2.68 करोड़ रुपए कम में गया ठेका, चौथीबार में हुआ ठेका, कोरोना संक्रमण के कारण सवा साल में घटी देशी-विदेशी पर्यटकों की संख्या

Posted By: Himmat Jaithwar
6/4/2021

होशंगाबाद। सतपुड़ा की रानी पचमढ़ी में कोरोना संक्रमण के कारण सवा साल से देशी-विदेशी पर्यटक कम पहुंच रहे है। जिसका असर पचमढ़ी में पर्यटकों पर निर्भर रहने वाले टैक्सी चालक, गाइड, छोटे-छोटे दुकानदार मजदूरों के साथ शराब दुकान की नीलामी पर पड़ा है। इस साल ठेका 5.19 करोड़ रुपए में गया है। जो पिछले साल की तुलना में 2.68 करोड़ रुपए कम है। चौथी बार में पचमढ़ी की तीन शराब दुकानों नीलामी प्रक्रिया पूरी हुई है।

पचमढ़ी घूमने हर वर्ष हजारों की संख्या में भारतीय व विदेशी पर्यटक पहुंचते थे। जिससे पर्यटकों पर आश्रित लोगों का रोजगार व आय बनी रहती थी। शराब दुकानों से करीब 6 लाख रुपए प्रतिदिन की ब्रिकी होती थी। पिछले वर्ष लॉकडाउन की वजह से पचमढ़ी में आने वाले टूरिस्टाें की संख्या में कमी आई हो गई है। इस साल भी 14 अप्रैल से जिले में लाॅक डाउन होने से पचमढ़ी में टूरिस्टाें की संख्या शून्य रही। जिससे इस वर्ष पचमढ़ी की दुकानाें काे लेने में शराब ठेकेदारों ने कम रूचि दिखाई।

नीलामी के लिए तीन बार टेंडर निकाले गए। लेकिन कम राशि की बोली लगने से तारीख आगे बढ़ाई जाती रही। चौथी बार 3 जून को टेंडर हुए। तीन ठेकेदारों ने टेंडर डाले। सरकारी बोली 7 कराेड़ 88 लाख 92 हजार रुपए थी। भाेपाल के ठेकेदार ने पचमढ़ी ग्रुप की तीन शराब दुकानों की 5 करोड़ 19 लाख 9999 रुपए की अधिकतम बोली लगाई है। जो पिछले वर्ष से 2.68 करोड़ रुपए कम है। जिला आबकारी विभाग ने शासन काे भेजा है। टेंडर भाेपाल के ठेकेदार काे मिलता है ताे सरकार काे 2 कराेड़ रुपए का नुकसान हाेगा।

विदेशी पर्यटक नहींं आएं, भारतीय कम हुए :पचमढी में वर्ष 2021 में एक भी विदेशी पर्यटक पचमढी नहीं आए है। देशी भारतीय पर्यटक जनवरी से अप्रैल महीने तक कुल 65 हजार 172 ही पहुंचे हैं। वर्ष 2020 में जनवरी से दिसंबर तक 71 विदेशी पर्यटक और 1,25,486 भारतीय पर्यटक ही पहुंचे थे।

पचमढ़ी की दाे व मटकुली में एक दुकान: पचमढ़ी के लिए टेंडर प्रक्रिया में तीन दुकानाें की टेंडर प्रक्रिया की गई। इसमें पचमढ़ी की एक-एक अंग्रेजी शराब, देसी की शराब दुकान व मटकुली की एक देसी शराब दुकान के टेंडर हुए।

सरकार को 34 प्रतिशत राजस्व का नुकसान; जिला आबकारी अधिकारी अभिषेक तिवारी ने बताया पिछले साल 2020-21 में 7 करोड़ 17 लाख 20 हजार 772 रुपए में ठेका गया था। वर्ष 2021-22 में 5 करोड़ 19 लाख 99 हजार 999 रुपए में गया है। सरकार को 34 प्रतिशत राजस्व का नुकसान है। चौथी बार में नीलामी प्रक्रिया पूरी हुई है।



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