इंदौर। सिलिकाॅन सिटी, इंदाैर की बड़ी काॅलाेनियाें में से एक। इसी से सटी हैं पुलक सिटी, शिव सिटी और स्टार सिटी। करीब 5 किलाेमीटर में फैली इन कॉलोनियों में 30 हजार से ज्यादा लोग रहते हैं। इन दिनों इन काॅलाेनियाें के गेट पर बेरिकेड्स है। किसी काे भी आने-जाने की इजाजत नहीं है। कारण यहां बड़ी संख्या में काेराेना पाॅजिटिव मरीजाें का आंकड़ा सामने आया। केस निकलने के बाद कलेक्टर ने 23 मई को सिलिकॉन सहित शहर के 19 इलाकों को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है।
कर्मचारियों को लेकर पीथमपुर से कंपनी की बस आई, लेकिन खाली ही लौटना पड़ा।
इन कॉलोनियों को मुख्य मार्ग (एबी रोड) से जोड़ने वाला रास्ता सिलिकॉन सिटी से होकर ही गुजरता है। यहां सख्ती ऐसी है कि आमजन तो ठीक अस्पतालों और फार्मा कंपनियों में काम करने वालों को भी बाहर निकलने की मनाही है। उन्हें कह दिया गया है कि या तो वे 8 दिन छुट्टी ले लें या फिर इतने दिन कहीं और रहकर काम चलाएं। दूध वालों के आवाजाही के लिए दो घंटे तो दिए गए हैं, लेकिन इतनी बड़ी कॉलोनी में दूध बांटना उनके लिए भी पूरा नहीं पड़ रहा है।
प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि इन कॉलोनियों में एक हजार से ज्यादा पॉजिटिव केस हैं, ऐसे में हम किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं करना चाहते हैं। इन कॉलोनियों में कोविड कॉल में अब तक 2 हजार के करीब केस आ चुके हैं। 100 से ज्यादा लोगों की जान भी जा चुकी है।
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सिलिकाॅन सिटी के आलोक शर्मा, अभिषेक पाठक और सलदार सोलंकी।
सिलिकॉन सिटी के हाल...
- रहवासी सलदार सोलंकी ने बताया कि अचानक सबकुछ बंद करने से लोगों के सामने किराना, दूध, पानी, दवा सहित कई प्रकार की परेशानी आ रही है। जब कोरोना पैर पसार रहा था तब यह होना था। अब जब सबकुछ सामान्य हो रहा है, तब ऐसा करना उचित नहीं है। यहां अब गिनती के केस बचे हैं। यहां पर सर्दी खांसी वालों को भी कोविड से जोड़कर देखा जा रहा है। सुबह यहां पर दूध की गाड़ियों को रोका गया था। चंदी वालों के लिए भी 2 घंटे का समय कम पड़ रहा है। पीथमपुर में काम करने वालों को कहा गया है कि या तो छुट्टी ले लो, या फिर कंपनी में व्यवस्था कर लो।
- अभिषेक पाठक ने बताया कि अचानक से लॉकडाउन लगने से राशन की समस्या आ रही है। यहां पर कई लोगों को रोज डायलिसिस के लिए जाना पड़ता है। उनके लिए अावाजाही फ्री करना होगा। कल की बात है, जब एक दूधवाला दूध देने आया, लेकिन समय में गेट से बाहर नहीं निकल पाने पर उसे रात कॉलोनी के भीतर ही गुजारना पड़ी। दूध वालों के साथ समस्या चल रही है।
- रहवासी आलोक शर्मा का कहना है कि प्रशासन ने हमें बताया है कि अभी 480 एक्टिव केस हैं। कल ही 9 साल की बच्ची सहित 8 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। सबकुछ अच्छा है, लेकिन कुछ समस्या भी आ रही है। बच्चे को डॉक्टर को दिखाना, डायलिसिस वालों की समस्या है। पीथमपुर में काम करने मना करने के बाद भी छोटे रास्तों से जा रहे हैं। कंपनी में प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने से संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। डॉक्टर के पास भी नहीं जाने दे रहे हैं।
- वहीं, अंकित चौधरी ने बताया कि यहां पर इमरजेंसी से भी ज्यादा सख्ती कर दी है। ना डॉक्टर को जाने दे रहे हैं, ना ही मेडिकल वालों को जाने दे रहे हैं।
शिव सिटी में रहने वाले राहुल सुखानी,सुखविंदर कौर खनूजा और सुरेंद्र मुकाती।
शिवसिटी के भी यही हाल...
