भोपाल। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 15 अप्रैल को लॉकडाउन खोलने की घोषणा करने से पहले सभी राज्यों से रिपोर्ट एवं सुझाव मंगवाए हैं। मध्यप्रदेश शासन की ओर से अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान की अध्यक्षता में गठित की गई कमेटी ने रिपोर्ट एवं सुझाव सीएम शिवराज सिंह चौहान को सौंप दिए हैं। सिफारिश की गई है कि यदि 15 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म किया जाता है तब भी कम से कम आगामी 1 महीने तक स्कूल/कॉलेज, मॉल/मंदिर सहित सभी प्रकार के ऐसे स्थानों पर लॉकडाउन लागू रखा जाए जहां 20 से अधिक लोग जमा होते हैं।
बाजार को शिफ्ट में खोला जाए, शहर की सीमाएं सील रखी जाएं
मध्य प्रदेश सरकार ने रिपोर्ट में अपने सुझाव में शामिल किया है कि कोरोना प्रभावित जिलों में कहां और कितनी दुकानों को खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन दुकानों को ही शुरुआत में खोला जाए, जिससे सबसे ज्यादा आवश्यकता हो। परिवहन व्यवस्था को किस स्तर पर लागू किया जाए। सुझाव यह भी शामिल करेगा कि इंटर डिस्ट्रिक और इंटर स्टेट ट्रांसपोर्टेशन को कुछ दिन और रोका जा सकता है क्या?
प्रशासन का दावा- भोपाल में 3 लाख से अधिक लोगों का सर्वे, 80 संदिग्ध
राज्यपाल श्री लालजी टंडन, भोपाल कलेक्टर और डीआईजी द्वारा क्रॉस चेक के लिए दिए गए सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जिले के यह दोनों अधिकारी 24 घंटे सक्रिय रहकर कार्य कर रहे हैं और लगातार भ्रमण कर रहे हैं। कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने बताया कि भोपाल में पहला कोरोना संक्रमित मिलने के बाद इलाकों को कैंटोनमेंट क्षेत्र घोषित किया जा रहा है। यहां पर आवाजाही को पूरी तरह से रोका गया है। 650 से अधिक टीमें सर्वे कर रही हैं। आज तक 3 लाख से अधिक लोगों का सर्वे किया जा चुका है।
भोपाल में अब तक 1200 से अधिक सैंपल लिए गए
कोरोना संक्रमण जांच के लिए अब तक 1200 से अधिक सैंपल लिए जा चुके हैं। इसमें 95 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें एक यूपी के कौशांबी का शामिल है। कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने दावा किया है कि आम जनता में किसी प्रकार से संक्रमण फैलने की कोई सूचना नहीं है। तीन लाख लोगों के सर्वे में केवल 80 लोग ऐसे हैं, जो संदिग्ध हैं, इनके सैंपल लेकर भेजे जा रहे हैं। ये सभी होम क्वारैंटाइन किए गए हैं। अब तक 15 से अधिक कैंटोनमेंट क्षेत्र का सर्वे पूरा हो गया है।
स्वास्थ्य अधिकारियों-कर्मचारियों की काॅन्टैक्ट हिस्ट्री मिलने पर जिम्मेदारी तय होगी
स्वास्थ्य आयुक्त फैज अहमद किदवई ने कहा है कि स्वास्थ्य संचालनालय में अधिकारियों-कर्मचारियों के बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमण से प्रभावित होने के कारणों की जांच की जा रही है। उनकी कॉन्टैक्ट हिस्ट्री और चेन की जांच की जा रही है। जब तक संबंधित व्यक्ति स्वयं के संपर्कों की चेन का ब्यौरा, कॉन्टैक्ट हिस्ट्री नहीं देंगे, तब तक निश्चित रूप से कुछ कह पाना कठिन है।