भोपाल. आज लॉक डाउन का 16वां दिन है। प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 369 हो चुकी है। इसमें से 25 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। भोपाल और इंदौर में कहर बरपा रहा कोरोना वायरस अब छोट शहरों में पहुंच गया है। बीते दो दिनों में छोटे शहरों में करीब दो दर्जन मामले सामने आ चुके हैं। आशंका व्यक्त की जा रही है जैसे-जैसे छोटे शहरों में सेम्पल जांच का दायरा बढेगा और नए मरीज सामने आएंगे। छोटे शहरों में जो भी संक्रमित मरीज मिले है उनकी हिस्ट्री के अनुसार वे बीते एक पखवाड़े में जमातियों के संपर्क में आए थे। यानि जमातियों ने कौरोना करियर का काम किया।
भोपाल और इंदौर में बढ़ती मरीजों की संख्या और इनके पड़ोसी जिलों में नए संक्रमित मरीज मिलने के बाद भोपाल, इंदौर और उज्जैन की सीमाओ को सील करने के आदेश दिए हैं। 16 दिन से चले आ रहे लॉक डाउन से लोगों को जरुरत के सामान की दिक्कत आने लगी है। पूरे प्रदेश में लोगों को जरुरत का सामान नहीं मिल रहा है, लोग परेशान हैं। सरकार के जरूरी सामान की आपूर्ति में कमी नहीं होने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। राजधानी भोपाल के कई इलाकों में दूध तक किल्लत हो रही है। चार दिन से सब्जी की सप्लाई नहीं हई है। घरों में किराने का सामान भी खत्म गया है। लोग खाना बनाने की जरूरी चीजों के लिए भी परेशान हो रहे हैं। ऐसा ही हाल पूरे प्रदेश का है।
छिंदवाड़ा में हुए 4 कोरोना पॉजिटिव मरीज़
छिंदवाड़ा में कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़कर चार हो चुकी है इनमें से एक युवक की मौत हो चुकी है। तीन पोजिटिव को आइसोलेशन में रखा गया है। मृतक युवक के संपर्क में आये थे यह तीनों कोरोना पॉजिटिव उसके रिश्तेदार हैं। मृतक की बढ़ी बहन जीजा की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मृतक के पिता की रिपोर्ट पहले ही पॉजिटिव आ चुकी है। वाणिज्य कर विभाग में पदस्थ किशनलाल इंदौर में कोरोना का संक्रमण फैलने के बाद इंदौर से छिंदवाड़ा आ गए थे। यहां उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के दो दिन बाद उनकी मौत हो गई थी। इसके बाद उनके पिता की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। इसके बाद प्रशासन ने किशनलाल के संपर्क में आए करीब दो दर्जन सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे।
सेंधवा में पॉजिटिव मरीजों की संख्या 12 हुई
सेंधवा में कोरोना संक्रमितों की संख्या 12 हो गई है। अमन नगर में कोरोना पॉजिटिव 3 मरीज मिलने के बाद सैंपल इंदौर भेजे गए थे। इनमें से बुधवार को 9 कोरोना पॉजिटिव मिले। 8 खलवाड़ी मोहल्ला क्षेत्र के हैं जबकि एक स्वास्थ्य कर्मचारी है। इससे अस्पताल के कर्मचारी भी चिंतित हैं। जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है वे पहले से ही निजी अस्पताल में क्वारेंटाइन हैं। वहीं खंडवा में एक मरीज मिलने के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया है।
इटारसी में 48 घंटे में 6 कोरोना पॉजिटिव, डेढ़ सौ होम क्वारेंटाइन में
