रतलाम। रतलाम जिले के बड़ावदा थाने की पुलिस अधेड़ व्यक्ति को पूछताछ के लिए थाने ले गई। फिर एक घंटे बाद पुलिस जवान उसे बेहोशी की हालत में घर छोड़कर चले गए। इसके बाद अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि उसकी मौत पुलिस की पिटाई से हुई है। एसपी गौरव तिवारी ने इस मामले में तीनों पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।
बड़ावदा थाने के तीन पुलिसकर्मी कच्ची शराब बेचने की शंका में ठिकरिया गांव के प्रेम सिंह को पूछताछ के लिए थाने ले गए थे। करीब 1 घंटे बाद बड़ावदा थाने के तीन जवान दो बाइक से आए और प्रेम को उसके घर के बाहर छोड़कर चले गए। घर पर उस समय उसकी पत्नी और बच्चे ही थे।
प्रेमसिंह की पत्नी ने उसकी तबीयत ख्रराब हाेने की सूचना अपने रिश्तेदारों को दी। पत्नी और रिश्तेदार उसे लेकर बड़ावदा हॉस्पिटल पहुंचे, जहां से उनको जावरा रेफर किया गया। परिजनों ने बड़ावदा पुलिस को सूचना देकर जावरा हॉस्पिटल ले जाकर भर्ती कराया। देर रात को प्रेमसिंह की हालत और बिगड़ी तो उसे जिला अस्पताल भेज दिया गया। यहां इलाज के दौरान उसकी देर रात मौत हो गई। परिजनों ने पुलिस पर प्रताड़ना और मारपीट का आरोप लगाते हुए तीनों पुलिस जवानों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
घटना की सूचना मिलते ही एसडीओपी भी बड़ावदा पहुंचे। मामले की जानकारी मिलने के बाद एसपी गौरव तिवारी ने तीन पुलिस जवानों अरुण, दीपक ओर गोविंद को लाइन अटैच कर दिया है। प्रेमसिंह के शव का पीएम 3 सदस्यीय डॉक्टरों के पैनल से कराया गया है।
पुलिस का कहना है कि मृतक आदतन शराबी था। कच्ची शराब की शंका में पूछताछ के लिए लाया गया था। जहां उसकी तबीयत खराब होने पर उसे वापस उसके घर छोड़ दिया गया था। वहीं, मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु का वास्तविक कारण पता चल सकेगा।