भोपाल. लॉकडाउन का आज 17वां दिन है। प्रदेश में अब तक 423 संक्रमित और 33 मौतें हाे चुकी हैं। भोपाल से सटे छोटे से जिले विदिशा में एक दिन में 10 नए संक्रमित मिले हैं। यहां अब तक 12 संक्रमित हो गए। इंदौर में गुरुवार को 22 नए संक्रमित मिले। वहां अब तक 235 संक्रमित और 23 मौतें हो चुकीं। जबकि भोपाल में 99 संक्रमित हो चुके हैं। यहां एक व्यक्ति की मौत भी हुई है। राज्य सरकार के संक्रमण रोकने के प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने पब्लिक हेल्थ एक्ट की धारा 71(1) के तहत पूरे प्रदेश में मास्क पहनना जरूरी कर दिया है। इसके तहत अब लोग घर से बाहर बिना मास्क के नहीं निकल सकेंगे। जो लोग नियमों का पालन नहीं करेंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश सरकार ने 20 जिलों में जहां संक्रमित मरीज मिले हैं वहां की 46 बस्तियों को हॉटस्पॉट मानकर सील करने के आदेश दिए हैं।
प्रदेश में टोटल लॉकडाउन ने बढ़ाई परेशानी, घरों में खाना बनाने के सामान की कमी
प्रदेश सरकार ने गुरुवार देर रात 14 मार्च तक पूरे प्रदेश में टोटल लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के आदेश जारी किए। पहले से चले आ रहे लॉकडाउन से ही लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जरूरी सामान खत्म हो गया है। सरकार का दावा है कि पूरे प्रदेश में सभी जरूरी सामान की कमी नहीं हो दी जाएगी लेकिन हकीकत में जरूरी सामान की कमी हो गई है। एक हफ्ते से दुकानें नहीं खुलने से लोग सामान नहीं खरीद पा रहे हैं। सरकार जो व्यवस्था करने के दावे कर रही है वो पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं। लोग परेशान हैं। दूध सप्लाई बंद होने से बच्चों तक के लिए नहीं मिल पा रहा है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति ग्रामीण इलाकों की है। यहां 15 दिन से किराने के सामान की सप्लाई नहीं हुई है। थोक की दुकानों पर भी सामान खत्म हो गया है।
गौशालाओं में गायों के लिए चारा खत्म हुआ
लॉकडाउन का असर प्रदेशभर की गौशालाओं पर भी पड़ा है। यहां गायों को दिया जाने वाला चारा खत्म हो गया है। कई गौशालाओं में दिन में एक बार थोड़ा-सा भूसा दिया जा रहा है। जो लोग गौशालाओं की व्यक्तिगत तौर पर मदद करते थे वे लॉकडाउन की वजह से असमर्थ हैं। फसल की कटाई नहीं होने से भूसा भी नहीं आ पा रहा है। प्रदेशभर की गौशालाओं में गायों के भूखे मरने की नौबत आ गई है। सूत्रों का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से सही जानकारी सामने नहीं आ रही है।
राज्य के 20 जिले कोरोना प्रभावित; 15 जिलों में 46 कोरोना हॉटस्पॉट
कोरोना से ज्यादा प्रभावित 20 जिलों के 46 हॉटस्पॉट को पूरी तरह सील किया जा रहा है। इनमें भोपाल, इंदौर और उज्जैन को पहले ही सील कर दिया गया है। इन क्षेत्रों में आने-जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। जहां कोरोना संक्रमण के मामले मिले हैं, उनमें जबलपुर 8, ग्वालियर 6, खरगोन 5, बड़वानी 5, छिंदवाड़ा 5, देवास 4, होशंगाबाद 3, विदिशा 2, खंडवा 2, मुरैना, शिवपुरी, बैतूल, श्योपुर, रायसेन और धार की 1-1 जगह को हॉटस्पॉट घोषित किया गया है। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने बताया कि प्रदेश की कोरोना टेस्टिंग क्षमता 1050 प्रतिदिन हो गई है। टेस्टिंग किट पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हैं।
अब तीन श्रेणियों में होगा कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज
भोपाल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों को अब तीन लक्षणों के आधार पर श्रेणियों में बांटकर इलाज किया जाएगा। इसके लिए अस्पतालों में आईसीयू, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सप्लाई, लाइफ सपोर्ट सिस्टम वाली डेडिकेटेड एंबुलेंस जैसी तमाम जरूरी व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। अभी सारे मरीजों को एक ही अस्पताल में रखकर इलाज किया जा रहा है। फिर चाहे उसमें कोरोना के लक्षण नजर आ रहे हों या फिर नहीं। सिर्फ सैंपल जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर मरीजों को अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। ऐसे में इस बात की आशंका बनी रहती है कि एक मरीज में कोई भी लक्षण नहीं हैं और दूसरे मरीज में गंभीर लक्षण हैं तो बिना लक्षण वाला मरीज बीमार वाले से संक्रमित हो सकता है।
- ये होंगी मरीजों और अस्पतालों की 3 श्रेणियां...
