ग्वालियर। मंगलवार को ग्वालियर में चार नए कोरोनावायरस संक्रमित मरीजों के मिलने के बाद शहर भर में सनसनी फैल गई है। लगभग सभी की ट्रेवल हिस्ट्री सामने आ चुकी है। इनमें से श्रीमती बबीता वर्मा (ढोली बुवा का पुल) के बारे में जो जानकारी आई है उसने चिंताएं बढ़ा दी हैं। श्रीमती बबीता के परिवार जनों का कहना है कि वह लॉक डाउन के दौरान किसी के भी संपर्क में नहीं आई। केवल सब्जी की खरीदारी करती थी।
घर में उनके पति वीरेंद्र वर्मा, बेटा मोहित और बड़ा बेटा व उसकी पत्नी हैं। बबीता का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में न तो उनके घर से कोई शहर से बाहर गया और न बाहर से आया। वह सिर्फ मोहल्ले में आने वाले सब्जी ठेले वाले से सब्जी लेने जाती थीं। इसके अलावा बेटा मोहित दूध वाले से दूध लेने और किराना का सामान लेने गया था। बबीता को एक दिन पहले केडीजे हॉस्पिटल ले जाया गया था, जहां से मंगलवार को उन्हें सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया। चिंता की बात यह है कि यदि श्रीमती बबीता वर्मा सब्जी विक्रेता से संक्रमित हुई हैं तो फिर यह संख्या आने वाले दिनों में बढ़ सकती है। क्योंकि सब्जी विक्रेता शायद अभी भी बाजार में है।
कौन कहां से संक्रमित हुआ
(जोहरा खान (20) सत्यदेव नगर, गांधी नगर) जोहरा खान का भाई गत 17 फरवरी को दुबई से लौटा था। वह खुद उत्तरप्रदेश के सहारनपुर में अपने रिश्तेदार के घर गई थी।
(लता प्रभारी (33) नर्स विजयनगर आमखो) मूलत: इंदाैर की रहने वाली लता पुत्री लखन प्रभारी 4 अप्रैल को ही साथी नर्स अश्विनी प्रजापति के साथ इंदौर से लौटी थी। लता ने अगले ही दिन ट्रॉमा सेंटर में ड्यूटी शुरू कर दी थी। 3 दिन में लता स्टाफ और डॉक्टरों से भी मिली।
(अजय जाटव (18) सिंधिया नगर नाका चंद्रबदनी) अजय महाराष्ट्र में कोल्हापुर जिले के सांगली में मजदूरी करने गया था। सात दिन पहले ही ग्वालियर लौटा था। वह घर न आकर थाने चला गया था। जहां से उसे साडा स्थित रामकृष्ण हॉस्पिटल भेज दिया गया था।
ट्रॉमा सेंटर के स्टाफ में संक्रमण का खतरा बढ़ा
स्टाफ नर्स लता प्रभारी ने 5 और 6 अप्रैल को ट्रॉमा सेंटर में सुबह की शिफ्ट में ड्यूटी की थी। इस दौरान उसके संपर्क में साथी 2 नर्स और 1 मेल नर्स के साथ जूनियर डॉक्टर व अन्य स्टाफ सहित 25 लोग संपर्क में आए। इन लोगों में भी कोरोना संक्रमण होने का खतरा बढ़ गया है।