महिलाएं मध्यप्रदेश में वैक्सीनेशन में पुरुषों से पीछे रह गई हैं। वैक्सीनेशन में 56% हिस्सेदारी पुरुषों की है, 44% महिलाओं है। महिलाएं वैक्सीन या इंजेक्शन लगवाने में झिझक रही हैं। इस कारण वैक्सीन लगवाने में पुरुष बाजी मार ले गए। यह भी कह सकते हैं कि घर के पुरुष काम के सिलसिले में ज्यादा बाहर निकलते हैं, इसलिए पहले घर में उन्होंने वैक्सीन लगवाई।
मध्यप्रदेश में कुल 3131 वैक्सीनेशन सेंटर पर बीते तीन महीने में 1 करोड़ 12 लाख 76 हजार 844 लोग वैक्सीन (पहला डोज) लगवा चुके हैं। इनमें से 62 लाख 97 हजार 691 पुरुष हैं, जबकि 49 लाख 77 हजार 81 महिलाएं हैं।
इसके अलावा वैक्सीनेशन की दौड़ में 18+ वाले युवा सबसे तेज दौड़े हैं। सिर्फ एक महीने में वह हर एज ग्रुप को पीछे छोड़ चुके हैं। प्रदेश में सिर्फ एक महीने में 18 से 44 साल उम्र वाले 42.12 लाख लोगों को वैक्सीन का पहला डोज लग चुका है, जबकि 60+ उम्र वालों को 3 महीने में 31.35 लाख, 45 से 59 साल उम्र वालों को 2 महीने में 39.23 लाख लोगों को वैक्सीन लगी है। कुल वैक्सीनेशन 112 करोड़ (पहला डोज) हो चुका है। प्रदेश में जो डोज लगे हैं, उनमे 11% हिस्सेदारी इंदौर की है। यहां 12.94 लाख लोग पहला टीका लगवा चुके हैं।
वैक्सीनेशन में भी इंदौर टॉप रहा है। राजधानी भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर काफी पिछड़ गए हैं। इंदौर की रफ्तार भोपाल से डेढ़ गुना तेज है। यहां 12.94 लाख जबकि भोपाल में 8.13 लाख को अब तक पहली वैक्सीन डोज लगी है।
प्रदेश में सबसे कम वैक्सीनेशन आलीराजपुर जिले का रहा है। यहां एक और रोचक जानकारी है कि प्रदेश में जहां 86.43% लोगों ने कोवीशील्ड वैक्सीन लगवाई है, तो दूसरी ओर महिलाओं से ज्यादा पुरुष वैक्सीन को लेकर जागरूक नजर आए हैं।
महिलाएं डरती रहीं, पुरुष वैक्सीन में आगे निकल गए
मध्यप्रदेश में कुल 3131 वैक्सीनेशन सेंटर पर बीते तीन महीने में 1 करोड़ 12 लाख 76 हजार 844 लोग वैक्सीन (पहला डोज) लगवा चुके हैं। इनमें से 62 लाख 97 हजार 691 पुरुष हैं, जबकि 49 लाख 77 हजार 81 महिलाएं हैं। यानी वैक्सीनेशन में 56% हिस्सेदारी पुरुषों की है, 44% महिलाओं की है। महिलाओं को वैक्सीन या इंजेक्शन लगवाने में झिझक रही। जिस कारण वैक्सीन लगवाने में पुरुष बाजी मार ले गए। यह भी कह सकते हैं कि घर के पुरुष काम के सिलसिले में ज्यादा बाहर निकलते हैं, इसलिए पहले घर में उन्होंने वैक्सीन लगवाई।
एक सेंटर पर वैक्सीन लगवाती महिला।
प्रदेश में टॉप पर रहा इंदौर
मध्यप्रदेश में वैक्सीनेशन की बात करें तो सबसे ज्यादा जागरूक इंदौर शहर रहा है। ऐसे भी कह सकते हैं कि प्रदेश में सबसे ज्यादा जहां कोविड संक्रमित निकले थे, वहीं वैक्सीनेशन का प्रतिशत भी सबसे अच्छा रहा है। यही कारण है कि प्रदेश में इंदौर वैक्सीनेशन में टॉप पर रहा है। ऐसे समझते हैं कि प्रदेश के चार महानगरों में वैक्सीनेशन कैसा रहा।
प्रदेश के पांच बड़े शहरों का हाल
इंदौर: 81 फीसदी ने लगवाई कोवीशील्ड
इंदौर शहर में वैक्सीनेशन में लोग जागरूक दिखे हैं। आम लोगों के लिए करीब 98 दिन वैक्सीनेशन के हो चुके हैं, जिसमें इंदौर में 380 सेंटर (सरकारी-367, प्राइवेट-13) पर वैक्सीनेशन हुआ है। इनमें कुल 12.94 लाख लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। इसके अलावा, 2.25 लाख लोग वैक्सीन का दूसरा डोज भी ले चुके हैं। इंदौर में महिलाओं के मुकाबले पुरुष वैक्सीनेशन में आगे रहे। यहां 7.17 लाख पुरुष, 5.75 लाख महिलाएं पहला टीका लगवा चुकी हैं। प्रदेश के अभी तक 81.52% कोवीशील्ड और 18.48 % कोवैक्सिन लगवा चुके हैं। यहां 60 उम्र वाले 2.51 लाख, 45-59 उम्र वाले 3.92 लाख, 18-44 उम्र वाले ग्रुप में 6.49 लाख लोगों ने वैक्सीन लगवा ली है।
