मध्यप्रदेश में भी अब तूफान ताऊ ते का असर कम पड़ने लगा है। हालांकि अगले 24 घंटों के दौरान ग्वालियर समेत नौ जिलों में गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी की संभावना है। इसके अलावा, बाकी जगह मौसम शुष्क और साफ रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार 24 मई से प्रदेश में गर्मी बढ़ने की उम्मीद है।
मौसम विभाग की मानें, तो इस बार 25 मई से लेकर 28 मई तक तापमान 44 डिग्री या उससे अधिक भी जा सकता है, जबकि मई के अंत और जून के पहले सप्ताह में बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार अगर केरल में 28 मई तक मानसून पहुंचता है, तो प्रदेश में भी इसके जल्दी आने की उम्मीद बढ़ जाएगी। हालांकि बीते कई सालों से मानसून 20 जून के बाद ही प्रदेश में आ रहा है।
भोपाल में सुबह गुरुवार सुबह से बादल छाए हुए हैं। इससे तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। दोपहर बाद बूंदाबांदी की भी संभावना है।
यहां हल्की बारिश का अलर्ट
ग्वालियर, शिवपुरी, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर कलां, उमरिया, अनूपपुर, शहडोल और डिंडोरी में अगले 24 घंटों के दौरान हल्की बूंदाबांदी की संभावना है। शेष मध्यप्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा।
जून में 46 डिग्री सेल्सियस के ऊपर पहुंच जाता है पारा
मध्यप्रदेश में मई की अपेक्षा जून का पहला और दूसरा सप्ताह गरम होता है। कभी-कभी तो पारा 47 डिग्री तक पहुंच जाता है, जबकि मई में नौ तपों के दौरान ही बीते 10 साल में तापमान अधिकतम 44 डिग्री तक नहीं पहुंच पाया। जून में वर्ष 2012 के बाद सबसे ज्यादा तापमान में वर्ष 2016 में अधिकतम तापमान 46.7 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके बाद पारा इससे नीचे ही रहा। बीते पांच साल से यह रिकॉर्ड बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार अभी तक तापमान के 47 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद कम ही है।
जून में अधिकतम तापमान की स्थिति
वर्ष |
अधिकतम तापमान |
2012 |
43.9 |
2013 |
44.8 |
2014 |
45.3 |
2015 |
45.4 |
2016 |
46.7 |
2017 |
45.1 |
2018 |
44.4 |
2019 |
45.9 |
2020 |
44.5 |
नोट : तापमान डिग्री सेल्सियस में है।