इंदौर एयरपोर्ट से सुपर कॉरिडोर पर 160 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड में दौड़ रही कार ब्रिज से उतरते ही अनियंत्रित होकर पलट गई। 100 मीटर में 4 पलटी खाकर डिवाइडर पार कर दूसरी साइड में आ गई। कार में दो युवक और दो युवतियां थे, जो रात में तफरीह करने निकले थे। हादसे में चारों जख्मी हुए हैं। इतने भीषण हादसे के बाद भी एयर बैग ने युवाओं की जान बचा ली।
बाणगंगा थाने के SI स्वराज डाबी के अनुसार, यह भीषण हादसा सोमवार रात 9 बजे सुपर कॉरिडोर पर हुआ। घटना के वक्त कार में प्रखर पिता मनीष पंचोली निवासी पंचशील नगर, तनिष जैन पिता नीतीश जैन निवासी द्वारकाधीश कॉलोनी, युवती तनु पिता राजेश भावसार निवासी द्वारकापुरी कॉलोनी और उसकी सहेली तनिष्का बैठी हुई थी। कार तनिष जैन चला रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि वे कार काफी तेजी से दौड़ाकर ला रहे थे। कार 160 से ज्यादा की स्पीड में थी। सुपर कॉरिडोर ब्रिज उतरते ही कार अचानक असंतुलित हुई। तनिष उसे संभाल नहीं पाया और सीधे हाथ की तरफ कार ने टर्न लिया। कार 100 मीटर तक रगड़ाते हुए चार पलटी खाई। फिर डिवाइडर पार कर दूसरी तरफ जाकर रुकी। गनीमत रही कि सामने वाली साइड से कोई बड़ा वाहन नहीं आ रहा था, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
प्रत्यक्षदर्शियों ने देखी 100 मीटर तक गाड़ी घिसाते हुए
कार तनिष जैन चला रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि वे कार काफी तेजी से दौड़ाकर ला रहे थे। कार 160 से ज्यादा की स्पीड में थी। सुपर कॉरिडोर ब्रिज उतरते ही कार अचानक असंतुलित हुई। तनिष उसे संभाल नहीं पाया और सीधे हाथ की तरफ कार ने टर्न लिया। कार 100 मीटर तक रगड़ाते हुए चार पलटी खाई। फिर डिवाइडर पार कर दूसरी तरफ जाकर रुकी। गनीमत रही कि सामने वाली साइड से कोई बड़ा वाहन नहीं आ रहा था, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
फोन के लिए रोने लगी
हादसे के बाद तनिष्का को कम, बाकी सभी को गंभीर चोटें आई। लोगों ने सभी घायलों को अस्पताल पहुंचवाया। टक्कर इतनी भयावह थी कि कार की दोनों तरफ की नंबर प्लेट भी टूटकर चकनाचूर हो गई। हादसे के वक्त वहां से निकल रहे प्रत्यक्षदर्शी सचिन शर्मा ने बताया कि वे घटना देख थर्रा गए। पहले तो लगा कि कार में अब कोई नहीं बचेगा, लेकिन किस्मत अच्छी थी। उधर, हादसे में बची तनिष्का का फोन टूट गया तो वह रोने लगी।