शिवधाम कॉलोनी में पीछे के रास्ते से जाली की साइड से आवाजाही, संक्रमित भी टहलने निकल जाते हैं; गैस सिलेंडर वाले को घर बुलाते हैं

Posted By: Himmat Jaithwar
5/28/2021

इंदौर। शिवधाम कॉलोनी के लोग कह रहे हैं कि पहले गेट पर दो पुलिस वाले बैठे हैं। पीछे की गलियों को जारी लगाकर बंद कर दिया है। जाली तो नाम मात्र के लिए है। शाम को संक्रमित तक आपको घूमते मिल जाएंगे। पता नहीं, कौन हमें संक्रमित कर दे। यहां जाली लगाने से संक्रमण तो नहीं रुक रहा है। हां, गाड़ी का पेट्रोल जरूर ज्यादा खर्च हो रहा है।

कॉलोनी की दो गलियों को बंद कर रखा है, पर वहां तो आवाजाही जारी है। भीतर की दुकानें भी खुल रही हैं। लोग जालियों को साइड से पार कर निकल रहे हैं। गाड़ियां दौड़ा रहे हैं। शिवधाम कॉलोनी को भी सिलिकाॅन सिटी, शिव सिटी की तरह कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। हालांकि यहां आवाजाही में किसी प्रकार की रोक नजर नहीं आ रही है।

दोनों गलियों पर इस प्रकार से जाली लगा रखी है।
दोनों गलियों पर इस प्रकार से जाली लगा रखी है।

400 घरों में कैसे पहचानें, किसके यहां है संक्रमित
रहवासी आशीष वर्मा ने बताया कि रास्ते बंद होने से परेशानी आ रही है। प्रशासन ने मेन गेट को छोड़कर बस दो गलियों को बंद कर रखा है। करीब 400 घर कंटेनमेंट जोन में हैं। हमें बताया गया कि आपके क्षेत्र में 70 से 80 केस हैं। शिवमंदिर के पास बैरिकेडिंग हैं। जहां पर दो पुलिस जवान तैनात हैं।

इसके अलावा दो गलियों को पीछे से जाली लगाकर बंद किया गया है। इन जालियों के साइड से लोग आराम से आवाजाही कर रहे हैं। मेरे घर के पास गणेश मंदिर के पास से भी बिना रोक-टोक लोग निकल रहे हैं। यहां सिर्फ नाम का कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। शाम को तो यहां संक्रमित भी घूमते नजर आ जाएंगे।

शाम होते ही इस प्रकार से घूमने लगते हैं कंटेनमेंट जाने में लोग।
शाम होते ही इस प्रकार से घूमने लगते हैं कंटेनमेंट जाने में लोग।

उनका कहना था कि यहां किसी भी घर को चिन्हित नहीं किया गया है। ऐसे में पता ही नहीं चल पाता है कि कौन से घर में संक्रमित है। यहां दिक्कत यह है कि सड़क बंद करने से हमें घूमकर जाना पड़ रहा है, जिससे पेट्रोल ज्यादा लग रहा है। शाम को देखें तो लगेगा ही नहीं कि यह कंटेनमेंट जोन है। यहां सैनिटाइजेशन नहीं हो रहा है। हद तो यह है कि कंटेनमेंट जोन में जो भी दो तीन दुकानें हैं, वे सभी समय-समय पर खुल रही हैं।

लोग नहीं करते सपोर्ट, कहते हैं, तुम्हारा काम है गैस देना
गैस डिलीवरी करने वाले पुरुषोत्तम भारती ने बताया, कंटेनमेंट एरिया होने के बाद भी कोई व्यक्ति बाहर आकर गैस नहीं ले रहा है। हमें मजबूरी में जाना पड़ता है। हम किसी से कहते हैं, बाहर आकर ले लो, तो कहते हैं कि रास्ता बंद है तो क्या हुआ, कैसे भी आओ। तुम्हारा काम है, गैस घर तक पहुंचाना। यहां किसी प्रकार का सपोर्ट नहीं मिल रहा है।

