इंदौर। कोरोना की दूसरी लहर में इलाज के लिए आई परेशानियों को देखते हुए कई लोग और संस्थाएं मदद के लिए आगे आ रहे हैं। इसी क्रम में क्रिकेटर युवराज सिंह के फाउंडेशन यूवी कैन ने भी एमजीएम मेडिकल कॉलेज प्रशासन के सामने साढ़े तीन करोड़ की 100 बेड की क्रिटिकल केयर यूनिट स्थापित करने की पेशकश की है। इसके तहत 23 तरह के मेडिकल उपकरण दिए जाएंगे। इसके अलावा 50 बायपेप मशीनें व 10 वेंटिलेटर भी मिलेंगे।
यूवी कैन कैंसर की बीमारी को लेकर देशभर में काम कर रहा है। कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर के बीच यह फाउंडेशन मरीजों के इलाज के लिए संसाधन भी उपलब्ध करवा रहा है। देशभर में 40 स्थानों पर अब तक इस तरह की मदद कर चुका है। यह फाउंडेशन इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में 100 बेड वाला क्रिटिकल केयर यूनिट स्थापित करना चाहता है।
सभी बेड ऑक्सीजन सुविधा वाले होंगे। संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि कुछ दिनों से एमजीएम की ओर से फाउंडेशन से बातचीत की जा रही थी। अब फाउंडेशन की ओर से ऑफर लेटर मिला है, जिसमें उन्होंने कोविड केयर के लिए कई तरह के उपकरण देने का प्रस्ताव दिया है। फाउंडेशन द्वारा फ्लोमीटर के साथ 200 ऑक्सीजन सिलेंडर, सक्शन मशीन, डिजिटल थर्मामीटर, ड्रग रेफ्रिजरेटर, माॅनीटर, आईवी स्टैंड सहित 23 तरह के आईसीयू आइटम दिए जाएंगे। 50 बायपेप मशीन व 10 वेंटिलेटर भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
उधर, फाउंडेशन की ओर से लेटर मिलने के बाद डीन डॉ. संजय दीक्षित ने भी सहमति पत्र लिख दिया है। उन्होंने बताया कि हम कई लोगों और संस्थाओं से संपर्क में हैं, जो हमारे अस्पतालों में मरीजों के लिए मदद करना चाहते हैं। 100 बेड की यूनिट के लिए जगह का चयन किया जा रहा है।
फाउंडेशन ने ऐसे किया संपर्क
चाचा नेहरू अस्पताल में पदस्थ डॉ. प्रीति मालपानी बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट का काम भी संभालती हैं, जहां कैंसर पीड़ित बच्चे व मरीज भी आते हैं। कुछ दिन पहले वे एक ऑर्गनाइजेशन के संपर्क में आईं, जो कैंसर मरीजों के लिए काम करती है। संस्था के एक अधिकारी ने युवराज का फाउंडेशन ज्वॉइन किया था। उन्हीं ने डॉ. मालपानी और डीन डॉ. दीक्षित से संपर्क कर कोविड केयर के लिए मदद का प्रस्ताव दिया। उन्होंने डीन को पत्र लिखकर 100 बेड के अस्पताल के लिए जगह मुहैया करवाने की बात कही है।