इटारसी में पॉजिटिव मरीजों की संख्या 6 हो गई है। बुधवार को पांच नए मरीज मिले। बुधवार को इटारसी के डॉक्टर हेडा की पत्नी की रिपोर्ट भी पॉजीटिव आई। यहीं जीन मोहल्ले में एक ही परिवार के चार सदस्य पॉजिटिव पाए गए। परिवार के अलीगढ़ और इंदौर से संपर्क से आए मेहमानों के कारण हिस्ट्री स्वास्थ्य विभाग पता करने में जुटा है। अब तक जिले में कोरोना के कुल छह पॉजिटिव मिल गए हैं। बताया जा रहा है कि जिस परिवार के चार सदस्य पॉजिटिव मिले उसके पुरुष सदस्य की एक हफ्ते पहले मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग मामला संदिग्ध मानकर चल रहा है। परिवार के सदस्य जिन लोगों को रिश्तेदार बता रहे हैं वे जमाती हो सकते हैं।
विदिशा में महिला जमातियों के संपर्क में आई बच्ची कोरोना पॉजिटिव
गंजबासौदा की मकबरा मस्जिद के पास रहने वाली 8 साल की बालिका बुधवार को कोरोना पॉजिटिव मिली है। यह बालिका भी जमातियों के संपर्क में आई थी। 22 मार्च को दिल्ली से आई 10 लोगों की जमात इसी परिवार में रुकी थी। इससे पहले सिरोंज में कोरोना का पहला मरीज मिला था। 3 दिनों के अंदर विदिशा जिले में बुधवार रात को कोरोना पॉजिटिव दूसरा मरीज मिला है। सबसे पहला सिरोंज और दूसरा मरीज गंजबासौदा का रहने वाला है। इसका परिवार गंजबासौदा में मकबरा मस्जिद के पास रहता है। लड़की की उम्र 8 साल बताई जा रही है। वो भी दिल्ली से आए जमातियों के संपर्क में आई थी। 22 मार्च को दिल्ली से आई 10 लोगों की जमात इसी परिवार में रुकी थी। इसी के चलते नगर में कर्फ्य्ू लगा दिया गया जिसके चलते दूध और दवाई की दुकानें ही खुली रहेंगी। जमातियों के साथ आईं 5 महिलाएं बारदाना कारोबारी के घर पर ठहरी थीं। 5 अन्य पुरुष जमाती मकबरा मस्जिद में ठहरे थे जोकि इसी इलाके के वार्ड नंबर 16 में स्थित है। पहले जो कोरोना पॉजिटिव जिले में मिला था वह भी उनका ही रिश्तेदार है और मकबरा मस्जिद इलाके में ही रहता है।
खरगोन : शहर में 9 व जिले में 12 मरीज, दो की मौत
डेढ़ लाख आबादी के खरगोन शहर में अब तक 9 व जिले में कुल 12 कोरोना मरीज मिले हैं। एक 65 वर्षीय पुरुष व एक 72 वर्षीय महिला दम तोड़ चुके हैं। जबकि तीन मरीज गांवों के हैं। पिछले 15 दिन में सर्दी, खांसी व बुखार से पीड़ित 1.30 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गई। 117 सैंपल इंदौर महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज की वॉयरोलॉजी लैब में है। जिले में तीन गांव व शहर के सहकारनगर को कंटेनमेंट एरिया घोषित किया है। इंदौर से तीन दिन में रिपोर्ट आती है। दोनों बुजुर्गों की मौत के बाद कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई। खरगोन में इलाज की व्यवस्था न होने से सारे पॉजिटिव मरीज इंदौर रेफर किए जा रहे हैं। आगे मरीज बढ़ते हैं तो स्थानीय स्तर पर डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ की समस्या पैदा होगी। इसलिए प्रशासन ने निजी डॉक्टरों से मदद मांगी है। सीएमएचओ डॉ. रजनी डाबर का कहना है, अभी पॉजिटिव मरीज इंदौर भेज रहे हैं।
व्यापारी ने 8 परिजन में फैलाया कोरोना - दक्षिण अफ्रीका के डरबन से दिल्ली मरकज होकर पत्नी के साथ लौटे सहकारनगर के 49 वर्षीय व्यापारी ने खुद के अलावा परिवार के 8 अन्य लोगों को संक्रमित कर दिया। उन्होंने लॉकडाउन में 8 दिन बीमार मां की तीमारदारी की। खुद संक्रमित हुए। मां ने दम तोड़ा। उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उसके बाद 8 सदस्यों के सैंपल पॉजिटिव आए।
मुरैना.. दुबई से आए युवक की वजह से 13 लोग पॉजिटिव हुए