रास्ता बंद होने से अभी हमें साइड से 500 मीटर तक कंधे पर रखकर सिलेंडर लेकर जाना पड़ रहा है। जो लोग चाैथी या पांचवीं मंजिल में रह रहे हैं, उन्हें गैस पहुंचाना चुनौती है। कई कंधे में रखकर उतने ऊपर का रास्ता तय करते हैं। कंटेनमेंट जोन होेन के बाद भी हमें यहां डिलीवरी करना पड़ रही है। उनका कहना था कि शहर में रह पुलिस या अन्य किसी प्रकार से कोई परेशान नहीं कर रहा है।

गैस वाले बोले - लोग नहीं कर रहे सपोर्ट।
गैस वाले बोले - लोग नहीं कर रहे सपोर्ट।

मेडिसिन देने के लिए आधे घंटे तक खड़े रहना पड़ता है
मेडिसिन डिलीवरी देने वाले विकास पाटीदार ने कहा कि बंद होने से कई समस्याएं आ रही हैं। शहर में जगह-जगह पहले पुलिस से सामना होता है। होटल और दुकानें बंद होने से पानी से लेकर खाने तक की समस्या रहती है। मेडिसिन देने जाओ तो वहां पर घंटों ग्राहक के आने का इंतजार करना पड़ता है। गुरुवार को शिवधाम काॅलोनी में डिलीवरी देने आए थे। कॉलोनी में मेडिसिन देना है। आधे घंटे से ज्यादा समय से यहां खड़े हैं। अब वे जाली तक आएंगे, इसके बाद उन्हें दवाई देकर दूसरी जगह जाएंगे। अनलॉक के समय हमें ज्यादा से ज्यादा एक जगह पर डिलीवरी करने में 5 से 7 मिनट लगते थे। अब हालत यह है कि कम से कम आधे घंटे खड़े रहना पड़ रहा है।

रहवासी आशीष, विकास और सब्जी शॉप संचालक संतोष कुशवाह।
रहवासी आशीष, विकास और सब्जी शॉप संचालक संतोष कुशवाह।

50 किमी दूर से ला रहे सब्जी
शिवधाम में सब्जी का बिजनेस करने वाले संतोष कुशवाह ने बताया कि लॉकडाउन के कारण धंधा जीरो हो गया है। नाम मात्र की सब्जी बिक रही है। दिनभर में दो से तीन लोग आ जाते हैं। कंटेनमेंट जोन में आवाजाही से यह डर भी रहता है कि कहीं हम भी संक्रमित के संपर्क में ना आ जाएं। मंडी बंद होने से सब्जी लेकर आने में भी परेशानी हो रही है। हमें सीधे खेत में जाना पड़ रहा है। काफी दूर जाने के बाद खेत वाला मुंह मांगे दाम मांगता है। सब्जी लेने हमें 50 किलोमीटर दूर तक जाना पड़ रहा है।

इस प्रकार से जाली के साइड से निकल रहे लोग।
इस प्रकार से जाली के साइड से निकल रहे लोग।

ये हैं प्रमुख कंटेनमेंट एरिया

स्नेहलतागंज, गोमा की फैल, पंचम की फेल, पार्क रोड, शंकर नगर, नवजीवन प्लाजा, मनीषपुरी, क्लासिक पालीवाल सिटी, स्कीम 54, एफएच सेक्टर, विजय नगर, स्कीम 74, नेहरू नगर गली नंबर 6, वृंदावन पैलेस, सरस्वती नगर, स्कीम 134, मानवता नगर, बिचौली मर्दाना, रेवेन्यू नगर, मयूर नगर, पवनपुरी काॅलोनी, तुलसी पैलेस अजय बाग, नार्थ मूसाखेड़ी खाती मोहल्ला, शिव पैलेस, हसनजी नगर, रॉयल संस्कृति पार्क कॉलोनी, नंदा नगर, ऋषि नगर, स्वास्थ्य नगर, न्यू गायत्री नगर, प्रोफेसर कॉलोनी, नौलखा कॉम्प्लेक्स, सर्वाेदय नगर, बैराठी कॉलोनी गली नंबर-2, जयरामपुर काॅलोनी, मरीमाता गली, जीत नगर, भावना नगर, जूनी कसेरा बाखल, समाजवादी इंद्रा नगर, नार्थ राज मोहल्ला, बाबू मुराई काॅलोनी गली नंबर-1, अशोक नगर, राज नगर, हरि नगर आदि।

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शिवधाम कॉलोनी में जाने वाला मुख्य मार्ग।
शिवधाम कॉलोनी में जाने वाला मुख्य मार्ग।



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