उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बातचीत का सिलसिला खत्म हो गया है। बताया जाता है कि करीब एक घंटे की चली इस मुलाकात में योगी ने अपने चार साल के कामकाज की रिपोर्ट प्रधानमंत्री को दिया। इसके अलावा यूपी में कैबिनेट विस्तार और अगले साल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भी मंथन हुआ। अब योगी BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंच गए हैं। यहां बैठक के बाद वह सीधे राष्ट्रपति भवन जाएंगे, जहां वह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगे।
मोदी से मिलने के बाद 5 बड़े बदलाव की तैयारी
- योगी कैबिनेट का जल्द विस्तार हो सकता है।
- जितिन प्रसाद और मोदी के करीबी MLC एके शर्मा को मंत्री बनाया जा सकता है।
- यूपी संगठन में बड़े बदलाव हो सकते हैं।
- किसानों को मनाने के लिए योगी कैबिनेट में जाट समुदाय से जुड़े चेहरे को भी शामिल किया जा सकता है।
- नाराज विधायकों को मंत्रिमंडल और नेताओं को आयोग एवं निगम में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है।
पीएम मोदी से मिलने योगी आदित्यनाथ दिल्ली स्थित 7 कल्याण मार्ग पहुंच गए हैं।
एक दिन पहले ही शाह और जितिन प्रसाद से मिले
योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार शाम करीब चार बजे दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। वहीं, दूसरी ओर BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। बताया जाता है कि योगी से मिलने से पहले नड्डा और पीएम मोदी ने यूपी को लेकर करीब दो घंटे तक बातचीत की। इसमें संगठन, सरकार और कैबिनेट प्रस्ताव को लेकर चर्चाएं हुईं। देर रात हाल ही में कांग्रेस छोड़कर BJP में शामिल होने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने यूपी भवन में योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। दोनों के बीच करीब एक घंटे तक बातचीत हुई।
अनुप्रिया भी शाह से मिलीं, नजर मंत्रिमंडल विस्तार पर
गुरुवार को ही अमित शाह से अपना दल (एस) की अध्यक्ष व सांसद अनुप्रिया पटेल ने मीटिंग की। सूत्रों ने भास्कर को बताया कि अनुप्रिया ने शाह के सामने मोदी कैबिनेट में शामिल होने को लेकर प्रस्ताव दिया। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में संभावित मंत्रिमंडल विस्तार में अपने पति आशीष पटेल को शामिल करने की शर्त भी रखी। अपना दल एस के कुछ अन्य नेताओं को यूपी के अलग-अलग आयोग और निगमों में सदस्य बनाने को भी कहा। इसके अलावा जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के प्रत्याशियों को लेकर भी लंबी बातचीत हुई।
PM मोदी से मिलने का ये भी एजेंडा
- कोरोना महामारी के सेकेंड वेव में कैसे हालात रहे और सरकार ने कैसे कम समय में इन हालात पर काबू पाया?
- थर्ड वेव के लिए यूपी में कैसी तैयारी है? कैसे हेल्थ सेक्टर में काम किया है?
- बच्चों को लेकर सरकार ने अस्पतालों में क्या व्यवस्था की है?
- पोस्ट कोविड के लिए सरकार की रणनीति और तैयारियों की रिपोर्ट पेश करेंगे CM योगी।
- वैक्सीनेशन ड्राइव को लेकर भी जानकारी देंगे।
- UP में 2022 में विधानसभा चुनाव है, उससे पहले राज्य को कोरोना फ्री करने की बड़ी चुनौती सरकार के सामने है। इसको लेकर भी प्रधानमंत्री से चर्चा संभव है।
जल्द हो सकता है कैबिनेट का विस्तार
CM योगी के दिल्ली पहुंचते ही एक बार फिर से UP में कैबिनेट विस्तार को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। बताया जाता है कि योगी के UP आने के बाद इसका ऐलान हो सकता है। सरकार में कई नए चेहरों को जगह मिल सकती है। इसके अलावा कुछ लोगों को संगठन में भी जिम्मेदारी दी जाएगी। तमाम निगम, आयोग और बोर्ड के पद भी भरे जाने हैं।
पूर्व मंत्री ने BJP पर साधा निशाना
योगी के दिल्ली पहुंचते ही BJP की सहयोगी पार्टी रही सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है। ओम प्रकाश राजभर ने सोशल मीडिया पर कहा, 'भाजपा डूबती हुई नैया है। जिसको इनके रथ पर सवार होना है हो जाए पर हम सवार नहीं होंगे। जब चुनाव नजदीक आता है तब इनको पिछड़ो की याद आती है। जब मुख्यमंत्री बनाना होता है तो बाहर से लाकर बना देते है। हम जिन मुद्दों को लेकर समझौता किए थे, साढ़े चार साल बीत गया एक भी काम पूरा नहीं हुआ।' ओमप्रकाश ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। कहा कि अगर राष्ट्रपति यूपी के 24 करोड़ जनता को बचाना चाहते हैं तो ये जरूरी है।