भोपाल। मध्यप्रदेश वाइल्ड लाइफ बोर्ड की 6 महीने बाद गुुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई। वन मंत्री विजय शाह ने बताया, अफ्रीकी चीता इसी साल नवंबर में मध्यप्रदेश लाया जाएगा। इस पर बोर्ड के सदस्यों ने मुख्यमंत्री से कहा मध्यप्रदेश स्थापना दिवस 1 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से चीता लाएं, ताकि यह यादगार बन जाए। मुख्यमंत्री इस सुझाव पर सहमति भी दे दी है।
बैठक में कटनी-सिंगरौली रेलवे लाइन का डबलीकरण प्रोजेक्टर के संजय दुबरी टाइगर रिजर्व से 14,187 पेड़ काटने का प्रस्ताव आया, लेकिन इसे बहस के बाद टाल दिया गया है। बैठक में वर्टिकल सर्वे ऑफ इंडिया के सदस्यों ने प्रस्ताव रखा कि प्रस्तावित पेड़ों की कटाई की लिस्टिंग होना चाहिए। इस बात का भी अध्ययन होना चाहिए कि किस प्रजाति के पेड़ों को री-लोकेशन किया जा सकता है और किन पेड़ों को बचाया जा सकता है?
इस प्रस्ताव पर भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने सहमति जताई। मुख्यमंत्री ने वन विभाग के अफसरों को निर्देशित किया कि पेड़ों की लिस्टिंग के लिए वेटिकन सर्वे ऑफ इंडिया को शामिल किया जाए। बोर्ड के सदस्य अभिलाष खांडेकर ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में पेड़ों की कटाई के एवज में वनीकरण क्षतिपूर्ति के तहत क्या क्या कार्रवाई की जा रही है, उसका भी खुलासा होना चाहिए।
बैठक में खांडेकर ने बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में भीषण आगजनी का मुद्दा उठाया। उन्हेांने कहा कि आगजनी के मुद्दे पर ध्यान भटकाने के लिए अफसरों ने हाथियों के आतंक का मुद्दा उछाल दिया, जबकि हाथियों और आगजनी का एक दूसरे से मेल नहीं खाता है। खांडेकर के सुझाव पर मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर एक ग्रुप बनाने पर सहमति दी है।
टाइगर रिजर्व में ट्रेनों की गति धीमी करने के लिए रेलवे से होगा अनुबंध
बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि केरल और असम की तरह मप्र के अभायरण्यों से गुजरते समय ट्रेन की गति धीमी रखने के लिए रेलवे मंत्रालय से अनुबंध करें। इस पर वन विभाग के प्रमुख सचिव अशोक वर्णवाल ने कहा कि इसको लेकर रेल प्रशासन को कई बार पत्र लिखे गए। बोर्ड के सदस्यों ने रातापानी और संजय दुबरी टाइगर रिजर्व से गुजरने वाली ट्रेन की गति अत्यंत धीमी रखने के लिए रेलवे से अनुबंध करने का सुझाव दिया। इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्रेन की गति धीमी रखने के लिए रेलवे से अनुबंध करने के निर्देश दिए।
इंदौर के आसपास तेंदुए के शिकारी सक्रिय
बैठक में तेंदुए के शिकार के लिए संगठित गिरोह के सक्रिय होने का मुद्दा भी उठा। खांडेकर ने बताया कि शिकारियों ने छर्रे की बंदूक से तेंदुए के मस्तिष्क पर 44 राउंड फायर किया। इससे तेंदुआ अंधा हो गया और उसका भोपाल के वन विहार में उपचार किया जा रहा है। सदस्य मंदार महाजन ने वन कर्मियों को कोरोना जोधा घोषित करने की बात कही। बोर्ड के सदस्य रवि सिंह ने टाइगर रिजर्व के आसपास प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थानीय लोगों के उपचार के लिए धनराशि खर्च करने का प्रस्ताव दिया।
यह प्रस्ताव भी मंजूर
सोनचिरैया पक्षी के संबंध में घाटीगांव अभयारण्य का सर्वे करवाया जाए। करैरा अभयारण्य में वर्ष 1994 से सोनचिरैया नहीं दिखने पर भारत सरकार द्वारा इसे डीनोटिफाई कर दिया गया है। मध्यप्रदेश में सोनचिरैया (ग्रेट इंडियन ब्रस्टर्ड) पक्षी विलुप्ति की कगार पर है।