इंदौर। इंदौर लगभग डेढ़ महीने से ज्यादा दिन तक लॉक रहने के बाद धीरे-धीरे अनलॉक हो रहा है। आज ही शहर को थोड़ी ज्यादा राहत मिली है, लेकिन लगता है कि नेताओं को यह राहत रास नहीं आ रही है। कोरोना जन जागृति रथ यात्रा निकालने के लिए आयोजन किया गया। इसमें दिग्गज नेता पहुंचे तो उनके समर्थक भी आ गए। इसकी वजह से सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ गई। सड़क तक जाम हो गई। यह स्थिति तब है जब 6 से ज्यादा लोगों को एक जगह जुटने की अनुमति नहीं है।
शहर का नंदा नगर जो भाजपा के कद्दावर नेता और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का गढ़ माना जाता है। यहां सोमवार को रमेश मेंदोला मित्र मंडल की तरफ से कोरोना को लेकर जन जागृति फैलाने के लिए रथ यात्रा शुरू करने लिए हरी झंडी दिखाने कई बड़े दिग्गज नेता पहुंचे। कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, इंदौर के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, विधयाक रमेश मेंदोला थे।नेताओं के समर्थक मौके पर जुट गए। इससे वहां पर भीड़ ऐसी जुटी कि सोशल डिस्टेंसिंग नहीं दिखी।
सबकुछ कोविड प्रभारी मंत्री के सामने होता रहा
इंदौर के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट कोविड प्रभारी मंत्री हैं। वह क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की अध्यक्षता भी करते हैं। शहर को इसलिए ज्यादा छूट नहीं दी कि अभी खतरा टला नहीं है। अभी भी बाजार पूरी तरह से नहीं खुले हैं। कई दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं है। इसके बाद मंत्री के सामने इस तरह से नियमों की धज्जियां उड़ी फिर भी वह चुप रहे।