प्रशांत किशोर की तरह पॉलिटिकल कंसल्टेंसी और वॉर रूम कम्यूनिकेशन के एक्सपर्ट हैं, 2015 से शिवराज का सोशल मीडिया संभाल रहें

Posted By: Himmat Jaithwar
6/8/2021

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नए विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी (OSD) तुषार पांचाल होंगे। इसके संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने सोमवार को आदेश जारी कर दिए हैं। तुषार मुंबई के अंधेरी के रहने वाले हैं। बता दें कि तुषार पांचाल को संविदा के आधार पर नियुक्त किया गया है। तुषार पांचाल देश के नामी पब्लिक रिलेशन (पीआर) कंपनी चलाते हैं। वे प्रशांत किशोर की तरह पॉलिटिकल कंसल्टेंसी और वॉर रूम कम्युनिकेशन के एक्सपर्ट हैं। तुषार कार्यभार करने के दिन से आगामी आदेश तक मुख्यमंत्री कार्यालय में ओएसडी के रहेंगे।

कौन हैं तुषार पांचाल

तुषार पांचाल 2015 से शिवराज सिंह चौहान का सोशल मीडिया संभाल रहे हैं। 2018 में चुनावी कैंपेन इन्हीं के हाथों में था। 18 महीने कमलनाथ के खिलाफ एग्रेसिव कैंपेन चलाया, सीएम का ट्वीटर से लेकर सोशल मीडिया पर शिवराज की पब्लिसिटी में अहम भूमिका रही है। 2018 के चुनाव से पहले शिवराज की जनदर्शन यात्रा की बागडोर तुषार के हाथ में रही।

डैमेज कंट्रोल करने बनाया ओएसडी

सूत्रों का कहना है कि कोरोना संक्रमण काल में सरकार की गिरती साख को संभालने (डैमेज कंट्रोल) के लिए तुषार को सीएम का ओएसडी बनाया गया है। पांचाल को विज्ञापन, जनसंपर्क, वैश्विक गंतव्य विपणन अभियान, सार्वजनिक मामले, रिसर्च, पॉलिसी, सरकारी मामलों में 24 साल का अनुभव है। तुषार की विशेषज्ञता राजनीतिक विचारों को विकसित करने में है, जो दर्शकों के साथ प्रतिध्वनित होते हैं और जमीन पर लागू करने में आसान होते हैं।

सूत्रों का दावा है कि पांचाल ने उद्याेग जगत में कई स्टार्ट-अप किए। पांचाल ने देश के सबसे बड़े स्वतंत्र संचार परामर्शदाता एडफैक्टर्स में रणनीतिक संचार और सार्वजनिक मामलों के अभ्यास का नेतृत्व किया है। इससे पहले उन्होंने भारत में APCO वर्ल्ड वाइड के लिए सर्विसेज टू गवर्नमेंट प्रैक्टिस का नेतृत्व किया था।

पूर्व मुख्यमंत्री ने साधा निशाना

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मप्र सरकार पर मीडिया पर शिकंजा कसने का आरोप लगाया है। उन्होंने सोमवार को कहा कि सरकार जनसंपर्क विभाग को कमजोर कर उसका सारा काम एक निजी एजेंसी को सौंपने की तैयारी कर रही है। इस एजेंसी के काम की जो सूची का प्रस्ताव बना है, उसमें मीडिया को खरीदना भी शामिल है। देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब किसी पीआर एजेंसी को ठेका देने की आधिकारिक शर्ताें में मीडिया को खरीदने की बात शामिल की गई है



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