रतलाम। सरकार ने कोरोना की आपदा में सेवा देने वाले कई सरकारी विभागों के कर्मचारियों को फ्रंट लाईन वर्कर का दर्जा भी दिया है लेकिन ये फ्रंटलाइन योद्धा अब भी वैक्सीनेशन के लिए लास्ट लाईन में खड़े नजर आ रहे है।
रतलाम जिले के 18 और से 44 आयु वर्ग के बैंक कर्मियों को अब भी वैक्सीनेशन का इंतजार है । लेकिन स्थानीय प्रशासन दिन रात बैंकों में सेवाएं दे रहे बैंक कर्मियों की ओर ध्यान ही नहीं दे रहा है।
खासकर 18 वर्ष से 44 वर्ष की आयु वर्ग के अधिकांश बैंक कर्मियों को वैक्सीन पहला डोज अब तक नहीं लग पाया है ।आलम यह है कि अकेले एसबीआई के 75 से ज्यादा कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हो चुके है लेकिन अब भी 18 से 44 आयु वर्ग के कर्मचारी कोरोना के टीके से दूर है। अब इन कर्मचारियों ने प्रशासन ने विशेष कैंप लगाकर कर्मचारियों के टीकाकरण की मांग की है।
बहरहाल 18 वर्ष से 44 वर्ष तक की आयु वर्ग के लिए रतलाम शहर और जावरा क्षेत्र को छोड़कर 6 जिले में स्पॉट रजिस्ट्रेशन के साथ वैक्सीनेशन की व्यवस्था आज से लागू कर दी गई है। लेकिन रतलाम शहर में लागू लॉक लॉकडाउन की वजह से युवा बैंक कर्मियों को वैक्सीनेशन केंद्र पर जाकर वैक्सीन लगवाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।