जबलपुर। लॉकडाउन में पुलिस का सोशल चेहरा गायब होता जा रहा है। सख्ती दिखाने की होड़ आम लोगों पर भारी पड़ने लगी है। शनिवार की रात को रामपुर चौराहे पर चैकिंग के दौरान एक आरक्षक ने चलती बाइक में डंडा अड़ा दिया। बाइक सवार महिला गिर पड़ी और उसका सिर फट गया।
आरोप है कि मुलाहिजा कराने के बाद महिला के परिजन विरोध दर्ज कराने पहुंचे तो उलटे उन पर ही पुलिस कार्रवाई की धाैंस दिखाने लगी। संबंधित घटना का वीडियो वायरल होने के बाद ASP सामने आए और बोले कि महिला खुद के बेटे की लापरवाही के चलते बाइक से गिर कर घायल हुई थी।
गोरखपुर अंसारी मोहल्ला निवासी आरती राजपूत बेटे अभिलाष के साथ बाइक से जा रही थी। शाम 5 व 6 बजे के बीच में वे रामपुर चेक प्वाइंट पर पहुंचे। वहां पुलिस की चैकिंग चल रही थी। बेटे अभिलाश के मुताबिक चौराहे पर खड़े आरक्षक सूरज सिंह भदौरिया ने उसकी चलती बाइक में डंडा लगा दिया। उसकी बाइक अनियंत्रित हो गई और आरती का सिर फट गया।
निजी अस्पताल में मुलाहिजा
हादसे के बाद आरती का बेटा मां को लेकर निजी अस्पताल में पहुंचे। वहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे घर भेज दिया गया। इधर, घटना से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने चैकिंग टीम पर भड़क उठी। आरोपी आरक्षक सूरज सिंह भदौरिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। हंगामा बढ़ता देख मौके पर थाने का बल पहुंचा। तब जाकर वहां से लोग हटे।
रोजनामचे में घटना का विवरण दर्ज।
पुलिस अधिकारी ये बता रहे घटना
उधर, मामले में एएसपी गोपाल खांडेल ने पुलिस का पक्ष रखा है। उनके मुताबिक मां आरती को लेकर जा रहे बेटे अभिलाष ने कुछ दूरी पर जाकर बाइक रोकी। उसकी मां उतरने लगी। अभिलाष ने पीछे मुड़कर देखा तो कोई पुलिस वाला नहीं दिखा। इस पर उसने बाइक आगे बढ़ा दी। जिससे आरती घायल हो गई। घायल होने पर उन्हें मुलाहिजा फॉर्म भरकर मेडिकल भिजवाया गया। वहां उन्होंने अपना अपना इलाज न करा कर प्राइवेट में अस्पताल चली गईं।
मुलाहिजा फार्म में लिखकर दे दिया कि निजी अस्पताल में कराना है।