मुंबई । एशिया के सबसे बड़े स्लम एरिया मुंबई के धारावी में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है। शुक्रवार को यहां 5 नए मरीजों के मिलने के साथ ही कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 22 हो गई है। खास बात यह है कि नए 5 केस में से 2 दिल्ली में मरकज के कार्यक्रम से लौटे थे। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि धारावी में कोरोना वायरस के 5 नए मरीज सामने आए हैं। इन 5 में से 2 मरीज ऐसे हैं, जो दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में आयोजित तबलीगी जमाक के कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौटे थे। बीएमसी ने बताया कि यह लोग पहले ही राजीव गांधी स्पॉर्ट्स कॉम्पलेक्स में क्वारंटीन किए गए थे। अब उन्हें एक हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया है। BMC अधिकारियों के मुताबिक दोनों जमातियों में से एक धारावी के डॉक्टर बालिगा नगर का निवासी है, जबकि दूसरा पीएमजीपी कॉलोनी का है। वहीं नए सामने आए पांच केस में से दो महिलाएं हैं। उनमें से एक महिला की उम्र 29 वर्ष है, जो वैभव नगर के पहले से सही संक्रमित एक डॉक्टर की पत्नी है, जबकि दूसरी महिला की उम्र 31 वर्ष है, जो कल्याणवाड़ी इलाके की रहने वाली है। एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी-बस्ती वाले इलाके धारावी में लाखों की संख्या में लोग रहते हैं। हजारों झुग्गी झोपड़ियों की घनी बस्ती वाले धारावी एरिया में 5 नए केस के साथ कुल आंकड़ा 22 पहुंच गया है, जिसमें से दो की मौत हो चुकी है। गुरुवार को यहां 70 साल की एक महिला ने दम तोड़ दिया था। उससे पहले 56 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई थी। यह व्यक्ति तबलीगी जमात के कार्यक्रम से लौटे लोगों के संपर्क में आया था। इलाके की सभी दुकानें कराई गई बंद धारावी में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच बीएमसी ने इलाके की सभी दुकानों को बंद करने का आदेश दे दिया है। धारावी में बढ़ते मामलों को देखते हुए बीएमसी ने आदेश दिया है कि धारावी के संवेदनशील इलाके में फलों और सब्जियों की दुकानों और रेहड़ियों को फिलहाल बंद रखा जाए। हालांकि, बीएमसी ने यह स्पष्ट किया है कि ये आदेश दवा की दुकानों पर लागू नहीं किया जाएगा। सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना प्रशासन के लिए सिरदर्द धारावी में गलियां काफी संकरी हैं। यहां आते-जाते लोग एक- दूसरे को टच करते हैं। ऐसे में यहां जो एरिया सील किया गया है या जो लोग क्वारंटीन किए गए हैं, वह भी नियमों का पालन नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए यहां सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना सबसे बड़ी चुनौती है। लोग घरों से लगातार बाहर निकल रहे हैं, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग खत्म हो रही है। राशन, सब्जी, दूध लेने लोगों की दुकानों पर भीड़ लग रही है। यह सरकार, बीएमसी और पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है।