- शिव सिटी के रहवासी राहुल सुखानी ने बताया कि कंटेनमेंट तो सिलिकॉन सिटी को किया गया था। लेकिन इस समस्या से हमें भी दो चार होना पड़ रहा है। यहां पर ना तो दूध का सही बंटवाना हो रहा है। ना ही किराना मिल रहा है। सब्जी, फल की दूर की कौडी है। आज की बात करें तो हमें आज दूध ही नहीं मिला है। यहां पर स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों की भी आवाजाही रोक रखी है। क्षेत्र में 8 मेडिकल स्टोर हैं, इनमें से तीन को कहा कि सभी 8 मेडिकल स्टोर के लिए उन्हें ही दवा लेकर आना होगा। वैक्सीनेशन के स्लॉट बुक होने के बाद भी जाने नहीं दिया गया। रजिस्ट्री खुली है, लेकिन हम रजिस्ट्रार आॅफिस नहीं पहुंच पा रहे हैं।
- रहवासी सुखविंदर कौर खनूजा ने बताया कि मेरा तीन महीने का बच्चा है। सुबह से दूध नहीं आया है। मेरा बेटा ऊपर का ही दूध पीता है। ऐसे में अब हम क्या करें। पानी के टैंकर को भी नहीं आने दिया, घर पर पानी भी नहीं है। बीमार को भी बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है। गेट पर डबल बेरिकेड्स लगा रखे हैं। घर पर ना तो आटा है ना ही किराना।
- सुरेंद्र मुकाती ने बताया कि उनकी शिव सिटी कॉलोनी के भीतर दूध का कारोबार है। सांची दूध की गाड़ी शाम को और अमूल दूध सुबह आता है। रात को हमारी गाड़ी को रोककर कहा कि 7 बजे के बाद एंट्री नहीं है। कंपनी से बात की तो उनका कहना है कि हम इतना समय एक जगह नहीं रुक सकते, हमें और जगह भी दूध सप्लाई करना होता है। गेट से हमारी दुकान करीब 500 मीटर की दूरी पर है। ऐसे में वहां तक दूध के कैरेट लेकर जाना संभव नहीं है, क्योंकि हमें सिर्फ 7 से 9 बजे तक का ही समय दिया गया है। इसलिए हमें दूध का ऑर्डर आज कैंसिल करना पड़ा। हमें आश्वासन मिला है कि गाड़ियां छोड़ देंगे। परसों रात में गाड़ी का इंतजार करते यहीं रहा। समय निकले के बाद घर नहीं जा पाया। इस प्रकार आज तीसरे दिन मैं अपने घर गया।
शिव सिटी को भी पूरी तरह से बंद कर रखा है।
काम करने वालों से 8 दिन के अवकाश लेने की रिक्वेस्ट की थी
भाजपा के मंडल अध्यक्ष और सिलिकॉन सिटी में कोविड प्रबंधन में लगे युवराज दुबे ने बताया कि सिलिकॉन सिटी की जनसंख्या 10 हजार से ज्यादा है। पूरे कोविड काल कर बात करें तो यहां पर 3 हजार से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं। बीच में यहां पर करीब एक हजार एक्टिव केस थे। आज की बात करें तो करीब 500 केस एक्टिव हैं। यहां पर करीब 100 लोगों की माैत हो चुकी है। यहां पर सुबह 2 घंटे दूध की आवाजाही के लिए छूट दी गई है। यहां पर पीथमपुर में काम करने वालों की संख्या बड़ी संख्या में है। कोविड का एक कारण यह भी हो सकता है। हमने उन्हें 7 से 8 दिन घर पर रहने को कहा है। जो नहीं रुक पाए, उनके लिए कंपनी में व्यवस्था की है। यहां पर आवाजाही पूरी तरह से बंद है। यहां पर सोमवार को 9 साल का बच्चा भी पॉजिटिव आया है।
