बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। इसके बाद मध्यप्रदेश में भी टूलकिट पर सियासत शुरू हो गई है। इस वायरल वीडियो में कमलनाथ कहते दिख रहे हैं कि ये आग लगाने का समय है, देश में आग लगानी है। इसको लेकर कांग्रेस का कहना है कि यह फेक वीडियो है। बीजेपी की यही डर्टी पॉलिटिक्स है। उनका आईटी सेल यही सब करने में माहिर है।
कांग्रेस के प्रदेश मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने जारी बयान में कहा है कि बीजेपी मौजूदा मुद्दों से जनता का ध्यान बंटाने के लिए इस तरह की डर्टी पॉलिटिक्स खेल रही है। लेकिन इनकी असलियत अब देश जानने लगा है।
किसानों पर तीन काले कानून जबरदस्ती थोपे गए, खाद- बीज व डीज़ल की क़ीमतों में वृद्धि कर किसानों की लागत को दोगुनी करने का काम किया गया है, जबकि वादा भाजपा ने आय दोगुनी करने का किया था? कांग्रेस इस फेक वीडियो को लेकर सायबर सेल में शिकायत करेगी और दोषियों पर कार्रवाई की मांग करेगी।
कांग्रेस का बयान आने के बाद प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा मैदान में आए। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा- कमलनाथ वीडियो में आग लगाने की बात करते दिख रहे हैं। एक जनप्रतिनिधि को आग लगाने की बात शोभा नहीं देती। उम्र के चौथे पड़ाव में उनसे ऐसी उम्मीद नहीं थी शायद उनकी उत्पत्ति ही आग से हुई है। इमरजेंसी में वह भागीदार रहे हैं। 84 के दंगों में लोगों के घर जलाए। अब मध्यप्रदेश को जलाने की बात कर रहे हैं।
बता दें कि कमलनाथ का कथित वीडियो सबसे पहले बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने सोशल मीडिया पर शेयर किया था। उन्होंने लिखा- और कितना गिरोगे कमलनाथ? मानते हो कि सरकार किसानों के हित में निर्णय ले रही है। फिर भी कह रहे हो आग लगाओ, मौका है। वैसे आग लगाने के अलावा आपने किया ही क्या है?
ना जांच की मांग, ना ही शिकायत
इस कथित वीडियो को लेकर कांग्रेस ने बयान जारी कर दिया कि साइबर सेल में शिकायत करेंगे, लेकिन 24 घंटे बाद भी शिकायत दर्ज नहीं कराई गई। दूसरी तरफ यह वीडियो बीजेपी ने सोशल मीडिया पर शेयर किया, लेकिन कमलनाथ के खिलाफ शिकायत नहीं की है।