- कोविड केयर सेंटर: इसमें वे व्यक्ति होंगे, जिनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव तो आया है, लेकिन वे स्वस्थ हैं और सामान्य नजर आ रहे हैं। इन्हें चिह्नित अस्पतालों में भेजा जाएगा। आपदा प्रबंधन संस्थान के रेस्ट हाउस में भी 24 बेड उपलब्ध हैं।
- कोविड स्वास्थ्य केंद्र: इसमें वे व्यक्ति आएंगे जिनका टेस्ट पॉजिटिव आने के साथ ही सर्दी, खांसी समेत संक्रमण के मध्यम लक्षण हैं। इन अस्पतालों में में ऑक्सीजन सप्लाई और लाइफ सपोर्ट सिस्टम वाली डेडिकेटेड एंबुलेंस है। इस श्रेणी के अस्पतालों में शामिल एम्स में 70 बेड, जीएमसी में 60 बेड, चिरायु मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में 500 बेड, बीएमएचआरसी में 40 बेड की सुविधा रहेगी।
- गंभीर मरीजों के लिए अलग व्यवस्था: इस श्रेणी में वे व्यक्ति आएंगे जिनकी रिपोर्ट पॉजीटिव आई है और हालत गंभीर है। इन अस्पतालों में आईसीयू, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सप्लाई, डेडीकेटेड एंबुलेंस विद लाइफ सपोर्ट सिस्टम और शव वाहन की व्यवस्था रहेगी। इस श्रेणी के अस्पतालाें में शामिल एम्स, जीएमसी, चिरायु और बंसल हैं।
विदिशा में 5, लटेरी में एक, गंजबासौदा में चार और कोरोना पॉजिटिव मिले
गुरुवार देर रात विदिशा शहर में 5, गंजबासौदा में 4 और लटेरी में एक कोरोना पॉजिटिव मिला। इससे पहले 8 अप्रैल को गंजबासौदा में 1 और सिरोंज में 6 अप्रैल को 1 कोरोना पॉजिटिव मिला था। विदिशा जिले में अब तक 12 कोरोना पॉजिटिव मिले। कोरोना संक्रमित मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री के आधार पर उनके संपर्क में आए लोगों की जानकारी की जा रही है। जिले में बाहर से आए 21698 मरीजों की अब तक स्क्रीनिंग की जा चुकी है।
ग्वालियर: 50 जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों ने इस्तीफे दिए
भोपाल में 40 से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मी कोरोना पॉजिटिव मिलने और इंदौर में कोरोना पॉजिटिव एक डॉक्टर की मौत के बाद प्रदेश में डॉक्टरों के बीच दहशत है। ग्वालियर में गजरा राजा मेडिकल कॉलेज के 50 जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स ने इस्तीफा दे दिया है। करीब सप्ताहभर पहले ही जीआरएमसी में 92 रेजिडेंट जूनियर डॉक्टर ने ज्वाइन किया था, एक हफ्ते के अंदर इनमें से 50 डॉक्टरों ने इस्तीफे दे दिए। इनसे जो बांड भरवाया गया था, उसके बदले भी 5 लाख रुपए बाद में भरने को राजी हो गए हैं। इधर, 8 अप्रैल को शिवराज सरकार ने प्रदेश में एस्मा लगा दिया था, जिसके चलते 25-30 डॉक्टरों के इस्तीफे नामंजूर हो गए हैं। गजरा राजा मेडिकल कॉलेज के पीआरओ डॉ. केपी रंजन ने बताया कि कि उनके पास पर्याप्त स्टाफ है, इन डॉक्टरों की भर्ती इमरजेंसी के लिहाज से की गई थी। 3 महीने की संविदा नियुक्ति के लिए भर्ती के दौरान करीब 92 डॉक्टर ज्वाइनिंग के लिए तैयार हुए थे, इन डॉक्टर्स ने एक अप्रैल को ज्वाइन किया।
