रायपुर: 45+ को लगने वाले कोरोना वैक्सीन की बर्बादी पर केंद्र-राज्य आमने-सामने हो गई हैं. वैक्सीन की बर्बादी पर केंद्र-राज्य के अलग दावे सामने आ रहे हैं, जिसकी वजह से टकराव पैदा हो गया है. दरअसल विवाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी उस बयान के बाद शुरू हुआ जिसमें कहा गया कि झारखंड के बाद वैक्सीन की बर्बादी में छत्तीसगढ़ दूसरे नंबर पर है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि छग में 30.20% डोज खराब हो गई हैं. लेकिन, छत्तीसगढ़ सरकार का कहना है कि प्रदेश में अभी की स्थिति में सिर्फ 0.95% टीके ही खराब हुए हैं. इस बाबत स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने ट्वीट किया है. वहीं सीएमओ छत्तीसगढ़ की ओर से भी ट्वीट कर जानकारी दी गई है कि 21 मई तक सिर्फ 0.81 फीसदी टीके ही खराब हुए हैं.
सीएमओ छत्तीसगढ़ के ट्वीटर पेज के जरिये सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि इसके संबंध में पहले ही केंद्र को पत्र भेजा जा चुका है. सीएम ने ट्वीट के जरिये आंकड़े जारी करते हुए कहा है कि केन्द्र सरकार की जानकारी सही नहीं है. इस संबंध में हमने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को जानकारी भेज दी है. हमारी टीम गलती दूर करवाने के लिए केन्द्रीय मंत्रालय के संपर्क में है.
वहीं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी इस तरह के आंकड़े को लेकर ऐतराज जताया है, सिंहदेव ने इसे केंद्र की ओछी राजनीति करार देते हुए कहा कि मैं केंद्र सरकार में इन 'चुनिंदा लीक' पर काम करने वाले व्यक्ति को सलाह देना चाहूंगा कि कृपया बेहतर काम करें और हो सके तो किसी ऐसे व्यक्ति से मदद लें जो गणित जानता हो. केंद्र सरकार का फोकस राज्यों के साथ ओछी राजनीति करने से ज्यादा टीकों की खरीदारी पर होना चाहिए.