मध्य प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने भिंड से दो मंत्री बनाए। एक मंत्री को कैबिनेट का दर्जा प्राप्त है फुल फ्लैश पावर है। दूसरे को राज्यमंत्री बनाया गया है। राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया तो नाम के मंत्री हैं। यह बयान प्रदेश के पूर्व मंत्री व लहार से कांग्रेस विधायक डॉ. गोविंद सिंह ने दिया। यह बयान भिंड शहर में पत्रकारों द्वारा राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया के गृह गांव का उप स्वास्थ्य केंद्र तबेला बने होने का सवाल उठाया था, जिसका जवाब देते हुए दिया गया है।
सवाल के जवाब में पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने चुटकी लेते हुए नए अंदाज में कहा कि भारतीय जनता पार्टी के षड्यंत्र में ओपीएस जैसे कई लोग फंस गए। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश सरकार में काली टोपी, हाफ पेंट, कदम ताल वालों की चलती है। उनका ही दबदबा है। अरविंद भदौरिया भी कदम ताल वाले हैं, इसलिए उन्हें कैबिनट मंत्री दर्जा है और पावर दिए गए हैं। यह लोग, षड्यंकारी है। इसमें ओपीएस भदौरिया फंस गए।
उन्होंने यह भी कहा कि साल भर से ज्यादा समय हो गया है। कहने को ओपीएस भदौरिया राज्यमंत्री हैं लेकिन पावर कुछ भी नहीं है। चलती तो अरविंद भदौरिया की है। पूर्व मंत्री ने यह भी कहा कि ओपीएस भदौरिया तो गाड़ी-बंगला वाले मंत्री है। उन्हें इसी में खुश रहना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि दैनिक भास्कर टीम द्वारा राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया के गृह गांव की ग्राउंड रिपोर्ट के दौरान गांव के कोरोना के दौरान हालात को दिखाया था। राज्यमंत्री के गांव का उप स्वास्थ्य केंद्र परिसर में कंडे बनाए जा रहे है। नजदीक भैंसे बांधी जाती है जिससे वो भैंसों का तबेला नजर आता है। यह खुलासा किया था। खबर के बाद पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने पत्रकारों के सवाल पर ओपीएस भदौरिया पर कटाक्ष किया और बयान जारी किया।
देशद्रोह का मामला दर्ज हो
इस दौरान पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ने यह भी कहा कि कोविड 19 की दूसरी लहर में प्रदेश की जनता को भ्रम में डालकर छला गया। इस कारण सवा लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। यह एक अपराध की श्रेणी में आता है। यह सब देशद्रोह जैसा है। इस मामले में प्रदेश सरकार के सीएम शिवराज सिंह चौहान, स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी और हर जिले के कोरोना प्रभारी मंत्री सहित स्वास्थ्य अफसरों पर FIR दर्ज कराने की मांग कांग्रेस पार्टी कर रही है।