आग में झुलसे बच्चों को डायल 100 ने एंबुलेंस का इन्तजार किए बिना अपने वाहन से पहुंचाया अस्पताल, बर्न वार्ड की जगह सामान्य वार्ड में किया भर्ती

Posted By: Himmat Jaithwar
5/26/2021

गुना। गुना शहर की नानाखेड़ी में सोमवार देर रात सिलेंडर का पाइप फट जाने से एक व्यक्ति सहित उसके तीन बच्चे बुरी तरह झुलस गए। डायल 100 ने तत्परता दिखते हुए बिना एंबुलेंस का इंतजार करे अपनी गाड़ी से उन्हें अस्पताल पहुंचाया। वहीं दूसरी तरफ अस्पताल प्रबंधन ने लापरवाही करते हुए उन्हें बर्न वार्ड की जगह सामान्य वार्ड में ही भर्ती कर दिया।

सोमवार रात नानाखेड़ी की आवासीय कॉलोनी में भूरा पाल (45) के घर में खाना बन रहा था। उसके तीनों बच्चे पास में ही बैठे हुए थे। वहीं भूरा घर के बाहर बैठा हुआ था। इतने में अचानक गैस सिलेंडर का पाइप फट गया। इससे सिलेंडर में आग लग गई। अपने बच्चों को आग की लपटों में घिरा पाकर भूरा उन्हें बचाने अंदर गया। इसमें वह भी बुरी तरह झुलस गया।

आगजनी में तीनों बच्चे सपना (16) , शिवम् (8) और प्रिंस (3) बुरी तरह झुलस गए। सूचना पर मोहल्ले के लोग जमा हुए और डायल 100 को सूचना दी गई। सूचना पर पहुंची डायल 100 ने एंबुलेंस का इन्तजार किए बिना ही अपने वाहन से ही चारों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। एसपी राजीव कुमार मिश्रा ने डायल 100 की तत्परता की प्रशंसा करते हुए इसके चालाक श्याम शर्मा और एएसआई मुंशी सिंह को पुरस्कृत करने की घोषणा भी की है।

अस्पताल में लापरवाही

एक तरफ डायल 100 की तत्परता से समय रहते बच्चे अस्पताल पहुंच गए वहीं दूसरी तरफ अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है। आग में झुलसे बच्चों को बर्न वार्ड की जगह सामान्य वार्ड में भर्ती कर उनका इलाज किया जा रहा है। जबकि जिला अस्पताल में सर्व सुविधा युक्त बर्न वार्ड बना हुआ है।

इसमें एसी सहित कूलर आदि की व्यवस्थाएं भी हैं। आग में झुलसे लोगों को ठंडक वाले कमरों में ही रखा जाता है ताकि जलन न हो । लेकिन जिला अस्पताल ने इन तीनों बच्चों को बर्न वार्ड की जगह साधारण वार्ड में भर्ती कर दिया। केवल एक पंखा लगाकर ठंडक बनाए रखने की इतिश्री कर दी गई। इस मामले में सीएमएचओ डॉ पी बुनकर से जानकारी चाही गई तो उन्होंने कहा कि बर्न वार्ड के बारे में सिविल सर्जन से बात कर लीजिए। वहां व्यवस्थाओं में परिवर्तन होते रहता है।



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