इंदौर। इंदौर में गुरुवार शाम तेज हवा-आंधी के बाद कुछ देर कई इलाकों में अच्छी बारिश हुई, जो कि 4.8 मिमी रिकार्ड हुई। बारिश कुछ मिनटों में थम गई, मगर देर रात तक आधे से ज्यादा शहर अंधेरे में डूबा रहा। अचानक से माैसम बदलने का कारण रहा पश्चिमी विक्षोभ, राजस्थान तरफ के चक्रवात, उत्तरी मप्र हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात, अरब सागर से आ रही नमी।
40 किलोमीटर की रफ्तार से चली हवाओं के कारण शहर के पांचों डिवीजन के 20 से ज्यादा फीडर बंद हो गए और रात में करीब 2 घंटे तक शहर की आधे से ज्यादा आबादी अंधेरे में रही। इसके साथ ही रणजीत हनुमान, डीआईजी बंगला सहित विभिन्न इलाकों में 17 पेड़ गिर गए, जिन्हें निगम की टीम ने रात में ही काटकर हटाया। बारिश और आंधी से रात का पारा सामान्य से 4 डिग्री गिरकर 21.5 रिकार्ड हुआ।
गुुरुवार को दिन का तापमान और बुधवार के मुकाबले गिरकर 38 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, यह सामान्य से 3 डिग्री कम रहा। इसके अलावा रात की बात करें तो बुधवार रात को जो पारा 25.7 डिग्री था। वह गिरकर 21.5 पर पहुंच गया। 10 साल में ऐसा पहली बार है, जब मई का महीना इतना कम तपा है। वहीं, नौतपा भी न तपने के रिकॉर्ड तोड़ रहा है। नौपता के लगातार चौथे दिन शुक्रवार की शुरुआत भी ठंडक के साथ हुई है। बाकी बचे दिनों में भी झुलसाने वाली गर्मी के आसार नहीं है। तापमान सामान्य से कम या सामान्य ही रहेगा। यही नहीं हल्की बारिश, बूंदाबांदी होने के आसार भी बने हैं। पूरे महीने में सिर्फ 10 मई को पारा 40 डिग्री के उच्चतम स्तर पर गया था। हालांकि यह भी सामान्य से 1 डिग्री कम था। बीते 27 दिनों में अधिकांश दिन पारा 38 से 39 डिग्री के बीच रिकॉर्ड हुआ, जो सामान्य से कम है। न्यूनतम तापमान में भी कमी आई है।
सुबह भी काले घने बादल छाए रहे।
इसलिए कम तप रहा नौतपा
मौसम विशेषज्ञ अजय कुमार शुक्ला के मुताबिक केवल मई नहीं बल्कि मार्च से ही लगातार गर्मी प्रभावित हो रही है। पश्चिमी विक्षोभ, राजस्थान तरफ चक्रवात, उत्तरी मप्र हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात, अरब सागर से नमी, तूफान ताऊ ते और अब यास की वजह से उमस, हवा और बादल छाए होने की वजह से गर्मी असर नहीं दिखा पाई। विक्षोभ तो हर पांच से सात दिन के अंतराल में मार्च से ही आ रहे थे। अब अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में सिस्टम सक्रिय होने से नौतपा में भी मार्च के शुरुआती दिनों जैसा तापमान रिकॉर्ड हो रहा है।
निगम की टीम देर रात तक पेड़ोंं को हटाने में लगी रही।
66 दिन की गर्मी बीती, पूरे सीजन में पारा सबसे ज्यादा 29 मार्च को 40.2 डिग्री रहा
गर्मी के सीजन के 66 दिन बीत चुके हैं, लेकिन इस सीजन में केवल 29 मार्च को ही पारा 40.2 डिग्री रिकॉर्ड हुआ था जो सामान्य से 4 डिग्री ज्यादा था। इसके बाद सीजन आगे बढ़ा और 27, 28, 29 और 30 अप्रैल को भी पारा 40 डिग्री पर आया, लेकिन सामान्य से 1 डिग्री कम ही रहा। इसके बाद 10 मई को भी पारा 40 डिग्री के स्तर पर आया। तब भी यह औसत से कम आंका गया।
शहर की आधी आबादी काफी देर तक अंधेरे में रही।
बीते 10 सालों में इस बार मई में 40 के ऊपर नहीं गया पारा
साल |
तारीख |
तापमान |
2011 |
19 मई |
42.5 |
2012 |
26 मई |
42.0 |
2013 |
20 मई |
42.8 |
2014 |
30 मई |
43.2 |
2015 |
19 मई |
43.5 |
2016 |
19 मई |
44.5 |
2017 |
26 मई |
42.8 |
2018 |
29 मई |
43.2 |
2019 |
29 मई |
42.5 |
2020 |
26 मई |
42.4 |