नई दिल्ली। देश में कोरोना के मामले में लगातार तेजी आ रही है। कोविड-19 से पीड़ितों लोगों का आंकड़ा पूरे देश में बढ़कर 5,700 के पार पहुंच चुका है। इस जानलेवा वायरस के कारण 166 लोगों की मौत हो चुकी है। सरकार ने इस खतरनाक वायरस को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन समेत तमाम उपाय कर रही है। बावजूद इसके देश के कुछ जिले इस बीमारी के हॉटस्पॉट के रूप में उभरे हैं। महाराष्ट्र का मुंबई, पुणे, मध्य प्रदेश का इंदौर और बिहार का सिवान शहर कोरोना के हॉटस्पॉट के रूप में उभरे हैं। इंदौर की स्थिति तो ज्यादा ही खराब है। तमाम कोशिशों के बाद भी इन शहरों में कोरोना के बढ़ते मामलों से प्रशासन परेशान है।
इंदौर में 213 मरीज, देर से जारी सरकार?
मध्यप्रदेश के इंदौर में ही कोरोना से सबसे ज्यादा हालत खराब है। बुधवार को भी इंदौर में 40 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इसके साथ ही इंदौर में कोरोना मरीजों की संख्या 213 पहुंच गई। अब तक इंदौर में कुल 22 लोगों की मौत कोरोना से हुई है। इंदौर में हॉट स्पॉट वाले इलाकों की सघन निगरानी की जा रही है। इंदौर में हालात बिगड़ने के पीछे सरकार का देर से ऐक्शन लेना भी बताया जा रहा है।
भोपाल में हेल्थ वर्कर संक्रमित, खंगाली जा रही कॉन्टैक्ट हिस्ट्री
इंदौर के बाद राजधानी भोपाल की हालत सबसे ज्यादा खराब है। यहां कोरोना के 94 मरीज मिले हैं। 50 के करीब स्वास्थ्य विभाग के कर्मी और अफसर हैं। बढ़ते खतरे को लेकर सरकार ने सख्त फैसले भी लिए हैं। भोपाल के सीएमएचओ को हटा दिया है। कहा जा रहा है कि धरातल पर वह स्थिति को संभाल नहीं पा रहे थे। अब सरकार ने प्रदेश में एस्मा भी लागू कर दिया है। इस बीच, विभाग सभी पीड़ित कर्मचारियों की कॉन्टैक्ट हिस्ट्री खंगाली जा रही है।
उज्जैन भी बन गया है हॉटस्पॉट
वहीं, उज्जैन में कोरोना से अबतक 5 लोगों की मौत हुई है। यहां कोरोना के 15 मामले सामने आ चुके हैं। राज्य सरकार ने इस शहर को भी सील कर दिया है। लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। मध्यप्रदेश के सीएम ने देश में जारी लॉकडाउन बढ़ाने की अपील कर चुके हैं। उज्जैन में तो मेडिकल टीम के साथ बदसलूकी की जा रही है।
सिवान हॉटस्पॉट, सरकार की असफलता?
बिहार में विदेशों से आए लोगों के संपर्क में आने से कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या राज्य सरकार विदेशों से आए लोगों को क्वारंटीन नहीं कर पाई? सिवान में ही अकेले 20 लोगो कोरोना से पॉजिटिव पाए गए हैं। सिवान में एक और शख्स कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। 36 साल का ये शख्स 16 मार्च को दुबई से लौटा था। इसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सिर्फ गुरुवार को अब तक सिवान में 10 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस तरह से बिहार में अब कुल 51 कोरोना पॉजिटिव हैं जिसमें से 20 सिवान जिले के हैं। कुल मिलाकर सिवान बिहार का 'वुहान' बनता जा रहा है। सूबे में कोरोना के कुल शिकारों की तादाद बढ़कर 50 हो गई है। अभी के अपडेट के मुताबिक पहले 5 मरीज फिर सिवान से ही मिले हैं। ये भी सुबह वाले 4 मरीजों की तरह ओमान से लौटी कोरोना पीड़ित के संपर्क में आए थे। इनमें 50 और 20 साल की दो महिलाएं, 30 साल का एक पुरुष, 12 साल की एक बच्ची और 10 साल का एक बच्चा है। इसके अलावा 2 Covid पॉजिटिव लड़के बेगूसराय से मिले हैं जिनकी उम्र 15 और 18 साल है।
मुंबई, पुणे में कहां हो गई चूक?
महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या में अधिकतर मुंबई, पुणे और ठाणे से हैं जिससे राज्य की स्थिति गंभीर हो गई है। राज्य में कुल कोरोना वायरस मरीजों के 90 फीसदी केस इन्हीं जगहों से हैं। इससे भी चिंताजनक यह है कि महाराष्ट्र में 4 अप्रैल से हर दिन नए 100 से अधिक नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं। मुंबई में बुधवार तक कुल 714 कोरोना केस थे जिनमें 5 की मौत भी हो गई। धारावी में कोरोना के केस आने के बाद इस इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। राज्य सरकार ने हालांकि कोरोना रोकने के लिए कदम तो उठाए हैं लेकिन यहां ही सबसे ज्यादा कोरोना के मामले सामने आए हैं।