मुरैना। कुछ लोगों का प्रकृति प्रेम एक जुनून की तरह होता है। इसके लिए वह कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। ऐसे ही एक प्रकृति प्रेमी ने अपने घर की छत पर 165 पौधे लगा रखे हैं। उन खुशबूदार फूलों व फलों के पौधों से उसका घर तो महकता ही है, आस-पड़ोस के लोग भी खुशबू का आनंद लेते हैं।
आमतौर में आज के युवाओं में क्रिकेट, फुटबॉल, बैडमिंटन, घूमना- फिरना, टीवी मोबाइल सहित सोशल मीडिया पर एक्टिविटी जैसे कई शौक होते हैं। लेकिन एक युवा व्यवसाई को इन सभी चीजों से ज्यादा प्रकृति से प्रेम है। प्रेम भी इतना कि उन्होंने घर की छत के एक हिस्से पर लगभग तीन सौ स्क्वायर फीट जगह में चीकू, मौसमी, अमरूद, आम, तुलसी, एलोवेरा व केला सहित गुलाब, मोगरा और इंग्लिश फूलों के लगभग 165 रंग-बिरंगे पौधों का गार्डन तैयार कर दिया है। उनके इस गार्डन को देखने कस्बे के लोग आते हैं।
नियम से करते देख-रेख
अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में चाहे कितनी भी व्यस्तता क्यों न हो। युवा व्यवसायी प्रतिदिन सुबह-शाम दो-दो घंटे गार्डन की पूरी देख-रेख कर रहे है। वह उसमें नियम से खाद-पानी देते हैं। अगर काम से कहीं बाहर भी जाना होता है तो एक भाई के जाने के बाद दूसरा भाई उसकी देख रेख करता है।
बता दें कि जिले की जौरा तहसील के पोस्ट ऑफिस रोड इलाके में कपड़ा व्यवसाई युवा रवि गोयल एवं उनके छोटे भाई हरिओम गोयल रहते हैं। इन दोनों भाइयों को पेड़-पौधों एवं प्रकृति से अटूट प्रेम है। इसके लिए उन्होंने अपने 600 स्कवॉयर फीट के मकान की छत के आधे हिस्से, यानी 300 स्क्वायर फीट में विभिन्न प्रजाति के 165 पेड़ पौधे लगाकर पूरा गार्डन तैयार कर दिया है। विगत 4 वर्ष पूर्व 20 पौधे लगाकर शुरू किया गया पौधारोपण कार्य आज गार्डन में तब्दील हो गया है।
गमलों से लेकर छोटे डिब्बों तक में लगाए फूल
रवि गोयल के अनुसार उन्होंने अपनी छत पर बनाए गार्डन में कई प्रकार के सीमेंटेड गमले, प्लास्टिक के छोटे-बड़े डिब्बों का जरूरत अनुसार उपयोग किया है। उन्होंने तुलसी, एलोवेरा से लेकर क्रोटन, क्रिसमस, ड्रीटोनिया, हरसिंगार, आम, अमरूद, चीकू व इंग्लिश शोपीस वाले फूलों के पौधे रोपकर छत को गार्डन में तब्दील कर दिया है।
एक कदम मानवता की ओर, टीम से मिली प्रेरणा
रवि गोयल ने बताया कि उन्हें पेड़-पौधे लगाने की प्रेरणा सामाजिक संस्था, एक कदम मानवता की ओर, टीम से मिली है। टीम के सदस्य अभिभाषक अरविंद पाराशर ने उन्हें इसके लिए मदद की थी। पिछले वर्ष इस टीम द्वारा 500 पौधें कस्बे के कई स्थानों पर लगाए गए थे। इनमें बेलपत्र, गुलमोहर,अमलतास, हरी श्रृंगार, नीम, पीपल, अर्जुन, बरगद, अशोक, आम और भी कई तरह के छायादार पेड़ों के पौधे शामिल थे।