रीवा। शहर के सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टरों ने एसएएफ जवान की जमकर पिटाई कर दी। वह यहां कंपनी कमांडर का अटेंडर बनकर आया था। तबीयत खराब होने पर वह खुद का चेकअप करवाने डॉक्टरों के पास पहुंचा। जवान ने जल्दबाजी दिखाई तो डॉक्टर भड़क गए। उन्होंने अन्य जूनियर डॉक्टरों को बुलाकर उसकी पिटाई कर दी। उसने डायल 100 को कॉल किया तो मोबाइल भी छुड़ा दिया। इसके बाद लात-घूंसों और बेल्ट से उस पर टूट पड़े। यही नहीं, बाद में हड़ताल की भी धमकी दी।
जानकारी के मुताबिक आकाश साहू एसएएफ का जवान है। वह स्टेट औद्योगिक सुरक्षा बल भटलो में पदस्थ है। वह कंपनी कमांडर पीसी निहाल का इलाज कराने श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल गुरुवार दोपहर आया था। यहां वह शाम 5 से 6 बजे के बीच सोचा कि खुद का भी चेकअप करवा लूं। वह प्राइवेट समस्या लेकर जूनियर डॉक्टरों के पास पहुंचा। जहां उसने समस्या चिकित्सकों को बताई। देरी होने पर उसने कंपनी कमांडर के साथ आने का हवाला दिया।
पुलिस का नाम सुनते ही डॉक्टर भड़क गए। इसके बाद अन्य वार्डों में तैनात करीब 12 से 15 डॉक्टरों को बुलाकर मारपीट शुरू कर दी। उसने फोन लगाने की कोशिश की, तो फोन जब्त कर बंधक बना लिए। रात करीब 8 बजे के बाद अन्य वार्डों के लोगों ने डायल 100 और अमहिया पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत करवाया। देर रात तक मामले में कार्रवाई नहीं हो सकी।
हड़ताल की धमकी
जूनियर डॉक्टरों ने जवान को पीटते समय भी कहा था कि होशियारी करोगे, तो हड़ताल कर देंगे। वहीं, इंदौर में कलेक्टर और चिकित्सकों की बहस के बाद हड़ताल का मामला सामने आ चुका है। ऐसे में रीवा जिला प्रशासन नई मुसीबत नहीं लेना चाहता है। वहीं, पीड़ित का कहना है कि जब डॉक्टर एक पुलिस वाले का पीट सकते हैं, तो आम जनता से कैसा व्यवहार करते होंगे। वह कार्रवाई की मांग पर अड़ा है।
अस्पताल के बाद हॉस्टल में एक युवक को पीटा
दावा किया जा रहा है कि अस्पताल में पुलिस जवान को पीटने वाले चिकित्सक हॉस्टल में भी एक युवक की भी पिटाई की है। यहां उन्होंने चोरी का आरोप लगाकर पीटा है।