सतना। मैहर दौरे पर आए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं MP के पूर्व CM कमलनाथ ने सर्किट हाउस में पत्रकारवार्ता कर शिवराज सरकार पर तंज कसा। कहा MP में डेढ़ लाख लाशें श्मशान पहुंची है। जिसमे 80 प्रतिशत मौतें कोरोना के कोविड 19 के कारण हुई है। लेकिन प्रदेश में आम जनता को दिखाई देने वाले सरकारी आंकड़े झूठे है। उन्होंने ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए आगे कहा कि प्रदेश इन दिनों कोविड माफिया चला जा रहा। अस्पतालों में बेड से लेकर दवाओं में कई गुना पैसे वसूले जा रहे है।
कमलनाथ इतने पर भी नहीं रूके आगे बोले कि सीएम शिवराज को बॉम्बे जाना चाहिए। वे एक्टिंग अच्छी कर लेते है। इससे मध्य प्रदेश का नाम रोशन होगा। इसके बाद वे केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए बोले कि मोदी जी ने भारत को बदनाम कर दिए है। इसलिए भारतीयों पर पूरे विश्व ने आने जानें पर रोक लगा दी गई है। विदेशों में भारतीयों की ऐसी छवि बन गई है कि टैक्सी में कोई बैठने को तैयार नहीं है।
मैहर मंदिर में पूजा अर्चना करते पूर्व CM कमलनाथ।
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ शुक्रवार की सुबह करीब 11 बजे पहले से निर्धारित कार्यक्रम अनुसार मैहर पहुंचे। इसके पहले वे विशेष विमान से दिल्ली से चलकर खजुराहो आए। यहां से में सवार होकर मैहर पहुंचे। हेलीपैड में कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद सीधे मैहर मंदिर की डेउढ़ी पर पहुंचे। क्योंकि कोरोना प्रोटोकाल के कारण मैहर मंदिर बंद था। तो वे नीचे गेट पर ही पुरोहितों की मौजूदगी में पूजा अर्चना की।
इसके बाद मैहर के सर्किट हाउस में पहुंचकर पत्रकारों से रूबरू होते हुए केन्द्र और राज्य की भाजपा सरकार को आढ़े हाथों लिया। फिर वे बाबा अलाउददीन खां मैहर कला अकादमी के सदस्य व नलतरंग वादक प्रभूदयाल द्विवदी के निधन पर घर पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की। इसके बाद कांग्रेस पदाधिकारी रहे मनीष चतुर्वेदी के घर पहुंचकर शोक शोक जताया। इन कार्यक्रमों के पूर्ण होने के बाद वे करीब 1 बजे जबलपुर के लिए हेलीकॉप्टर से रवाना हो गए।
रैगांव उप चुनाव का नापने आएं तापमान
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पूर्व CM कमलनाथ का कार्यक्रम पूरी तरह से धार्मिक दौरा था। लेकिन राजनीतिक हल्कों में इसको लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे है। कुछ इस दौरे को विंध्य के कोरोना के हालातों से जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं कुछ लोग बेकाबू कोरोना से मौत के कारणों की बाजीगरी को बेनकाब करना बता रहे। हालांकि ये दौरा रैगांव उप चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि दमोह उप चुनाव में मिली सफलता के बाद प्रदेश कांग्रेस गुटबाजी खत्म कर आने वाला चुनाव लड़ना चाहती है। ऐसे में रैगांव विधानसभा से भाजपा के पांच बार के विधायक व पूर्व मंत्री जुगुल किशोर के निधन से रिक्त हुई सीट पर अंदर ही अंदर उप चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई है। कयास लगाए जा रहे है कि मैहर में मां शारदा से आशीर्वाद लेने के बाद पूर्व CM कमलनाथ ने रैगांव उप चुनाव का तापमान नापकर जबलपुर चले गए है।
सोशल डिस्टेंसिंग के नियम हवा में, मास्क भी नहीं आया नजर
आरोप है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के दौरे के दौरान कांग्रेस पदाधिकारियों से लेकर कार्यकर्ता न सोशल डिस्टेंसिंग के निमयों का पालन किया और न ही कई लोग मास्क लगाए नजर आए। वहीं पूजा अर्चना करते समय किसी भी जनप्रतिनिधि का मास्क सही पोजीशन में नहीं नजर आया। हालांकि काफिला निकले समय ज्यादातर नेता एक दूसरे से चिपके नजर आए। वहीं जिला प्रशासन द्वारा नियुक्त इंसीडेन्ट कमांडर भी बेबस नजर आए।