पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के जम्मू-कश्मीर में दोबारा धारा 370 लागू करने के बयान को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। भाजपा के इस बयान पर प्रतिक्रिया देने के बाद अब दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह ने भी अपन प्रतिक्रिया बड़े भाई के खिलाफ दी है। लक्ष्मण पहले भी अपनी ही पार्टी कांग्रेस के खिलाफ बयान जारी कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि कश्मीर में दोबारा धारा 370 लागू करना संभव नहीं है। हां लेकिन सच यह भी है कि धारा 370 का समर्थन करने वाले फारूख अब्दुल्ला NDA की सरकार में मंत्री रह चुके हैं, जबकि महबूबा मुफ्ती का समर्थन भाजपा कर चुकी है। इसको लेकर लोगों ने भी सोशल मीडिया पर बयान दिए हैं।
एक युवक लिखते हैं कि भाजपा की यही राजनीति रही है कि मीठा-मीठा गप्प और कड़वा थू, लेकिन यह भी सच है कि दिग्विजय सिंह का बयान समझ से परे है। अधिकांश लोग इस राजनीतिक बयान बाजी के पक्ष में नहीं दिखे।
लक्ष्मण पहले भी विरोधी बयान को लेकर चर्चाओं में रहे
इससे पहले लक्ष्मण ने कहा था कि अगर 100 करोड़ रुपए प्रतिमाह मुंबई पुलिस के माध्यम से महाराष्ट्र के गृहमंत्री वसूल रहे हैं और यह सत्य है तो देशमुख 'देश" के 'मुख" नहीं हो सकते। लगता है अगाड़ी सरकार पिछड़ती जा रही है। कांग्रेस को समर्थन वापस लेना चाहिए। इससे पहले किसान कर्जमाफी पर राहुल गांधी को ही कटघरे में खड़ा कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि राहुल को किसानों का कर्ज दस दिन में माफ करने का वादा नहीं करना चाहिए था। कमल नाथ सरकार अपना वादा पूरा नहीं कर पाई, इसलिए हाथ जोड़कर गलती मान लेनी चाहिए।
दिग्विजय ने लोगों को अनपढ़ तक कहा
उनके पाकिस्तान के पत्रकार को दिए बयान के बाद मामला गरमा गया। विवाद खड़ा होने पर दिग्विजय ने लिखा कि अनपढ़ लोगों की जमात को Shall और Consider में फर्क शायद समझ में नहीं आता है। हालांकि उनके इस बयान पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी।
दिग्विजय के इस बयान पर विवाद खड़ा हुआ
क्लब हाउस पर चैट के दौरान दिग्विजय ने कहा था कि मुस्लिम बहुल राज्य में एक हिंदू राजा था। दोनों ने साथ काम किया। दरअसल, कश्मीर में सरकारी सेवाओं में कश्मीरी पंडितों को आरक्षण दिया गया था, इसलिए अनुच्छेद-370 को रद्द करना और जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा कम करना अत्यंत दुखद निर्णय है। हमें निश्चित रूप से इस मुद्दे पर फिर से विचार करना होगा। इसे फिर से लाएंगे।
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा, क्या कांग्रेस पाकिस्तान के साथ है
उन्होंने सोशल मीडिया पर ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कश्मीर से धारा 370 हटाई थी, तब पाकिस्तान ने कहा था कि भारत को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए। अब कांग्रेस से सीनियर नेता दिग्विजय है कि कांग्रेस सरकार बनने पर कश्मीर में धारा 370 पर पुनर्विचार किया जाएगा, क्या कांग्रेस पाकिस्तान के साथ है? उन्होंने कहा जो दुश्मन देश की भाषा बोलता है वह देश का दुश्मन माना जाता है।