रतलाम जिले में इन दिनों सोशल मीडिया पर दोस्ती कर वीडियो कॉल के जरिए अश्लील वीडियो और फोटो खींचकर ब्लैकमेलिंग करने के कई मामले सामने आ रहे हैं। साइबर अपराधियों द्वारा फेसबुक पर महिलाओं के नाम से फर्जी आईडी बनाकर लोगों को फ्रेंड रिकवेस्ट भेजी जाती है, जिसके बाद दोस्ती हो जाने पर पीड़ित व्यक्ति को मैसेंजर और वाट्सऐप के जरिए हनीट्रैप में फंसाया जाता है।
इसी दौरान वीडियो कॉल कर पीड़ित व्यक्ति के वीडियो और फोटो खींच लिए जाते हैं। साइबर अपराधी ट्रैप का शिकार हुए व्यक्ति से ब्लैकमेलिंग शुरू कर देते हैं, जिसकी एवज में 50 हजार रुपए से 30 हजार तक की मांग करते हैं । समाज में बेइज्जती के डर से कई लोग इस ब्लैकमेलिंग का शिकार हो रहे हैं। वहीं कुछ पीड़ितों ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज करवाई है।
दरअसल रतलाम जिले में लॉकडाउन के दौरान रतलाम एसपी गौरव तिवारी के पास साइबर ब्लैकमेलिंग के शिकार हुए कई लोग अपनी शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। इसमें अधिकांश लोग फेसबुक पर दोस्ती होने के बाद हनीट्रैप का शिकार हुए हैं। जिसमें संभ्रांत परिवारों और सामाजिक स्तर पर रसूख रखने वाले लोग भी शामिल है ।
पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने बताया कि साइबर ब्लैकमेलिंग का शिकार हो रहे लोग उनके पास शिकायत लेकर तो पहुंच रहे हैं, लेकिन समाज में बेइज्जती के डर से अधिकतर लोग सामने नहीं आ रहे हैं । उनके रिक्वेस्ट पर उनकी आईडी डीएक्टिवेट करवाने और ब्लैक मेलिंग करने वाले की आईडी भी डीएक्टिवेट करवाई जाती है। इस तरह के मामले में ब्लैकमेलिंग और आईटी एक्ट के अंतर्गत एक प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। जिससे अपराधियों को ट्रैक करने की कोशिश की जा रही है।
एसपी ने बताया कि इस तरह के मामलों में सावधानी बरतना ही सर्वश्रेष्ठ उपाय है। अनजान नंबर से वाट्सऐप कॉल और फेसबुक कॉल नहीं अटेंड नहीं करनी चाहिए। अनजान लोगों से सोशल मीडिया पर दोस्ती नहीं करने की हिदायत दी है।
साइबर धोखाधड़ी से बचने के लिए यह सावधानियां बरतें
- सोशल मीडिया साइट पर किसी भी अनजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार नहीं करें
- अपने मोबाइल पर व्हाट्सएप , इंस्टाग्राम, फेसबुक और अनजान नंबर से आने वाले वीडियो कॉल स्वीकार नहीं करें
- धोखाधड़ी का शिकार होने पर साइबर अपराधी को किसी भी तरह का भुगतान नहीं करें
- धोखाधड़ी का शिकार होने पर साइबर हेल्पलाइन नंबर 155260 पर संपर्क करें