छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा में लापरवाही और उसके बाद संवदेनहीनता का मामला सामने आया है। बिजली सुधारने के लिए लाइनमैन ने हेल्पर को खंभे पर चढ़ा दिया। युवक ने जैसे ही बिजली के तार को छुआ, उसे करंट लगा और वह झुलस गया। कुछ देर छटपटाने के बाद उसकी मौत हो गई। शव चार घंटे तक खंभे से ही लटकी रही। बाद में ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने रात में शव को नीचे उतारा।
घटना छिंदवाड़ा के तामिया के पातालकोट में रातेड़ प्वाइंट के नजदीक चड़ाढाना गांव में हुई। यहां कुछ तकनीकी समस्या थी, जिसे नियमानुसार लाइनमैन को सुधारना था। लाइनमैन ने हेल्पर गोविंद धुर्वे को भेज दिया। बुधवार शाम 4 बजे गोविंद खंभे पर चढ़ा और सुधारते समय अचानक उसे करंट लग गया। उसकी मौत हो गई। तारों में पहले से करंट दौड़ रहा था या अचानक बिजली शुरू हुई, इसको लेकर अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं है।
गांववालों की सूचना पर लाइनमैन पहुंचा
घटना के बाद गांववालों ने इसकी सूचना लाइनमैन राजेंद्र चौरिया को दी। काफी देर बाद वह घटना स्थल पर पहुंचा। इसके बाद उसने पुलिस को जानकारी दी। SDOP जुन्नारदेव सहित तामिया थानेदार प्रीतम तिलगाम भी मौके पर पहुंचे। गांववालों की मदद से हेल्पर का शव रात 8 बजे नीचे उतारा गया। घटना के गंभीर होने के बाद भी बिजली कंपनी का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।
बिना संसाधन कैसे चढ़ा दिया पोल पर
रातेड़ में हुई इस घटना के बाद बिजली कंपनी की कार्यशैली पर सवालिया निशान लग रहे हैं। दरअसल, बिजली विभाग के लाइनमैन ने कैसे हेल्पर को बिना किसी सुरक्षा संसाधन के पोल पर चढ़ा दिया? यदि वह बिजली सुधारने का कार्य कर रहा था तो फिर बिजली सप्लाई कैसे चालू हो गई? परिजनों ने मुआवजा और जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई की मांग की है।