मेडिकल टीम पीपीई किट में यहां तैनात रही।
मेडिकल इमरजेंसी को छूट दे रहे
तहसीलदार रेखा सचदेवा पूरे समय गेट पर खड़े रहकर आवाजाही करने वालों से सवाल पूछ रही हैं। उन्होंने बताया पानी, दूध और दवा को छोड़कर सभी पर सख्ती है। इसके अलावा मेडिकल इमरजेंसी पर भी आ जा सकते हैं। सिलिकॉन सिटी के साथ ही पुलक सिटी, शिव सिटी और स्टार सिटी पर सख्ती की गई है। हम शुरुआत से बात करें तो अब तक यहां करीब 2000 केस सामने आ चुके हैं। अभी सिलिकॉन सिटी में ही 100 से ज्यादा एक्टिव केस हैं। 21 मरीजों को मंगलवार को हमने राधास्वामी कोविड केयर सेंटर भेजा है। कुछ लोग ऐसे हैं, जो बिना काम के बाहर घूमने निकल रहे हैं।
तहसीलदार रेखा सचदेवा और सिलिकॉन सिटी में कोविड प्रबंधन में लगे युवराज दुबे।
इंदौर में कंटेनमेंट एरिया पर एक नजर
इंदौर में 9 अप्रैल को कोरोना की दूसरी लहर में पहली बार 9 क्षेत्रों को प्रतिबंधित किया गया था। 24 मई तक कुल शहरी क्षेत्र में 681 क्षेत्र प्रतिबंधित रहे। अभी 140 कंटेनमेंट एरिया हैं। वहीं, 14 अप्रैल को पहली बार ग्रामीण एरिया में कंटेनमेंट एरिया बनाया गया। इसके बाद महू में 22, इनमें अभी 6 एक्टिव हैं। सांवेर में 24, देवालपुर में 45 इनमें से 30 एक्टिव, हैं। इस प्रकार से पूरे जिले में कुल 772 क्षेत्र कंटेनमेंट एरिया घोषित किए गए। अभी 176 एरिया एक्टिव हैं।
24 मई तक एक्टिव कंटेनमेंट एरिया के नाम
स्नेहलतागंज, गोमा की फेल, पंचम की फेल, पार्क रोड, ओमशांति भवन पलासिया, शंकर नगर, नवजीवन प्लाजा, मनीषपुरी, क्लासिक पालिवाल सिटी, स्कीम नंबर 54, एफएच सेक्टर, विजय नगर, स्कीम नंबर 74, नेहरू नगर गली नंबर 6, वृंदावन पैलेस, सरस्वती नगर, स्कीम नंबर 134, मानवता नगर, बिचौली मर्दाना, रेवेन्यू नगर, मयूर नगर, पवनपुरी काॅलोनी पालदा, तुलसी पैलेस अजय बाग, नार्थ मूसाखेड़ी खाती मोहल्ला, शिव पैलेस, हसनजी नगर, रॉयल संस्कृति पार्क कॉलोनी, नंदा नगर, ऋषि नगर, स्वास्थ्य नगर, न्यू गायत्री नगर, प्रोफेसर कॉलोनी, नवलखा कॉम्प्लेक्स एक ब्लॉक, सर्वाेदय नगर, बैराठी कॉलोनी गली नंबर - 2, जयरामपुर काॅलोनी, मरीमाता गली, शनि मंदिर गेट वाली गली रावला के सामने, जीत नगर, भावना नगर, जूनी कसेरा बाखल, समाजवादी इंद्रा नगर, नार्थ राज मोहल्ला, बाबू मोराई काॅलोनी गली नंबर-1, अशोक नगर, राज नगर, हरि नगर, बीजलपुर मेन रोड, विदुर नगर।