भोपाल. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सीएम शिवराज के बीच किसानों को लेकर तल्खी अब बढ़ती जा रही है. कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को तीन पत्र लिखे हैं. जिसमें सबसे अहम मुद्दा पिछले दिनों तुलाई केंद्रों पर गेंहू भीगने ओर 15 दिन में किसानों को गेहूं खरीदी का भुगतान न करने को लेकर राय स्पष्ट की है. कमलनाथ ने अपने पत्र में लिखा है कि किसानों को गेहूं खरीदी का समय से भुगतान नहीं होने पर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसलिए जल्द से जल्द किसानों को फसल खरीदी का भुगतान किया जाए.
किसानों को मिले समय से भुगतान
दरअसल, कमलनाथ ने सीएम शिवराज को पत्र में लिखा कि मध्य प्रदेश में किसान भाईयों से समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन केंद्रों पर हर दिन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पिछले दिनों ताऊते तूफान के चलते हुई बारिश से खरीदी केंद्रों पर रखा किसानों का कई क्विव्टल गेहूं भीग गया. जिसके बाद समिति प्रबंधक इस गेहूं को खरीदने में आनाकानी कर रहे हैं. इसलिए आप से अनुरोध है कि किसानों का रूका हुआ गेहूं भी जल्दी खरीदा जाए. जबकि जिन किसानों की फसल खरीदी हो गई है उनका भुगतान शुरू किया जाए.
कोरोना से मृत्यु होने पर बढ़ाई जाए राशि
कमलनाथ ने अपने दूसरे पत्र में सीएम शिवराज से मांग करते हुए कहा कि कोरोना से मृत्यु होने पर प्रदेश में अनुग्रह राशि को 1 लाख से बढ़ाकर 5 लाख रूपए किया जाए. खास बात यह है कि कमलनाथ ने सीएम शिवराज से मांग करते हुए कहा कि इस योजना में कोरोना मृत्यु प्रमाण पत्र की बाध्यता को समाप्त किया जाए. ताकि प्रदेश में जिन लोगों की कोरोना से मौत हो रही है. उन्हें सही से इस योजना का लाभ मिल सके.
ब्लैक फंगस बीमारी पर सरकार उठाए कड़े कदम
कमलनाथ ने अपने तीसरे पत्र में लिखा कि मध्य प्रदेश में तेजी से ब्लैक फंगस बीमारी के मामले बढ़ रहे हैं. ऐसे में प्रदेश में कुछ लोग फिर आपदा में अवसर देख रहे हैं. ब्लैक फंगस में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन और अन्य दवाओं में कालाबाजारी की शिकायतें लगातार सामने आ रही है. कमलनाथ ने पत्र में लिखा कि ब्लैक फंगस बीमारी में उपयोग में आने वाले इंजेक्शन की कमी दूर करने व इसकी कालाबाजारी रोकने के लिए सरकार जल्द से जल्द कड़े कदम उठाए.
कमलनाथ और सीएम शिवराज के पत्र की इनसाइड स्टोरी
दरअसल, राजनीतिक जानकारों की माने तो दमोह उपचुनाव जीतने के बाद अब कमलनाथ शिवराज सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं. ऐसे में पहली बार कमलनाथ ने सीएम शिवराज को एक साथ तीन पत्र लिखकर किसान, कोरोना और ब्लैक फंगस जैसी बीमारी पर घेरने की कोशिश की है. ताकि सरकार को बेकफुट पर लाया जा सके. क्योंकि पिछले दिनों सीएम शिवराज ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए खुद कमलनाथ से सहायता मांगी थी. जिसे प्रदेश में पक्ष और विपक्ष के बीच समनव्य की राजनीति के तौर पर देखा गया था. लेकिन अब कमलनाथ ने अक्रामक रूख अपनाते हुए सीएम को एक साथ तीन पत्र लिखे हैं. जिस पर देखना होगा कि सीएम शिवराज क्या जवाब देते हैं.