दुबई से आए वेटर ने मुरैना, शिवपुरी, भिंड, ग्वालियर और धौलपुर जिले तक के लोगों को होम क्वारेंटाइन होने पर मजबूर कर दिया। 20 मार्च को उसके यहां मां की तेरहवीं में करीब 1200 लोग आए थे। अब तक मुरैना में कुल 13 पॉजिटिव मरीज हैं। इसमें युवक की पत्नी बच्चों के अलावा रिश्तेदार शामिल हैं। 76 लोग जिला अस्पताल में आइसोलेट और 32263 लोग होम क्वारेंटाइन हुए हैं। जिला अस्पताल में 100 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। सीएमएचओ डॉ. आरसी बांदिल का कहना है, मरीजों की संख्या बढ़ती है तो 3 छात्रावासों को आइसोलेशन वार्ड बनाएंगे।
रायसेन में में पहला कोरोना पॉजिटिव मिला, पूरा इलाका सील
शहर में कोरोना का पहला मरीज मिला है। इसके बाद कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने रायसेन नगर में कर्फ्यू घोषित कर दिया है। यह मरीज मिलते ही शहर के वार्ड क्रमांक 7 गवोईपुरा और उससे लगे क्षेत्र को सील कर दिया है। इसके साथ ही उसके परिवार के सदस्यों को भी उनके घर से निकाल कर दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है। सीएमएचओ डॉ. एके शर्मा ने बताया कि शहर के वार्ड क्रमांक 6 गवोईपुरा निवासी 45 वर्षीय एक व्यक्ति मंगलवार को सुबह 7.30 बजे सर्दी-खांसी और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत लेकर जिला अस्पताल पहुंचा था। यहां पर उसे भर्ती कर लिया। कोरोना वायरस जैसे लक्षण होने पर उसके सैंपल लेकर भोपाल जांच के लिए भेजे गए। बुधवार को शाम 4 बजे जो रिपोर्ट आई है, उसमें उसकी रिपोर्ट पॉजीटिव पाई गई है। इस आधार पर उसे शाम 5 बजे भोपाल एम्स अस्पताल के लिए भेज दिया गया है। डॉ. शर्मा ने बताया कि मरीज ने कहां-कहां पर वह गया और वह किस-किससे मिला, इस बारे में अभी उसने कुछ नहीं बताया है।
शिवपुरी में दो मरीज, 11000 से ज्यादा लोग क्वारेंटाइन
दुबई में पेट्रोलियम इंजीनियर युवक 17 मार्च को शिवपुरी लौटा। यहां कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। अब वह स्वस्थ है। दूसरा मरीज हैदराबाद से लौटा खनियाधाना निवासी युवक था। वह ट्रेन में इंडोनेशिया के लोगों के संपर्क में आने के बाद पाजिटिव हो गया। वह जिला अस्पताल में भर्ती हैं। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने 11960 लोगों को होम क्वारेंटाइन कराया है। शिवपुरी और खनियाधाना को कंटेनमेंट एरिया घोषित किया गया है। मरीजों के लिए जिला अस्पताल में 40 बैड की व्यवस्था है।
रतलाम में पहला मरीज, गुपचुप दफना दिया शव
इंदौर के एमवाय अस्पताल में मौत के बाद शनिवार को हाट की चौकी कब्रिस्तान में दफनाए गए एक बुजुर्ग की रिपोर्ट बुधवार को कोरोना पॉजिटिव आने के बाद शहर में हड़कंप मच गया है। लापरवाही यह रही कि कोरोना संदिग्ध होने के बाद एमवाय अस्पताल प्रबंधन ने शव को परिवार को दे दिया। परिजन जानकारी छुपाते हुए तमाम सरकारी इंतजाम को चकमा देकर एंबुलेंस से शव लेकर रतलाम पहुंच गए और दफना दिया। इसके बाद हरकत में आए प्रशासन ने पहले तो ताबड़तोड़ लोहार रोड सील कर दिया। परिवार सहित जनाजे में शामिल सभी 28 व अन्य लोगों पर प्रकरण दर्ज कर लिया। देर रात तक इन सभी के साथ इनके संपर्क में आए 50 लोगों को मेडिकल कॉलेज में क्वारेंटाइन किया जा चुका है। इसके अलावा भी स्वास्थ्य विभाग अन्य की तलाश कर रहा है। रतलाम के मूल निवासी बुजुर्ग सालभर से इंदौर में रह रहे थे। किडनी की बीमारी के कारण उन्हें एमवाय अस्पताल में भर्ती किया गया था। वहां कोरोना संक्रमण के लक्षण सामने आने के बाद 4 अप्रैल को उनकी मौत हो गई थी।