CBSE ने 12वीं बोर्ड के रिजल्ट का फॉर्मूला तैयार करने के लिए गुरुवार को एक कमेटी का गठन किया है। ये कमेटी ही बताएगी कि आखिर स्टूडेंट्स के रिजल्ट का क्राइटेरिया किस आधार पर तय किया जाए। CBSE के कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन डॉ. संयम भारद्वाज के नाम से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि 12 लोगों की टीम अगले 10 दिनों में अपनी रिपोर्ट देगी।
कमेटी में ये लोग शामिल
- विपिन कुमार, IAS, जॉइंट सेक्रेटरी, शिक्षा मंत्रालय
- उदित प्रकाश राय, IAS, डायरेक्टर (DOE)
- निधि पांडे, IIS, कमिश्नर, केंद्रीय विद्यालय संगठन
- विनायक गर्ग, IRSEE, कमिश्नर, नवोदय विद्यालय समिति
- UGC चेयरमैन के रिप्रेजेंटेटिव
- रूबिंदरजीत सिंह बरार, डायरेक्टर, स्कूल शिक्षा
- पी के बनर्जी, DDG स्टेटिस्टिक्स, शिक्षा मंत्रालय
- NCERT डायरेक्टर के रिप्रेजेंटेटिव
- स्कूल से दो रिप्रेजेंटेटिव
- डॉ. अंतरिक्ष जोहरी, डायरेक्टर (IT), CBSE
- डॉ. जोशफ इमेनूल, डायरेक्टर एकेडमिक्स, CBSE
- डॉ. संयम भारद्वाज, कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन, CBSE
1 जून को प्रधानमंत्री ने एग्जाम रद्द करने का किया फैसला
इससे पहले 1 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक हाई लेवल मीटिंग में CBSE 12वीं बोर्ड का एग्जाम रद्द करने का फैसला लिया गया था। परीक्षा रद्द करने के फैसले पर पीएम मोदी ने कहा कि स्टूडेंट्स का स्वास्थ्य और सुरक्षा बेहद जरूरी है। इस पहलू पर कोई समझौता नहीं होगा।
पीएम ने कहा था कि स्टूडेंट्स, पेरेंट्स और टीचर के बीच चिंता खत्म होनी चाहिए। ऐसी तनावपूर्ण स्थिति में परीक्षा में शामिल होने के लिए बच्चों को मजबूर नहीं करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा था कि 12वीं का रिजल्ट तय समय सीमा के भीतर और तार्किक आधार पर तैयार किया जाएगा।
CBSE सेक्रेटरी ने कहा- घबराएं नहीं, धैर्य रखें
एग्जाम कैंसिल होने के बाद स्टूडेंट्स और पेरेंट्स के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर रिजल्ट किस आधार पर तय होंगे। एक दिन बाद यानी बुधवार को CBSE के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि स्टूडेंट्स के मुल्यांकन के लिए स्ट्रक्चरिंग क्राइटेरिया पर काम चल रहा है, इसे पूरा करने में करीब 2 हफ्ते का समय लगेगा। फिर इस पर फैसला होगा।
प्रक्रिया पूरी होते ही इसे पब्लिक डोमेन में लाया जाएगा। त्रिपाठी ने पेरेंट्स, टीचर्स, प्रिंसिपल और स्टूडेंट्स से अनुरोध किया कि घबराएं नहीं। थोड़ा इंतजार करें।
23 मई को हुई थी मीटिंग
इससे पहले परीक्षा को लेकर 23 मई को हुई एक हाईलेवल मीटिंग के बाद सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से दो दिन के अंदर सुझाव मांगे गए थे। वहीं, मीटिंग के बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने जानकारी दी थी कि 12वीं की परीक्षा पर एक जून को फैसला लिया जाएगा। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई इस मीटिंग में निशंक के अलावा राज्यों के शिक्षा मंत्रियों और शिक्षा मंत्रालय से जुड़े अन्य अधिकारियों ने भाग लिया था।