इंदौर. कोरोना संक्रमण से जूझ रहे प्रदेश के लिए बुधवार का दिन काफी चिंता बढ़ाने वाला रहा। इंदौर में 40 और भोपाल 11 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इंदौर में छह संक्रमित मरीजों की मौत भी हुई है। इसके अलावा इटारसी में पांच और जबलपुर में एक पॉजिटिव मरीज मिला है। प्रदेश में मरीजों की संख्या 369 हो गई है, जबकि अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है। इटारसी में मंगलवार को जिस डॉक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, उनके संपर्क में आने वाले 143 लोगों की सूची प्रशासन ने जारी की है। इनमें भाजपा के एक विधायक और एक एसडीएम के नाम शामिल हैं।
भोपाल में मिले नए मरीजों में 10 स्वास्थ्य कर्मी, एक पत्रकार है। यहां कोरोना का संक्रमण पिछले पांच दिन में बढ़कर 83 तक पहुंच गया। इन पांच दिनाें में हर राेज औसतन 20 पॉजिटिव केस सामने आए। इनमें ज्यादातर स्वास्थ्य कर्मचारी और पुलिसकर्मी हैं। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बताया कि भोपाल में मरीजों की संख्या 95 हो गई है। 448 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। उनकी रिपोर्ट गुरुवार को आएगी। इधर, लगातार फैलते कोरोना संक्रमण को देखते हुए कलेक्टर तरुण पिथोड़े और डीआईजी इरशाद वली ने भी कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल दिए थे, उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है।
सीएमएचओ डॉ. डेहरिया को हटाया, सीहोर भेजा
सीएमएचओ डाॅ. सुधीर कुमार डेहरिया का 14 दिन में दूसरी बार तबादला हुआ है। पहली बार 26 मार्च काे हुआ उनका तबादला चंद घंटाें में वापस हाे गया था। बुधवार काे जारी आदेश में डाॅ. डेहरिया काे भाेपाल से बाहर करते हुए सीहाेर सीएमएचओ बनाया गया है। सीहाेर सीएमएचओ डाॅ. प्रभाकर तिवारी काे भाेपाल सीएमएचओ बनाया गया है।
स्क्रीनिंग की गफलत में आईपीएस पहुंचे अस्पताल, 5 दिन रहना होगा क्वारेंटाइन
राजधानी के एक आईपीएस अफसर को कोरोना वायरस की स्क्रीनिंग और फाइनल रिपोर्ट की गफलत में उलझकर पांच दिन के लिए पुलिस ऑफिसर्स मेस मेंं बने आइसोलेशन वार्ड में क्वारेंटाइन होना पड़ गया। उनकी स्क्रीनिंग रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जब तक उन्हें फाइनल रिपोर्ट का पता चलता, तब तक सीनियर और सहयोगी अफसरों की सलाह पर वे चिरायु अस्पताल पहुंच गए। फाइनल रिपोर्ट निगेटिव आई तो डॉक्टरों ने उन्हें कोरोना वायरस ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए क्वारेंटाइन की सलाह दे दी। यह भी कहा कि अब आप घर नहीं जा सकते। दरअसल, यह घटनाक्रम कुछ दिन पहले तक भोपाल जिले में पदस्थ रहे एक आईपीएस स्तर के अधिकारी के साथ बुधवार को हुआ।
जिले के अफसरों से मिलना-जुलना होता रहता है, इसलिए अन्य अफसरों के साथ उन्होंने भी अपना कोरोना टेस्ट करवा लिया। बुधवार को स्क्रीनिंग रिपोर्ट आई। सीनियर और सहयोगी अफसर की रिपोर्ट तो निगेटिव निकली, लेकिन इस आईपीएस अफसर की स्क्रीनिंग रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। दोस्तों और सीनियर्स की सलाह पर उन्हें बंसल अस्पताल में भर्ती करवाने पर सहमति बनी। एंबुलेंस में सवार होकर वह अस्पताल तक पहुंचे, लेकिन इससे पहले ही किसी ने बताया कि चिरायु अस्पताल में भर्ती होना चाहिए। अब एंबुलेंस चिरायु अस्पताल जा पहुंची।
भर्ती होने के ठीक पहले आ गई निगेटिव रिपोर्ट
अस्पताल में रिपोर्ट देखने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती करने से पहले मना कर दिया, लेकिन एक बड़े अफसर के फोन के बाद वे राजी हो गए। प्रक्रिया चल ही रही थी, तभी आईपीएस अफसर की फाइनल रिपोर्ट निगेटिव आ गई। पता चलते ही उन्होंने डॉक्टरों से घर लौटने की इजाजत मांगी। डॉक्टरों ने कहा कि आप पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आ गए हैं, इसलिए आपको घर नहीं भेजा जा सकता। लिहाजा, उन्हें 5 दिन तक अस्पताल में क्वारेंटाइन होना पड़ेगा। फिलहाल उन्हें किसी दूसरे अस्पताल में भर्ती करने की कवायद जारी है।