इंजेक्शन के रैकेट में कुछ नर्सिंग होम और कर्मचारियों के नाम आए सामने, STF पहुंची नागपुर, छिंदवाड़ा

Posted By: Himmat Jaithwar
6/5/2021

ग्वालियर। जीवन रक्षक दवा रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में महाराष्ट्र के नागपुर और प्रदेश के छिंदवाड़ा के कुछ नर्सिंग होम, उनके कर्मचारियों के नाम सामने आए हैं। शुक्रवार रात को STF की टीमें नागपुर, छिंदवाड़ा पहुंच गई हैं। शाम तक वहां से कुछ लोगों की धरपकड़ हो सकती है। नागपुर के एक मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की महिला नर्स को तीन दिन पहले STF ने गिरफ्तार किया था। उससे यह नाम सामने आए हैं। महिला ने अभी तक आधा सैकड़ा इंजेक्शन बेचना कबूला है।

यह है पूरा मामला

  • STF ग्वालियर की टीम ने 8 मई को ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर रेमडेसिविर इंजेक्शन को ब्लैक में बेचने आए सिवनी के रघुनाथ कॉलोनी निवासी 43 वर्षीय कमलेश्वर प्रसाद दीक्षित को गिरफ्तार किया था। उसके पास से 5 इंजेक्शन मिल थे। जब इससे पूछताछ की तो पता लगा कि वह इंजेक्शन की कालाबाजारी के रैकेट का एक मोहरा मात्र है। वह नागपुर, बालाघाट व मंडला के कुछ अस्पताल कर्मचारियों के संपर्क में था। वही उसको इंजेक्शन उपलब्ध कराते थे। उसने बालाघाट निवासी संगीता कुमारी का नाम STF को बताया था। साथ ही यह भी बताया था कि संगीता अभी महाराष्ट्र के नागपुर में एक मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में बतौर नर्स पदस्थ है। जब STF ने संगीता को उठाया तो पता लगा कि वह भी रैकेट का एक हिस्सा है।

नर्स ने लिए 5 हॉस्पिटल के नाम

  • तीन दिन से STF के पास रिमांड महिला नर्स संगीता ने छिंदवाड़ा, नागपुर के 5 नर्सिंग होम के नाम लिए हैं। जिनके कर्मचारी उनको इंजेक्शन उपलब्ध कराते थे। अभी तक वह 50 से ज्यादा इंजेक्शन को 20 से 25 हजार रुपए प्रति इंजेक्शन बेच भी चुकी है। इतना ही नहीं इन नामों के सामने आने के बाद STF की दो अलग-अलग टीमें शुक्रवार रात को ही छिंदवाड़ा और नागपुर पहुंच गई हैं। शाम तक यहां से कुछ गिरफ्तारी हो सकती है।



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