आगर मालवा: नक्सलियों के गढ़ कहे जाने वाले अबूझमाड़ के कोहकामेटा में कभी पक्की सड़क पहुंचेगी ये कल्पना यहां के बाशिन्दों ने कभी की ही नहीं थी. लेकिन पिछले 3 सालों में यहां की तस्वीर बदली ये सब कुछ हुआ पुलिस के नए कैंप की स्थापना से. इन तीन सालों में पुलिस ने ना सिर्फ लोगों मे विश्वास जगाया बल्कि विकास की किरण को भी यहां पहुंचाने में अहम कड़ी साबित हुई. जिसका नतीजा यह हुआ कि आज नारायणपुर से कोहकामेटा तक 31 किलोमीटर सड़क बनकर तैयार हो गई.
सड़क बन जाने से अब हर सुविधा नक्सलियों के गढ़ कहे जाने वाले कोहकामेटा में पहुंचने लगी है, जिससे यहां के लोग काफी खुश है. इस संबंध में पुलिस अधीक्षक (SP) मोहित गर्ग का कहना है किसी भी गांव का विकास सड़क मार्ग से ही पहुंचता है. जल्द ही अबूझमाड़ के मुख्यालय ओरछा तक भी सड़क बन जाएगी. नक्सलियों के गढ़ कहे जाने वाले अबूझमाड़ के कोहकामेटा में पहुंची पक्की सड़क अबूझमाड़ के बदलते तस्वीर और नक्सलियों के खौफ से मुक्त होते हुए बदलते तस्वीर की तरफ इशारा कर रही है.
पुलिस अधीक्षक (SP) मोहित गर्ग ने बताया कि नारायणपुर जिला मुख्यालय से 31 किलोमीटर दूर अबूझमाड़ के घने जंगलों के बीच बसा कोहकामेटा गांव नक्सली समस्या से कई वर्षों से जूझ रहा था. विकास विरोधी नक्सलियों ने शिक्षा के मंदिर, स्वास्थ केंद्र, पंचायत भवन को तोड़ने, लोगों को शासन प्रशासन से दूर रखकर देश दुनिया से अलग कर दिया था, लेकिन नारायणपुर पुलिस ने वर्ष 2018 के नंवबर माह में पुलिस कैंप खोला. इसके बाद धीरे-धीरे यहां लोगों के मन से नक्सलियों का खौफ दूर किया गया. फिर विकास की नींव डालनी शुरू की गई.
पुलिस की तरफ से वर्ष 2019 में कोहकामेटा तक सड़क निर्माण कार्य कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू किया गया और 2021 में नारायणपुर से कोहकामेटा 31 किलोमीटर डामरीकरण सड़क का निर्माण हो गया. इस दौरान कई शासकीय भवनों का भी निर्णय कार्य किया गया.
इस बारे में अबूझमाड़ के कोहकामेटा में निवास करने वाले ग्रामीणों का कहना है कि ये किसी सपने से कम नहीं है कि हमारे गांव तक डामर की पक्की सड़क बनाकर तैयार हो गई है. क्योंकि हमने कभी सोचा ही नहीं था कि हमारे गांव में पक्की सड़क बनेगी. ये सब पुलिस कैंप खुलने के बाद ही संभव हो पाया है.
पुलिस के प्रयासों का ही नतीजा है कि अब हमारे यहां स्वास्थ्य विभाग की गाड़ी, पीडीएस राशन की गाड़ी, नल गाड़ी, अधिकारियों की गाड़ी पहुंचने लगी है. अब हमें भी शासन की सभी योजनाओं का लाभ मिलने लगा है.