ग्वालियर। शिवपुरी की रहने वाली कंचन की थाटीपुर में अजय कुमार से 2 साल पहले शादी हुई थी, लेकिन शादी के बाद से ही कोरोना का कहर शुरू हो गया। कंचन का पति कपड़ा व्यवसायी है। बीते एक साल में जितने दिन दुकान खुली नहीं उससे ज्यादा दिन बंद रही। 12 से 15 लाख का घाटा हो गया है। कोरोना संक्रमण की आंच अब उनके रिश्ते को जला रही है।
पहले पति मायके से कार की मांग करने लगा, लेकिन एक महीने पहले पति ने कंचन को कार की जगह मायके से 12 लाख रुपए मंगाने के लिए कहा। कंचन ने मना कर दिया। इस पर पति ने उसे घर से निकाल दिया। पति का कहना है कि संक्रमण में मेरा धंधा चौपट हो गया है। 12 लाख लेकर ही लौटना, नहीं तो जिंदगी में चेहरा मत दिखाना। मामला परामर्श के लिए प्रस्तावित है।
कोरोना ने दहेज प्रताड़ना का ट्रेंड बदल दिया है। पहले कार के लिए बहू को ससुराल में परेशान किया जाता था, लेकिन अब संक्रमण काल में हुए नुकसान को पूरा करने के लिए नकदी की मांग बढ़ने लगी है। हम यह ऐसे ही नहीं कह रहे हैं बल्कि बीते 2 साल के रिकॉर्ड के आधार पर बात कर रहे हैं।
ग्वालियर का महिला थाना, यहां आए दिन इस तरह के केस आ रहे हैं।
पिछले एक साल में 385 में से 225 में कैश मांगा गया
ग्वालियर में कोरोना ने दहेज प्रताड़ना के स्वरूप में बदलाव किया है। दहेज प्रताड़ना का ट्रेंड बदल रहा है। लग्जरी कार की जगह कैश ने ले ली है। क्योंकि कोरोना संक्रमण के काल में लोगों को आर्थिक क्षति पहुंची है और इस क्षति को पूरा करने के लिए वह दहेज की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब दहेज में कार या दूसरे सामान नहीं बल्कि कैश की डिमांड ज्यादा सामने आ रही है। बीते एक साल में लगभग 385 मामले सामने आए हैं। इनमें से 225 मामलों में सिर्फ कैश मांगा गया है। महिला थाना, परामर्श केन्द्र में आए कुछ रोचक मामलों से कोरोना के कारण बदलते दहेज प्रताड़ना के ट्रेंड को समझने का प्रयास करते हैं।
केस-1
कार को छोड़ नकदी मांगने लगे
- राम नगर निवासी प्रिया की शादी साल 2015 में गोविन्दपुरी निवासी आकाश उपाध्याय से हुई थी। आकाश मालनपुर स्थित एक कंपनी में पदस्थ है। शादी में आकाश व उसके परिजन की मांग के अनुसार 12 लाख रुपए कैश के साथ ही 10 तौला सहित कुल 25 लाख रुपए का खर्च किया गया था। शादी के बाद कुछ दिन तक तो सब ठीक चला, लेकिन अभी दो साल पहले से उसे क्रेटा कार लाने के लिए परेशान किया जाने लगा। बीते साल कोरोना संक्रमण से पति की जॉब पर संकट आया तो उसने पत्नी से कार की मांग छोड़कर 10 लाख रुपए नकद और 10 तौला सोना लाने की मांग शुरू कर दी। इतना ही नहीं कुछ दिन पहले घर से निकाल दिया। जिस पर पीड़िता ने महिला थाना पहुंचकर शिकायत की। परामर्श से भी बात नहीं बनी तो महिला थाना पुलिस ने पति आकाश, ससुर देवीदयाल, सास गायत्री, ननद साधना के खिलाफ दहेज एक्ट का मामला दर्ज कर लिया है।
केस-2
कार, फ्लैट की मांग कैश में बदली
- शहर के सिटी सेंटर निवासी 25 साल की सोनिया की शादी दिल्ली के लाजपत नगर में विवेक से हुई थी। विवेक का कपड़े का थोक का कारोबार है। साल 2019 में अभी शादी को डेढ़ साल हुआ था कि विवेक ने लग्जरी कार, दिल्ली में फ्लैट की मांग के साथ प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। मायके से यह दोनों मांग पूरी करने के लिए मारपीट भी की। इसी बीच कोरोना संक्रमण आ गया। विवेक का धंधा चौपट हुआ और घाटा होना शुरू हो गया। पहली लहर से दूसरी लहर के बीच उसे 35 लाख रुपए का नुकसान हुआ। अभी मार्च 2021 में उसने कार, फ्लैट की मांग को छोड़कर पत्नी से 35 लाख रुपए नकद लाने की मांग शुरू कर दी है। उसने पत्नी को घर से निकाल दिया है। फिलहाल पीड़ित महिला ने शिकायत की है और मामला महिला परामर्श केन्द्र में है।
पिछले तीन साल के दहेज प्रताड़ना के मामले
कब से कब तक |
कुल मामले |
कैश मांगा |
कार मांगी |
मार्च 2020 से मार्च 2021 |
385 |
225 |
160 |
मार्च 2019 से मार्च 2020 |
341 |
205 |
136 |
मार्च 2018 से मार्च 2019 |
349 |
149 |
200 |
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
समाजशास्त्री प्रोफेसर आयूब खान का कहना है कि व्यक्ति की दहेज की लालसा कम नहीं हुई है। गाड़ी की जगह कैश ने ले ली है। कोरोना काल में रोजगार जाने या व्यवसाय में हुए घाटे को पूरा करने के लिए अब गाड़ियों की जगह कैश मांगने के मामले इसलिए बढ़े हैं कि कैश से किसी भी जरूरत को पूरा करने की सोच लोगों की होती है।