इंदौर। प्रदेश में जूनियर डॉक्टर के बाद अब नर्सिंग एसोसिएशन ने हड़ताल पर जा रहा है। अपनी लंबित मांगों को लेकर पूरे प्रदेश में नर्सिंग एसोसिएशन द्वारा 7 दिन काली पट्टी बांधकर कार्य किया जा रहा है। बुधवार सुबह एमवाई अस्पताल में 750 नर्सिंग स्टाफ नेे काली पट्टी बांध कर विरोध जताया।
नर्सेस एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र पाठक ने बताया कि हमने पूरे कोविड काल में पूरी तन्मयता से काम किया। हमारे कई साथी इस काल में शहीद भी हुए। हमारी मांग है कि उनके किसी परिजन को अनुकंपा नियुक्ति के साथ उन्हें कोरोना योद्धा के रूप में सम्मानित किया जाए।
साथ ही उच्च स्तरीय वेतनमान 2 ग्रेड अन्य राज्यों की तरह मध्यप्रदेश में कार्यरत समस्त नर्सेस को दिया जाए। वहीं पुरानी पेंशन योजना भी लागू की जाए। कोरोना काल में शासन ने जितनी भी घोषणाएं की उन पर अमल नहीं किया गया है।
एसोसिएशन अध्यक्ष ने कहा, कोविड-19 में नर्सेस को सम्मानित करते हुए अग्रिम दो वेतनवृद्धि का लाभ उनकी सैलेरी में दिया जाए। मेल नर्स के साथ भेदभाव किया जाता है। उन्हें समान अवसर नहीं दिए जाते हैं। कई जगह खाली पद होते हुए भी भर्ती नहीं की जाती है। उनकी भर्ती पुन: आरंभ की जाए।
मध्यप्रदेश में कार्यरत नर्सेस को एक ही विभाग में समान कार्य के लिए समान वेतन दिया जाए। नर्सेस एसोसिएशन ने शासन से अनुरोध किया है कि उनकी मांगों का निराकरण किया जाए, नहीं तो पूरे प्रदेश में चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। समस्त मेडिकल कॉलेजों में कार्यरत नर्सेस अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य होंगी।
नर्सिंग एसोसिएशन मांगे
- उच्च स्तरीय वेतनमान
- पदनाम परिवर्तन -- मेल फीमेल नर्स के बाद नर्सिंग ऑफिसर कहा जाए
- कोरोना के समय मृत्यु के बाद उनके परिवार को अनुकंपा नियुक्ति , 15 अगस्त को राष्ट्रीय कोरोना योद्धा से किया जाए सम्मानित
- 2 माह का अग्रिम वेतनमान
- काफी समय से रुकी हुई मेल नर्से की भर्ती शुरू की जाए।