भोपालः मध्य प्रदेश में कोरोना के आंकड़ों में अब कमी आने लगी, जिसे देखते हुए कई जिलों में आंशिक तौर पर गाइडलाइन में छूट दी गई. लेकिन राजधानी भोपाल में बस संचालक अपनी मनमानी पर अड़े हैं, वे सरेआम कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ा रहे हैं. कोरोना संक्रमण की चेन पूरी तरह तोड़ने के उद्देश्य अनलॉक में भी पाबंदियां लागू है. लेकिन इस तरह की लापरवाही से कभी भी कोरोना विस्फोट देखने को मिल सकता है.
क्षमता से 50 फीसदी बैठाने की अनुमति
राजधानी भोपाल में कोरोना केस कम करने के उद्देश्य से बसों में क्षमता से 50 फीसदी यात्रियों को बैठाने की अनुमति है. सरकारी लो फ्लोर बसों में गाइडलाइन का पालन कराया जा रहा, लेकिन निजी बसों में मास्क, डिस्टेंसिंग का अभाव साफ तौर पर नजर आ रहा है. इन हालातों को देखते हुए लगता है, यहां कोरोना संक्रमण को बुलावा दिया जा रहा है.
संचालक बोले- 'पेट्रोल महंगा है'
जी मीडिया संवाददाता ने जब निजी बस संचालकों से इस लापरवाही के बारे में सवाल किए. तब संचालक कहने लगे कि सरकार ने पेट्रोल के दाम बढ़ा दिए, इतने दिनों से बसें बंद हैं. कमाई को कोई जरिया नहीं है, ऊपर से ये पाबंदियां. ऐसे में व्यक्ति कमाएगा कैसे? उनका कहना है इस परिस्थिति में भी ज्यादा यात्रियों को नहीं बैठाया गया तो उन्हें भारी नुकसान होगा.