ग्वालियर का दूसरा मरीज भी स्वस्थ्य होकर घर लौटा
इधर, बीएसएफ टेकनपुर के अफसर अशोक कुमार (57) ने कोरोना से जंग जीत ली है। 13 दिन सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती रहे अशोक की दो रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद गुरुवार को उन्हें छुट्टी दे दी गई। वह कोरोना से जंग जीतने वाले जिले के दूसरे शख्स हैं।
रायसेन में जांच दल हैरान; न विदेशी से मिला, न जमाती से, फिर भी रिपोर्ट पॉजिटिव
45 साल के व्यक्ति के पॉजिटिव मिलने के बाद उसके पूरे परिवार के सैंपल लिए गए, लेकिन सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई। संक्रमित व्यक्ति का कहना है कि उसकी न तो ट्रैवल हिस्ट्री है और न ही वह किसी विदेशी या जमाती से मिला, फिर उसे कोरोना क्यों हुआ? जांच दल हैरान है कि परिवार में सिर्फ एक ही को संक्रमण क्यों हुआ?
गुना: मुरैना से गुपचुप गुना पहुंचे 49 मजदूर, सभी क्वारैंटाइन
कोरोना के हॉटस्पॉट में शामिल मुरैना से 49 मजदूर चार जिलों की सीमा क्रॉस करके गुना जिले के डेहरा गांव पहुंचे। मुरैना में अब तक 12 पाॅजिटिव मिल चुके हैं, इसलिए गुना में मजदूरों की गुपचुप एंट्री से प्रशासन सकते में आ गया। दोपहर में एक स्वास्थ्य टीम डेहरा गांव भेजी। सभी मजदूरों को आश्रम में क्वारैंटाइन किया गया है।
मप्र में 423 कोरोना संक्रमित
मध्य प्रदेश में 423 कोरोना संक्रमित हो गए हैं। इनमें एक पॉजिटिव यूपी के कौशांबी का रहने वाला है। इसके अलावा, इंदौर 221, भोपाल 98, उज्जैन 15, मुरैना 13, खरगोन, बड़वानी, विदिशा में 12-12, जबलपुर 9, ग्वालियर, होशंगाबाद में 6-6, खंडवा 5, छिंदवाड़ा 4, देवास 3, शिवपुरी 2, धार, बैतूल, श्योपुर, रायसेन, रतलाम में एक-एक संक्रमित मिला। अब तक इंदौर में 23, उज्जैन में 5, खरगोन 2, भोपाल, छिंदवाड़ा, देवास में एक-एक की मौत हो गई। इसमें इंदौर 17, जबलपुर 3, भोपाल-ग्वालियर 2, शिवपुरी में एक मरीज स्वस्थ्य होने पर घर भेज दिया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुरुवार रात जारी किए गए बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में मरीजों की संख्या 411 है। देर रात विदिशा में 10 संक्रमित पाए गए। यहां अब 12 केस हो गए। जबकि छिंदवाड़ा में कोरोना से मरने वाले युवक के पिता के बाद बहन-बहनोई भी संक्रमित हुए हैं। इसकी पुष्टि छिंदवाड़ा के सीएमओ ने की।