भोपाल। सीबीआई भोपाल की टीम ने 679 करोड़ के बैंक फ्रॉड मामले में गुजरात की तेल कंपनी के अहमदाबाद और मेहसाणा में छह ठिकानों पर छापा मारा। सीबीआई ने ये कार्रवाई बैंक ऑफ इंडिया के साथ 678 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप में की है। इसमें मेहसाणा स्थित तेल कंपनी विमल ऑयल और उसके निदेशकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है।
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि अहमदाबाद और मेहसाणा में कार्रवाई के दौरान कंपनी परिसर और कंपनी निदेशकों के आवास की भी तलाशी ली गई। मामले के आरोपित जयेशभाई चंदूभाई पटेल, मुकेश कुमार नारणभाई पटेल, दितिन नारायणभाई पटेल और मोना जिग्नेशभाई आचार्य ने बैंक ऑफ इंडिया से संबंधित आठ बैंकों से करीब 810 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था।
2014 से 2017 के बीच लिया था कर्ज
सूत्रों के मुताबिक यह कर्ज 2014 से 2017 के बीच अन्य कार्यों के लिए उपयोग किया गया। इससे बैंक को 678.93 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। मालूम हो, बैंक और धोखाधड़ी का यह मामला गुजरात से संबंधित है, लेकिन सीबीआई की एसी-4 ब्रांच का कार्य क्षेत्र देशभर में है, इसलिए भोपाल की टीम ने वहां कार्रवाई की है।
दो महीने पहले अहमदाबाद और राजकोट में मारे थे छापे
सीबीआई ने 3700 करोड़ रुपए के 30 से ज्यादा बैंकों से धोखाधड़ी करने मामलों में दो महीने पहले भोपाल के दो और निवाड़ी के एक ठिकाने पर छापे मारे थे। सीबीआई ने छापे की यह कार्रवाई देश के 11 राज्यों में 100 से अधिक स्थानों पर की थी। इन फ्रॉड को लेकर देशभर में 30 FIR दर्ज हुई हैं।
इनमें भोपाल के दो बैंकों में 200 करोड़ का फर्जीवाड़ा सामने आया था। बैंक ऑफ बड़ौदा में ज्योति पॉवर कार्पोरेशन लिमिटेड द्वारा 196 करोड़ के फर्जी लोन मामले में एफआईआर दर्ज की थी। इसके साथ ही इंडियन ओवरसीज बैंक से फर्जी दस्तावेजों से 4 करोड़ के लोन लेने के मामले में सीबीआई ने कार्रवाई की है।