भोपालः कोरोना संक्रमण से लड़ाई के बीच मध्यप्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के 'कोरोना का इंडियन वैरिएंट' वाले बयान पर सियासत तेज हो गई. रविवार को क्राइम ब्रांच में कमलनाथ (Former CM Kamalnath) के खिलाफ भ्रामक जानकारी फैलाने और धारा 188 व 54 के तहत FIR दर्ज हुई. FIR के बाद कांग्रेस ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया. वहीं बीजेपी कार्यकर्ता प्रदेश भर में कमलनाथ के बयान का विरोध करते हुए पुतला फूंक रहे हैं.
कांग्रेस ने केस वापस लेने का आग्रह किया
कांग्रेस से राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा ने बीजेपी से केस वापस लेने का आग्रह किया. नहीं लेने पर बीजेपी को जबरदस्त नोटिस देने की चेतावनी दी. वह बोले, ये कार्रवाई राजनीतिक है. कानून से उलट इस कार्रवाई में पूर्व CM का बयान किसी भी तरह धारा 188 का उल्लंघन नहीं है.
केस रजिस्टर करने से पहले सोचना चाहिए
कांग्रेस नेता ने कहा, कमलनाथ ने कोई झूठ नहीं बोला, अगर कोरोना का इंडियन वैरिएंट कहा तो इससे कोई भ्रामकता नहीं फैलाई. इसमें धारा 54 के तहत भी मामला दर्ज नहीं बनता. उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में 9 मई को खुद केंद्र सरकार ने अपने हलफनामे में इंडियन वैरिएंट का नाम लिया था. विशेषज्ञ तक इस पर विषय पर शोध कर रहे हैं, ऐसे में केस वापस नहीं लेने पर कांग्रेस मानहानी का मुकदमा भी कर सकती है. वह बोले, पुलिस और DGP को केस रजिस्टर करने से पहले सोचना चाहिए.
इस वजह से हुई FIR
कमलनाथ ने 21 मई को उज्जैन में कहा था, दुनिया अब कोरोना को इंडियन वैरिएंट के नाम से जानती है. इसी कारण विदेश में भारतीयों के साथ दुर्व्यवहार हो रहे हैं. विदेशी मीडिया भी इसे इंडियन वैरिएंट बताने लगी, ब्रिटेन में भारतीय ड्राइवर्स की टैक्सी में कोई बैठ भी नहीं रहा. उन्होंने साथ ही कहा था, प्रदेश सरकार कोरोना के आंकड़े छिपा रही है. अप्रैल-मई में एक लाख से ज्यादा मौतें हईं, लेकिन सरकार ने इसे सिर्फ 7 हजार बताया.
इस कथन के बाद बीजेपी ने पूर्व सीएम की शिकायत की. उन पर क्राइम ब्रांच ने डिजास्टर मैनेजमेंट की धारा 54, धारा 188 व भ्रामक जानकारी फैलाने के तहत मामला दर्ज किया गया.
बीजेपी ने फूंका कमलनाथ का पुतला
इसी बात का विरोध करते हुए बीजेपी युवा मोर्चा ने सिवनी में कमलनाथ का पुतला फूंका. BJP युवा मोर्चा अध्यक्ष वैभव पंवार ने पुतला जलाते हुए कहा, पूर्व मुख्यमंत्री देश की छवि खराब करने का प्रयास कर रहे हैं.
आंकड़े छिपाने पर दर्ज हो FIR
कमलनाथ पर FIR का विरोध करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पूर्व सीएम का समर्थन किया. उन्होंने क्राइम ब्रांच को आवेदन देकर FIR वापस लेने की मांग की. कांग्रेस ने इंडियन वैरिएंट वाली पेपर कटिंग भी पुलिस को सौंपी. पूरे मामले पर पूर्व मंत्री PC शर्मा ने कहा कि सरकार कोरोना से मौत के आंकड़े छिपा रही है. आंकड़े छिपाने के मामले में सीएम शिवराज पर केस होना चाहिए. अगर कमलनाथ पर से FIR वापस नहीं हुई तो कांग्रेस पूरे शहर में धरना प्रदर्शन करेगी.