भोपाल : महिला-पुरुष में 1 लाख का अंतर
प्रदेश में वैक्सीनेशन में दूसरा शहर राजधानी भोपाल है। यहां आम लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू हुए करीब 98 दिन हो चुके हैं। भोपाल में 212 सेंटर (सरकारी-211, प्राइवेट-01) पर वैक्सीनेशन हुआ है। इनमें कुल 8 लाख 13 हजार 276 लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। इसके अलावा, 1 लाख 54 हजार 556 लोग दूसरा डोज भी ले चुके हैं। भोपाल में महिलाओं के मुकाबले पुरुष वैक्सीन में आगे रहे। यहां 4.57 लाख पुरुष तो 3.55 लाख महिलाएं टीका लगवा चुकी हैं। भोपाल में अभी तक 86.92 % कोवीशील्ड और 13.07 % कोवैक्सिन लगवा चुके हैं। यहां 60 उम्र वाले 1.55 लाख, 45-59 उम्र वाले 2.48 लाख, 18-44 उम्र वाले ग्रुप में 4.09 लाख लोगों ने वैक्सीन लगवा ली है।
जबलपुर : प्रदेश में तीसरा सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन वाला शहर
प्रदेश में वैक्सीनेशन में तीसरे नंबर पर जबलपुर है। यहां करीब 98 दिन 147 सेंटर (सभी शासकीय) पर वैक्सीनेशन हुआ है। इनमें कुल 7 लाख 27 हजार 765 लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। इसके अलावा 1 लाख 15 हजार 794 लोग वैक्सीन का दूसरा डोज भी ले चुके हैं। जबलपुर में महिलाओं के मुकाबले पुरुष वैक्सीन में आगे हैं, पर ज्यादा अंतर नहीं है। 3.32 लाख पुरुष तो 2.79 लाख महिलाएं टीका लगवा चुकी हैं। जबलपुर में अभी तक 74.94 % कोवीशील्ड और 25.5 % कोवैक्सिन लगवा चुके हैं। यहां 60 उम्र वाले 1.45 लाख, 45-59 उम्र वाले 2.25 लाख, 18-44 उम्र वाले ग्रुप में 2.41 लाख लोगों ने वैक्सीन लगवा ली है।
ग्वालियर : वैक्सीनेशन में तेजी से दौड़े युवा
प्रदेश में वैक्सीनेशन में चौथे नंबर पर ग्वालियर है। यहां 98 दिन के वैक्सीनेशन में 174 सेंटर (सरकारी-171, प्राइवेट-03) पर वैक्सीनेशन हुआ है। इनमें कुल 4 लाख 85 हजार 775 लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। इसके अलावा 78 हजार 415 लोग वैक्सीन का दूसरा डोज भी ले चुके हैं। ग्वालियर में पुरुषों ने महिलाओं से ज्यादा जागरूकता दिखाई है। 2.78 लाख पुरुष तो 2.06 लाख महिलाएं टीका लगवा चुकी हैं। ग्वालियर में अभी तक 83.25 % कोवीशील्ड और 16.25 % कोवैक्सिन लगवा चुके हैं। यहां 60 उम्र वाले 1.15 लाख, 45-59 उम्र वाले 1.61 लाख, 18-44 उम्र वाले ग्रुप में 2.09 लाख लोगों ने वैक्सीन लगवा ली है।
उज्जैन : 44-59 और 18-44 उम्र समूह बराबर जागरूकता
वैक्सीनेशन में प्रदेश के अन्य महत्वपूर्ण शहर उज्जैन है। यहां 45-59 उम्र और 18-44 उम्र वाले ग्रुप में सिर्फ 2 हजार लोगों का अंतर है। यहां वैक्सीनेशन के करीब 98 दिनों में 138 सेंटर (सभी शासकीय) पर वैक्सीनेशन हुआ है। इनमें कुल 4 लाख 53 हजार 218 लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। साथ ही 73 हजार 586 लोग वैक्सीन का दूसरा डोज भी ले चुके हैं। उज्जैन में महिलाओं के मुकाबले पुरुष वैक्सीन में आगे रहे। यहां 2.46 लाख पुरुष तो 2.07 लाख महिलाएं टीका लगवा चुकी हैं। उज्जैन में अभी तक 83.07 % कोवीशील्ड और 16.9 % कोवैक्सिन लगवा चुके हैं। यहां 60 उम्र वाले 1.18 लाख, 45-59 उम्र वाले 1.65 लाख, 18-44 उम्र वाले ग्रुप में 1.69 लाख लोगों ने वैक्सीन लगवा ली है।