जबलपुर। जबलपुर में शादी के 4 दिन बाद 22 वर्षीय युवक की सनसनीखेज हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। युवक की हत्या दोस्त की प्रेमिका के भाइयों ने की है। युवक का दोस्त 3 दिन पहले अपनी प्रेमिका को लेकर भाग गया था। युवती के भाइयों को शक था कि उनकी बहन को भगाने में युवक ने अपने दोस्त की मदद की थी। पूछताछ के लिए आरोपी युवक को अपने साथ ले गए थे। भागे प्रेमी जोड़े का पता पूछने के लिए सिर के बल सड़क पर पटक दिया और चाकू मार कर खेत में फेंक दिया था। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए वारदात में प्रयुक्त बाइक और चाकू जब्त कर लिए हैं।
बता दें कि जबलपुर जिले के बघेली सिहोरा निवासी अजीत कुमार चौधरी (22) का शव सिमरिया रोड के किनारे उड़द के खेत में मिला था। अजीत के पिता बसंत कुमार चौधरी ने शव की पहचान की थी। उन्होंने बताया कि अजीत की शादी 21 मई को हुई थी। वह 25 मई की दोपहर खाना खाकर दोस्तों से मिलने की बात कह कर घर से गया था।
अजीत के दाहिने जांघ में चाकू के निशान भी थे। बुधवार को शव का पीएम कराया गया। रिपोर्ट में डॉक्टर द्वारा मारपीट के कारण सिर में अंदरूनी चोट आने से मौत होना बताया गया। प्रकरण में हत्या का प्रकरण दर्ज कर खितौला पुलिस ने मामला जांच में लिया था।
दोस्तों से पूछताछ में खुलती गई गुत्थी
खितौला टीआई के मुताबिक प्रारंभिक छानबीन में पता चला कि आखिरी बार अजीत को गांव के अंगद, विनोद और आनंद यादव के साथ गांव के तालाब के पास बैठे देखा गया था। तीनों युवकों ने पुलिस को बताया कि मंगलवार दोपहर 12.30 बजे बघेली निवासी अभिषेक यादव का फोन अजीत के पास आया था। थोड़ी देर बाद बाइक से दो लोग अभिषेक यादव के साथ आए तो वह मिलने चला गया। अजीत यादव उन दोनों युवकों के साथ उनकी बाइक से गया। जबकि अभिषेक पैदल ही वहां से चला गया।
इसके बाद बघेली निवासी अभिषेक यादव को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ की। उसने बताया कि कटियाघाट बरेला निवासी उसके जीजा की बहन को अजीत का दोस्त अर्जुन 3 दिन पहले भगा ले गया। जीजा का छोटा भाई रमन यादव और उसके चचेरे भाई प्रदीप अजीत चौधरी को अपने साथ ले गए थे। वे वहां बाइक से कालीचरण यादव (रमन का बड़ा भाई), ममेरे भाई चिंटू यादव के साथ पहुंचे थे। अभिषेक ने कहा कि रमन के कहने पर वह घर चला आया।
इसलिए की हत्या
धवार 26 मई को खितौला पुलिस को सूचना मिली कि संदेही रमन यादव, प्रदीप यादव और कालीचरण यादव अपने रिश्तेदार शिवकुमार यादव के घर ग्राम कोहनी थाना बरगी में और चिंटू यादव कटियाघाट बरेला में छिपे हैं। दो टीमों ने एक साथ दबिश देकर चारों को दबोच लिया। चारों ने हत्या की बात स्वीकार की। बताया कि बघेली निवासी अर्जुन यादव का अजीत दोस्त था। दोनों कटियाघाट में साथ आते-जाते थे। तीन दिन पहले रमन यादव की 19 वर्षीय बहन को अर्जुन यादव भगा ले गया था। उन्हें संदेह था कि अजीत ने मदद की होगी और उसे उनके बारे में पता होगा।
अर्जुन की हत्या की नीयत से आए थे चारों, हत्थे चढ़ गया अजीत
दरअसल चारों अर्जुन की हत्या की नीयत से बघेली गांव पहुंचे थे। वहां अर्जुन नहीं मिला। उसी गांव में अभिषेक रिश्ते में उनका साला लगता था। उसके माध्यम से अर्जुन और अजीत के बारे में पता किया। अजीत से बात हुई तो उसने गांव के तालाब के पास बुलाया। रमन ने अजीत को सिहोरा चलने को कहा और अपनी बाइक से बिठाकर ले गए।
घटनास्थल की जांच करती हुई पुलिस।
रोड पर सिर के बल पटका, छटपटाने पर चाकू से किया वार
आलासूर व सिमरिया गांव के बीच सुनसान देखकर चारों ने बाइक रोकी। अजीत से अर्जुन के बारे में पूछा। इनकार करने पर गुस्से पर उसे उठाकर सिर के बल रोड पर पटक दिया। वह छटपटाने लगा तो कालीचरण, प्रदीप और चिंटू ने उसे पकड़ लिया और रमन ने चाकू से उसकी जांघ पर दो वार किए। इसके बाद चारों उसे उड़द के खेत में फेंक कर भाग गए। चारों अपने घर कटियाघाट पहंचे। वहां चिंटू को चाकू देकर कालीचरण, रमन और प्रदीप बरगी भाग गए थे।
27 मई को कोर्ट में पेश किए जाएंगे आरोपी
खितौला पुलिस ने चारों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त बाइक एमपी 20 एनएच 5436 और एमपी 20 एमएस 5849 के साथ चाकू जब्त कर लिया। चारों आरोपियों की उम्र 19 से 27 वर्ष के बीच है। चारों को गुरुवार 27 मई को कोर्ट में पेश किया जाएगा।