ग्वालियर में गुरुवार सुबह 10.35 बजे अचानक तेज धमाके के साथ हुए कंपन से लोग डर गए। एक बार को लगा कि कहीं भूकंप तो नहीं आया है। कुछ जगह लोग घरों से बाहर निकल आए। बाजारों में दुकानों से लोग बाहर आ गए। शहर में चर्चा होने लगी। पर कुछ देर बाद पता लगा कि एयरफोर्स के एयरबेस से लडाकू विमान अभ्यास के लिए उड़े थे। जब फाइटर प्लेन सामान्य गति से सुपर सोनिक स्पीड में आते हैं तो इस तरह का धमाका और कंपन होता है। जिसे साउंड बैरियर कहा जाता है। पर यह तभी सुनाई देता है जब फाइटर प्लेन ज्यादा ऊचें नहीं उड़ रहे हो।
आसमान में उड़़ता मिराज 2000, यह फाइटर प्लेन जब सामान्य से सुपर सोनिक स्पीड में जाता है तो साउंड बैरियर होता है
शहर में गुरुवार सुबह करीब 10.35 बजे शहर के महाराजपुरा के शताब्दीपुरम, आदित्यपुरम व डीडी नगर, मुरार के आजाद नगर, सीपी कॉलोनी, 7 नंबर चौराहा और बारादरी, लश्कर, ग्वालियर व सिटी सेंटर में लोगों ने धमाके की आवाज सुनी, साथ ही हल्का सा कंपन महसूस किया। जिससे लोग घबरा गए। कुछ जगह तो लोग भूकंप समझकर सड़कों से बाहर निकल गए। सोशल मीडिया पर खबर तेजी से फैली तो पुलिस तक भी पहुंची। मौसम विभाग ने किसी भी तरह के भूकंप से साफ इनकार किया। इस मामले में बाद में पुलिस ने एयरफोर्स के अफसरों से चर्चा की तो पता लगा कि फाइटर प्लेन अभ्यास कर रहे थे उस दौरान सामान्य स्पीड से सुपर सोनिक स्पीड में जाते समय साउंड बैरियर की यह आवाज थी। तब जाकर लोगों की जान में जान आई।
क्या है साउंड बैरियर?
जब भी कोई फाइटर प्लेन उड़ान भरता है तो वह सामान्य स्पीड में होता है, लेकिन उसके बाद वह सामान्य स्पीड से सुपर सोनिक स्पीड में आता है तो तेज धमाका के साथ कंपन होता है। इस कंपन और धमाके को साउंड बैरियर कहा जाता है। यह सामान्य प्रक्रिया है और हर बार उड़ान के सुपर सोनिक स्पीड में जाते समय होता है, लेकिन यह सामान्य स्पीड से सुपर सोनिक स्पीड में फाइटर प्लेन आकाश में काफी ऊंचाई पर करते हैं। इसलिए यह आमतौर पर सुनाई या महसूस नहीं होती है, लेकिन जब कभी निर्धारित ऊंचाई से नीचे यह घटना होती है तो इस तरह का धमाका और कंपन सुनाई देता है।
कुछ नहीं हुआ है
कुछ नहीं हुआ है। धमाके की सूचना पर हमने एयरपोर्स के ऑफिसर से संपर्क किया था। जिसके बाद पता लगा कि यह प्रैक्टिस के दौरान साउंड बैरियर के कारण हुआ होगा।