जबलपुर। जबलपुर में पिछले दिनाें युवती के साथ बंद दुकान में मिलने के बाद मुस्लिम युवक की पिटाई के मामले में हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने शिवराज सरकार पर निशाना साधा है। सोशल मीडिया पर मुस्लिम युवक को पीड़ित बताते हुए लिखा है कि सभ्य समाज में ऐसे लोग जेल में होते। एक के बाद एक तीन पोस्ट किए। इसका जवाब प्रोटेम स्पीकर रहे भोपाल के बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने दी। उन्होंने कहा कि MP की तरफ मत देखो, हैदराबाद में ही अपना नाड़ा कसते रहो।
जबलपुर में एक दुकान में एक युवती के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ाए एक मुस्लिम युवक की पिटाई और दुकान खोलने पर FIR दर्ज होने की मामले में एआईएमआईएम के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी मुस्लिम युवक समर्थन में आ गए हैं।
ओवैसी ने सोशल मीडिया के माध्यम से शिवराज सरकार और एमपी की कानून व्यवस्था पर कटाक्ष करते हुए लिखा है कि कोई भी सभ्य समाज ऐसे अपराधियों को पनाह नहीं दे सकता, एक सभ्य समाज में ऐसे लोग अभी तक जेल में होते और उनका सामाजिक बहिष्कार हो गया होता।
दूसरे पोस्ट में ओवैसी हिन्दू-मुस्लिम की राजनीति करते हुए दिखे। लिखा कि मध्यप्रदेश के जबलपुर में, एक मुसलमान दुकानदार को कुछ कायरों ने झुंड बनाकर घेरा और फिर उसके कपड़े उतार कर बेरहमी से मारा। झुंड ने उस पर एक महिला के साथ बदतमीज़ी करने का झूठा इल्ज़ाम लगाया, लेकिन महिला ने बयान में कहा कि ऐसी कोई बात नहीं हुई थी।
तीसरे पोस्ट में ओवैसी ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए। लिखा कि पुलिस ने उन गुंडों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के बजाय दुकानदार ही के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया। अगर लॉकडाउन का पालन न करने पर मामला दर्ज हुआ है, तो उन उग्रवादियों के खिलाफ मामला दर्ज क्यों नहीं हुआ?
ओवैसी के पोस्ट पर रामेश्वर शर्मा का जवाब
पूर्व प्रोटेम स्पीकर और बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने असदुद्दीन ओवैसी की पोस्ट पर तीखी प्रतिक्रिया दी। बोले की ओवैसी काे एमपी में देखने की जरूरत नहीं है। वो हैदराबाद में ही अपने पायजामे में नाड़ा कसता रहे। वैसे भी अपराध करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। प्रदेश सरकार जाति देखकर कार्रवाई नहीं करती है। इस मामले में कार्रवाई करने वाली पुलिस और जनता बधाई की पात्र है।
ओवैसी के पोस्ट पर लोगों के आए गुस्से वाले कमेंट
ओवैसी के तीनों पोस्ट पर लोगों के तीखे कमेंट आए हैं। लोगों ने लिखा-ओवैसी कब तक ऐसे गलत लोगों का समर्थन करते रहोगे। आखिरकार इन लोगों के गुनाहों पर क्यों पर्दा डालते हो, हिन्दुओं को बिना वजह बदनाम करने के बजाए सच्चाई को स्वीकार करने का साहस दिखाओ। जब बंगाल समेत देश के अन्य राज्यों में मुस्लिम समाज के लोग हिन्दुओं की पिटाई करते हैं तो चुप्पी क्यों साध लेते हो?
ये था मामला
मालगुजार परिसर गोहलपुर में लॉकडाउन के दौरान एक मोबाइल शॉप खुला हुआ था। स्थानीय लोगों को इसकी सूचना मिल गई कि इस दुकान में एक युवक-युवती हैं। आक्रोशित लोग मौके पर पहुंचे और शटर उठाकर देखा तो दोनों आपत्तिजनक हालत में मिले। इसके बाद लोगों ने उसी हालत में युवक की पिटाई कर दी।
लोगों का दावा है कि वह बिना कपड़ों का मिला था। पिटाई की खबर पाकर गोहलपुर टीआई आरके गौतम मौके पर पहुंचे और लाॅकडाउन में दुकान खोलने पर धारा 188 सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया। हालांकि बाद में युवती ने थाने में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई। बोली कि वह सिर्फ माेबाइल रिचार्ज कराने दुकान गई थी।
हिन्दू धर्म सेना ने सख्त कार्रवाई की मांग की
हिन्दू धर्मसेना के प्रदेश अध्यक्ष योगेश अग्रवाल ने ओवैसी के पोस्ट को भड़काने वाला करार दिया है। उन्होंने कहा- जिस आरोपी की तरफदारी में वो पोस्ट कर रहे हैं। वह शादी-शुदा है और एक बच्चे का पिता है। घटना से जुड़े सारे वीडियो हमारे पास है। लोक लाज के भय से युवती बयान से पलट गई थी। अब इस मामले को हिन्दू-मुस्लिम का बताकर राजनीति की जा रही है। जबकि ऐसे आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
ओवैसी की नजर कहीं निकाय चुनाव पर तो नहीं?
एमपी के जबलपुर में मुस्लिम युवक की पिटाई के मामले में ओवैसी का यूं कूद पड़ना आश्चर्य की बात नहीं है। बंगाल चुनाव में मुंह की खाने के बाद उनकी पार्टी एआईएमआईएम एमपी के निकाय चुनाव में कुछ मुस्लिम बहुल सीटों पर पार्षदों का चुनाव लड़ने की तैयारी में है। कोविड के चलते चुनाव को लेकर भले ही अभी कोई निर्णय नहीं हो पाया है, लेकिन ओवैसी अभी से अपनी मौजूदगी दिखाने की जद्दोजहद में जुट गए हैं।