सतना। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व CM कमलनाथ ने एक बार फिर भाजपा को घेरा है। कमलनाथ ने कहा है कि भारत महान नहीं, बल्कि बदनाम है। हालत ये है कि विदेशों में अब भारतीय ड्राइवरों की टैक्सी में कोई बैठने को तैयार नहीं है। इसके लिए पीएम मोदी और उनकी सरकार जिम्मेदार है। मोदी सरकार को केंद्र में 30 मई को 7 साल पूरे हो रहे हैं। उन्हें जवाब देना चाहिए। बताना चाहिए कि क्या देश नारों पर ही चलेगा? क्या हुआ रोजगार का? कहां पहुंची महंगाई?
कमलनाथ के बयान पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा, कमलनाथ ने मानसिक संतुलन खो दिया है। अगर नहीं तो खोया है, तो ऐसा विकृत विचार है। ऐसा कांग्रेस का अध्यक्ष भारत का नागरिक कहलाने का हकदार नहीं है। कमलनाथ जी की जांच करानी चाहिए। सोनिया गांधी को उन्हें पार्टी से बाहर कर देना चाहिए।
शुक्रवार को सतना जिले के मैहर दौरे पर आए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व मध्यप्रदेश के पूर्व CM कमलनाथ ने कोविड से हुई मौतों पर एक बार फिर शिवराज सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में डेढ़ लाख लाशें श्मशान पहुंची हैं। इनमें से 80% शवों का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल से किया गया है। जनता को दिखाई देने वाले सरकारी आंकड़े झूठे हैं। उन्होंने कहा- प्रदेश में इन दिनों कोविड माफिया चल रहा है। अस्पतालों में बेड से लेकर दवाओं में कई गुना पैसे वसूले जा रहे हैं।
उन्होंने केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा- मोदी जी ने भारत को बदनाम कर दिया है, इसलिए भारतीयों पर विश्व ने आने-जाने पर रोक लगा दी गई है। विदेशों में भारतीयों की ऐसी छवि बन गई है कि उनकी टैक्सी में कोई बैठने को तैयार नहीं है।
मैहर मंदिर में पूजा अर्चना करते पूर्व CM कमलनाथ।
बता दें, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे पहले से निर्धारित कार्यक्रम अनुसार मैहर पहुंचे। इसके पहले वे विशेष विमान से दिल्ली से खजुराहो आए। यहां से मैहर पहुंचे। हेलीपैड में कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद सीधे मैहर मंदिर की डेउढ़ी पर पहुंचे। क्योंकि कोरोना प्रोटोकाॅल के कारण मैहर मंदिर बंद था। उन्होंने नीचे गेट पर ही पुरोहितों की मौजूदगी में पूजा अर्चना की।
इसके बाद सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा की। उन्होंने बाबा अलाउददीन खां मैहर कला अकादमी के सदस्य व नलतरंग वादक प्रभुदयाल द्विवेदी के निधन पर घर पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की। इसके बाद कांग्रेस पदाधिकारी रहे मनीष चतुर्वेदी के घर पहुंचकर शोक शोक जताया। वे करीब 1 बजे जबलपुर रवाना हो गए।
रैगांव उप चुनाव का तापमान नापने आए
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पूर्व CM कमलनाथ का धार्मिक दौरा था, लेकिन राजनीतिक हलकों में इसको लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कुछ लोग इस दौरे को विंध्य के कोरोना के हालातों से जोड़कर देख रहे हैं। वहीं, कुछ लोग बेकाबू कोरोना से मौत के कारणों की बाजीगरी को बेनकाब करना बता रहे। हालांकि ये दौरा रैगांव उप चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि दमोह उप चुनाव में मिली सफलता के बाद प्रदेश कांग्रेस गुटबाजी खत्म कर आने वाला चुनाव लड़ना चाहती है। ऐसे में रैगांव विधानसभा से भाजपा के पांच बार के विधायक व पूर्व मंत्री जुगल किशोर के निधन से रिक्त हुई सीट पर उप चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि मैहर में मां शारदा से आशीर्वाद लेने के बाद कमलनाथ ने रैगांव उप चुनाव का तापमान नाप कर जबलपुर चले गए हैं।
सोशल डिस्टेंसिंग के नियम हवा में, मास्क भी नहीं आया नजर
आरोप है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के दौरे के दौरान कांग्रेस पदाधिकारियों से लेकर कार्यकर्ता न सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया और न ही कई लोग मास्क लगाए नजर आए। वहीं पूजा अर्चना करते समय किसी भी जनप्रतिनिधि का मास्क नहीं नजर आया। हालांकि काफिला निकले समय ज्यादातर नेता एक दूसरे से चिपके नजर आए। जिला प्रशासन द्वारा नियुक्त इंसीडेन्ट कमांडर भी बेबस नजर आए।