहीं बदलते हैं, तो 5 साल में ही ब्रिज के नीचे का हिस्सा ट्रैफिक के लिहाज से छोटा पड़ने लगेगा। पिलर खड़े होने से अंधा मोड़ बनेगा, जिससे रोज हादसे होंगे।



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